
World Thyroid Day 2023: शरीर को सही ढंग से फंक्शन करने के लिए अलग-अलग हॉर्मोन की जरूरत होती है। थायराइड भी शरीर में मौजूद एक तरह का हॉर्मोन होता है। यह हॉर्मोन शरीर में मेटाबॉलिज्म बढ़ाने और सेल्स को कंट्रोल करने का काम करता है। थायराइड हॉर्मोन शरीर में तितली की आकार में मौजूद थायराइड ग्रंथि से होता है। यह ग्रंथि शरीर में दो जरूरी हॉर्मोन का उत्पादन करती है- टी1 और टी4। थायराइड ग्लैंड में खराबी आने पर इसका फंक्शन बिगड़ जाता है। इस स्थिति में थायराइड ग्लैंड सही ढंग से पर्याप्त मात्रा में हॉर्मोन का उत्पादन नहीं कर पाता है, या फिर बहुत ज्यादा मात्रा में हॉर्मोन का उत्पादन करने लगता है। इस स्थिति को थायराइड की बीमारी कहते हैं। दुनियाभर में थायराइड की बीमारी करोड़ों लोग प्रभावित हैं।
थायराइड की बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाने और इस गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को सही केयर और सपोर्ट देने के लिए हर साल 25 मई के दिन विश्व थायराइड डे (World Thyroid Day in Hindi) मनाया जाता है। वर्ल्ड थायराइड अवेयरनेस डे पूरी दुनिया में मानाया जाता है और इस दिन बीमारी के लक्षण, इलाज और देखभाल को लेकर जागरूकता फैलाने और नए शोध को सामने लाने की कोशिश की जाती है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं वर्ल्ड थायराइड डे के बारे में।
विश्व थायराइड डे क्यों मनाया जाता है?- World Thyroid Day Importance in Hindi
थायराइड की बीमारी को लेकर जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से साल 2007 में यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन (ETA) ने थायराइड डे मानाने का प्रस्ताव दिया था। इस प्रस्ताव को वैश्विक स्तर पर मान्यता मिलने के बाद दुनियाभर में 25 मई के दिन विश्व थायराइड जागरूकता दिवस मनाया जाता है। 25 मई को यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन का फाउंडेशन डे भी होता है, इसलिए इस दिन थायराइड डे भी मानाने का प्रस्ताव रखा गया था। अमेरिकन थायराइड एसोसिएशन, लैटिन अमेरिकन थायराइड सोसाइटी और एशिया-ओशिनिया थायराइड एसोसिएशन ने यूरोपियन थायराइड एसोसिएशन के साथ मिलकर इस दिन को मानाने की शुरुआत की थी।
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क्या होती है थायराइड की बीमारी?- What is Thyroid in Hindi
थायराइड ग्लैंड में खराबी आने पर इसका कामकाज प्रभावित होता है और इसी स्थिति को थायराइड की बीमारी के नाम से जाना जाता है। थायराइड की बीमारी जब शुरू होती है, तो इसके कुछ खास लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। जैसे ही यह बीमारी बढ़ने लगती है, इसके लक्षण गंभीर होने लगते हैं। सही समय पर थायराइड के लक्षणों को पहचानकर इलाज लेने से खतरा कम होता है। इस बीमारी के लक्षणों को नजरअंदाज करने से मरीज की परेशानियां गंभीर हो सकती हैं। थायराइड दो प्रकार का होता है, हाइपरथायराइड (Hyperthyroid) और हाइपो थायराइड (Hypothyroid)। जब थायराइड ग्लैंड से हॉर्मोन का उत्पादन ज्यादा होने लगता है तो इसकी वजह से हाइपरथायराइड कि स्थिति पैदा होती है। वहीं जब ग्रंथि अंडर एक्टिव यानि कम सक्रिय हो जाती है तो यह हाइपोथायराइड का कारण बनती है।
थायराइड के लक्षण क्या हैं?- Thyroid Symptoms in Hindi
थायराइड की समस्या में दिखने वाले प्रमुख लक्षण इस तरह से हैं-
- वजन बढ़ना
- नींद से जुड़ी परेशानियां
- घबराहट और चिड़चिड़ापन
- बालों का पतला होना
- मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग बढ़ना
- आवाज भारी होना
- आंखों से जुड़ी समस्याएं
- मांसपेशियों में कमजोरी और थकान
थायराइड की बीमारी में सही समय पर जरूरी केयर और इलाज मिलने से इसे ठीक किया जा सकता है। इस गंभीर बीमारी से बचाव के लिए आपको हेल्दी डाइट और एक्टिव लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए। रोजाना व्यायाम और योग का अभ्यास करें। इसके अलावा शरीर के लिए फायदेमंद और हेल्दी फूड्स का सेवन करें। प्रोसेस्ड फूड, मसालेदार और तला-भुना खाना इस बीमारी के जोखिम को बढ़ा सकता है। थायराइड से बचने के लिए पर्याप्त नींद लें और तनाव कम करने की कोशिश करें।
(Image Courtesy: Freepik.com)
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