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30+ की महिलाएं फिट और हेल्दी रहने के लिए रोज करें ये 3 योगासन, शरीर रहेगा एकदम स्वस्थ

30 से ज्यादा उम्र की महिलाएं फिट रहने और शरीर से जुड़ी कई समस्याओं को कम करने के लिए अपने रूटीन में इन आसनों को शामिल कर सकती है। 
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30+ की महिलाएं फिट और हेल्दी रहने के लिए रोज करें ये 3 योगासन, शरीर रहेगा एकदम स्वस्थ


Yoga Asanas For Women in Hindi: चाहे हाउसवाइफ हो या फिर वर्किंग वूमन, हर महिला अपने मां, पत्नी, बहन और बेटी होने की जिम्मेदारी बहुत ही अच्छी तरह निभाती हैं। इसके साथ ही अपने करियर और घर को फाइनेंशियल सपोर्ट भी देती हैं। लेकिन, इन सभी कामों के बीच अक्सर वे अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को नजरअंदाज कर देती हैं। 30 की उम्र पार करने के बाद महिलाओं के शरीर में कई बदलाव आने लगते हैं, जिसका असर उनके ओवरऑल हेल्थ पर पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने फिटनेस का भी खास ध्यान रखें। आइए योग और वेलनेस कोच शिल्पा जायसवाल से जानते हैं कि 30 की उम्र के बाद महिलाएं ऐसे कौन-से योग करें जिससे वह फिट रह सके। 

30 की उम्र के बाद महिलाओं के लिए योगासन

1. मालासन

यह आसन आपके हिप्स को खोलता है, पीठ के नीचले हिस्से को फैलाता है और शरीर का लचीलापन बढ़ाता है। यह पेट के आंगों को उत्तेजित करके पाचन स्वास्थ्य को बेहतर रखता है। 30 की उम्र के बाद धीरे-धीरे महिलाओं के हिप्स का लचीलापन कम होने लगता है, ऐसे में यह आसन उनके शरीर में गतिशीलता बनाए रखने में मदद करती है और पीठ के निचले हिस्से में तनाव को भी दूर कर सकती है।

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2. परिवृत्त मालासन 

यह मुद्रा शरीर में एक मोड़ जोड़ती है, जो महिलाओं की रीढ़ की हड्डी के लचीलेपन को बनाए रखने और बढ़ाने में मदद करती है और पाचन अंगों को बढ़ावा देकर शरीर को डिटॉक्सीफाई करती है। इस आसन की घुमावदार मुद्राएं रीढ़ की हड्डी के साथ तनाव को दूर करने, सर्कुलेशन में सुधार करने और पाचन को बेहतर रखने का काम करती है। 

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3. बद्ध मालासन 

बद्ध मालासन का नियमित अभ्यास आपके कोर को एक्टिव करता है, पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करता है और शरीर के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। डीप स्क्वाट पोजीशन भी हिप्स की गतिशीलता में सुधार करती है। 30 साल की उम्र के बाद महिलाओं के लिए प्रजनन स्वास्थ्य को बेहतर रखने और पेल्विक फ्लोर को मजबूत करना महत्वपूर्ण है। 

 

 

 

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30 की उम्र पार करने वाली महिलाएं इन आसनों को अपने फिजिकल रूटीन में शामिल कर सकती हैं। इन आसनों को नियमित रूप से करने से शरीर का लचीलापन, संतुलन, पाचन और कोर मजबूत होती है, जो आपके ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद है। 

Image Credit: Freepik 

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