मोबाइल-वीडियो गेम्स की आदत से खराब हो गया है बच्चे का बॉडी पोश्चर? रोज करवाएं ये 4 योगासन, आएगा सुधार

इन दिनों बच्चे घर पर पढ़ाई कर रहे हैं। साथ ही मोबाइल फोन और वीडियो गेम्स पर अपना समय बिता रहे हैं। जिससे उनका बॉडी पोश्चर खराब हो सकता है। लेकिन ऐसे में कुछ योगासन काम आ सकते हैं। 
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मोबाइल-वीडियो गेम्स की आदत से खराब हो गया है बच्चे का बॉडी पोश्चर? रोज करवाएं ये 4 योगासन, आएगा सुधार

कोरोना वायरस की वजह से पिछले एक साल से ज्यादा समय से स्कूल बंद है, लेकिन बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए ऑनलाइन क्लासेज चल रही है। ऐसे में बच्चे लंबे समय तक मोबाइल फोन पर ही लगे रहते हैं। पढ़ाई ही नहीं कोरोना वायरस के कारण बच्चे घर से बाहर खेलने भी नहीं जा पा रहे हैं, ऐसे में वे मोबाइल फोन और वीडियो गेम्स के जरिए ही अपना एंटरटेंमेंट कर रहे हैं। लंबे समय तक गैजेट्स के इस्तेमाल से बच्चों का बॉडी पोश्चर खराब हो सकता है। अगर आपका बच्चा भी गैजेट्स का ज्यादा इस्तेमाल करता है, तो आपको उसे फिट रखने के लिए घर पर कुछ योगासन जरूर करवाने चाहिए। जिससे उनका बॉडी पोश्चर एकदम ठीक रहे। अष्टांग योग और ब्रीथवर्क टीचर जैनी परमार से जानें बच्चों के बॉडी पोश्चर को ठीक करने के लिए कुछ आसन से योगासन-

Chakrasana for children

1. चक्रासन (Chakrasana) 

चक्रासन पीठ के बल लेट कर कर किया जाने वाले एक योगासन है। चक्र का मतलब पहिया होता है और इसमें शरीर एक पहिये के आकार का नजर आता है, इसलिए इसे चक्रासन कहा जाता है। बच्चों को नियमित रूप से चक्रासन का अभ्यास जरूर करवाना चाहिए। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में फायदेमंद होता है। साथ ही इससे बच्चों का बॉडी पोश्चर भी सही रहता है। शुरुआत में बच्चे इस आसन को धीरे-धीरे कर सकते हैं। चक्रासन बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मददगार होता है।

  • चक्रासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं।
  • अपने दोनों घुटने मोड़ें। दोनों पैरों के बीच 10-12 इंच की दूरी बनाकर रखें।
  • अब बांह उठाएं और दोनों कोहनियों को मोड़ लें।
  • अपनी दोनों हथेलियों को जमीन पर सिर के पास रखें।
  • अब लंबी गहरी सांस लेते हुए धीरे-धीरे शरीर को ऊपर उठाएं। 
  • इसके बाद पीठ को मोड़ें।
  • सिर को हल्का और लटकता हुआ छोड़ दें।
  • इस अवस्था में धीरे-धीरे सांस लें और फिर छोड़ें।
  • इस स्थिति में कुछ सेकेंड रुकने के बाद सामान्य अवस्था में आने के लिए सिर को धीरे-धीरे जमीन पर टिकाएं। 
  • इस प्रक्रिया को आप 3-5 बार दोहरा सकते हैं।
  • इस आसन को करना थोड़ा कठिन है, इसलिए इसका अभ्यास धीरे-धीरे ही करना चाहिए।
  • अगर बच्चे के पेट में दर्द हो, तो उसे इस आसन को नहीं करना चाहिए।

चक्रासन के लाभ (Chakrasana )

  • बच्चों को नियमित रूप से चक्रासन करवाने से उनका बॉडी पोश्चर सही होता है।
  • चक्रासन बच्चों के हाथ, पैर और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
  • अगर आपने बच्चे का बैली फैट है, तो इस आसन से इसे कम किया जा सकता है।
  • रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाने में सहायता करता है।
  • इसके नियमित अभ्यास से पाचन क्रिया बेहतर होती है। पेट से संबंधित रोग नहीं होते हैं।
Tadasana for children

2. ताड़ासन (Tadasana)

बच्चों का शारीरिक विकास करने के लिए ताड़ासन एक बेहतरीन योगाभ्यास है। इसे नियमित रूप से करने पर बच्चों का बॉडी पोश्चर एकदम सही रहता है। अगर गैजेट्स के ज्यादा इस्तेमाल से बच्चों का पोश्चर खराब भी हो गया है, तो ताड़ासन इसे ठीक करने में मदद करता है। यह खड़े होकर किया जाने वाला एक योगासन है, जिसमें शरीर के सभी अंगों में खिंचाव पैदा होता है।

  • इस योगासन को करने के लिए सबसे पहले एक योगा मैट पर एकदम सीधे खड़े हो जाएं।
  • इस दौरान अपनी रीढ़ की हड्डी, गर्दन और कमर को एकदम सीधा रखें।
  • अपने दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाएं। दोनों हाथों को इंटरलॉक कर लें। 
  • लंबी गहरी सांस लेते हुए अपने पूरे शरीर को ऊपर की तरफ खीचें। 
  • इस दौरान आपको हाथ की उंगुली से लेकर पैर की उंगुलियों तक खिंचाव महसूस होना चाहिए।
  • कुछ देर इस अवस्था में रहने के बाद सांस छोड़ते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
  • इस प्रक्रिया को आप 3-5 बार प्रैक्टिस कर सकते हैं।

ताड़ासन के लाभ (Tadasana Benefits)

  • बच्चों की हाइट बढ़ाने में ताड़ासन बेहद फायदेमंद है।
  • वजन कम करने में भी यह आसन लाभकारी है।
  • शरीर के सभी अंगों में खिंचाव पैदा करता है। इससे बॉडी के सभी हिस्से स्ट्रेच होते हैं।
  • बच्चों के पैरों को मजबूत बनाता है। साथ ही यह उनके मन और दिमाग को भी शांत करता है।
Parvatasana for children

3. पर्वतासन (Parvatasana)

पर्वतासन दो शब्द पर्वत और आसन से मिलकर बना है। इस आसन में शरीर पर्वत के समान नजर आता है। पर्वतासन को Mountain Pose के नाम से भी जाना जाता है। इस समय बच्चे गैजेट्स पर अपना अधिक समय बिता रहे हैं, ऐसे में पर्वतासन उनके बॉडी पोश्चर को सही रखने में मददगार होता है।

  • पर्वतासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन में बैठ जाएं।
  • अपनी दोनों हथेलियों और तलवों को जमीन पर रखें।
  • अब सांस लेते हुए धीरे-धीरे अपने शरीर को त्रिकोणीय आकार की तरह ऊपर उठाएं। 
  • इस आसन में आपके शरीर का आकार पर्वत की तरह नजर आएगा।
  • इस अवस्था में रहकर सांस लें और छोड़ें।
  • इसके बाद धीरे-धीरे फिर से वज्रासन में आ जाएं।
  • इस प्रक्रिया को आप 3-5 बार दोहरा सकते हैं।

पर्वतासन के लाभ (Parvatasana Benefits)

  • इसके नियमित अभ्यास से बच्चों का शारीरिक आकार सही रहता है।
  • पैरों और कंधों को मजबूत मिलती है।
  • पर्वतासन पेट के रोगों को दूर करने में भी लाभकारी होता है। 
  • इसके रोजाना प्रैक्टिस से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
Hastapadasana for children

4. हस्तपादासन (Hastapadasana)

हस्तपादासन तीन शब्दों से मिलकर बना है। जिसमें हस्त का अर्थ हाथ, पाद का अर्थ पैर और आसन का मतलब योग है। यानी यह हाथों और पैरों का एक योगासन है। इसे आगे की तरफ झुककर किया जाता है। हस्तपादासन में आगे की तरफ झुककर दोनों हाथों से दोनों पैरों को छूना होता है।

  • इस आसन को करने के लिए सबसे पहले एक योगा मैट पर सीधे खड़े हो जाएं।
  • इस दौरान अपने दोनों पैरों को आपस में मिलाकर रखें। एड़िया एक-दूसरे से स्पर्श होनी चाहिए।
  • सांस लेते हुए अपने दोनों हाथों का सिर के ऊपर ले जाएं।
  • अब सांस छोड़ते हुए पहले आगे और फिर नीचे की तरफ झुकें।
  • इस दौरान अपने सिर को घुटनों पर टिकाने की कोशिश करें।
  • हथेलियां पैरों के पास जमीन पर रखें।
  • इस अवस्था में कुछ सेकेंड बने रहने के बाद प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
  • आप इस आसन को 3-5 बार दोहरा सकते हैं।

अगर आपका बच्चा भी गैजेट्स का अधिक इस्तेमाल करता है या इसकी वजह से उसका बॉडी पोश्चर खराब हो गया है, तो आप उससे ये 4 योगासन करवा सकते हैं। इनके नियमित अभ्यास से बच्चे का बॉडी पोश्चर धीरे-धीरे पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। लेकिन शुरुआत में बच्चे से इसे धीरे-धीरे करवाएं और किसी एक्सपर्ट की सलाह और देखरेख में ही करवाएं।

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