World Schizophrenia Day 2024: सिजोफ्रेनिया एक मानसिक बीमारी है। इस बीमारी में पीड़ित व्यक्ति के सोचने, समझने और व्यवहार में बदलाव आ जाता है। सिजोफ्रेनिया से प्रति लोगों में जागरूकता की कमी होने के कारण लोग इसको भूत-प्रेत से जोड़कर देखते हैं और झाड़-फूंक जैसे कई अंध विश्वास करवाते हैं। इसकी वजह से सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति की हालत और भी ज्यादा बिगड़ जाती है। इसलिए हर साल सिजोफ्रेनिया के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए हर साल 24 मई को विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस मनाया (World Schizophrenia Day celebrated 2024) जाता है। सिजोफ्रेनिया जैसी मानसिक स्थिति सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं बल्कि परिवार के सदस्यों और आसपास के लोगों को भी प्रभावित करती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, सिजोफ्रेनिया जैसी मानसिक स्थित से दुनिया भर में 21 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित है। दुनिया भर में हर 300 में से 1 व्यक्ति सिजोफ्रेनिया का शिकार है। सिजोफ्रेनिया 15 से 25 वर्ष की उम्र में हो सकता है। हालांकि वक्त के साथ यह मानसिक स्थिति 5 साल की उम्र के बच्चों में भी देखी जा रही है। विश्व सिजोफ्रेनिया दिवस के मौके पर जानते हैं इस दिन को मनाने का इतिहास, सिजोफ्रेनिया के लक्षण और इलाज के बारे में।
सिजोफ्रेनिया क्या है?- What is Schizophrenia in Hindi
सिजोफ्रेनिया एक ग्रीक शब्द है, जिसका मतलब है ‘विभाजित मन’। सिजोफ्रेनिया एक मानसिक बीमारी है। इस बीमारी में दिमाग के एक हिस्से में केमिकल्स असंतुलित हो जाते हैं। दिमाग में केमिकल असंतुलित होने की वजह से व्यक्ति को भावनाओं, विचारों और कामों को समझने में परेशानी महसूस होती है। इसकी वजह से व्यक्ति कल्पना और वास्तविकता में अंतर नहीं कर पाता है। सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति अक्सर डरा हुआ और अकेला महसूस करता है। इस मानसिक स्थिति में व्यक्ति खुद को हमेशा दूसरों से अलग समझता है। व्यक्ति को किसी अन्य की बात समझने और जानने में वक्त लग सकता है। सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति अपनी खुद की पहचान को व्यक्त नहीं कर पाता है, जिसकी वजह से उसे समाज और परिवार में संबंध बनाने में परेशानी होती है।
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सिजोफ्रेनिया के लक्षण- Schizophrenia Symptoms in Hindi
- किसी से बातचीत करना पसंद नहीं होता
- एक सामान्य व्यक्ति की तरह सुख और दुख महसूस नहीं होता है
- पीड़ित व्यक्ति में उदासीनता
- पीड़ित व्यक्ति का व्यवहार सामान्य नहीं रहता
- भीड़ या सार्वजनिक जगहों में कार्यक्षमता खो देना
- थोडी-थोडी देर में मूड बदलना
- अक्सर उदास और परेशान रहना
- जीवन के प्रति निराशा का भाव रखना
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सिजोफ्रेनिया का इलाज क्या है?- Schizophrenia Treatment in Hindi
सिजोफ्रेनिया एक मानसिक बीमारी है। इस बीमारी को पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता है। लेकिन कुछ थेरेपी और दवाओं के जरिए इसे नियंत्रित जरूर किया जा सकता है। इस मानसिक स्थिति में डॉक्टर पीड़ित के साथ-साथ परिवार के सदस्यों को भी थेरेपी देते हैं, ताकि वह मरीज को सही तरीके से संभाल सकें। सिजोफ्रेनिया पूरी तरह से ठीक होने वाली मानसिक बीमारी नहीं है, लेकिन इसे कंट्रोल में किया जा सकता है। योग, मेडिटेशन और परिवार का सहयोग भी सिजोफ्रेनिया से पीड़ित व्यक्ति को ठीक करने में मदद कर सकता है।
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