Signs Of Poor Circulation In Feet In Hindi: ब्लड सर्कुलेशन एक तरह की प्रणाली है, जिसके माध्यम से हमारी पूरी बॉडी में ऑक्सीजन और सभी जरूरी पोषक तत्व हमारे सेल्स तक पहुंचते हैं। इसी के माध्यम से हम एक्टिव रहते हैं और शरीर दुरुस्त रहता है। लेकिन, कभी-कभी कुछ लोगों में देखने को मिलता है कि स्वास्थ्य खराब होने पर ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है। ऐसा होने पर बॉडी कई तरह का संकेत देने लगता है। आपको बात दें कि आमतौर पर ब्लड सर्कुलेशन का मुख्य कारण है कि ब्लड वेसल्स का सख्त हो जाना, सिकुड़ जाना आदि। इस तरह की कंडीशन किसी भी व्यक्ति के लिए सही नहीं है। कई बार, ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होने पर इसके लक्षण पैरों में भी नजर आते हैं। आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि ब्लड सर्कुलेशन रुकने पर पैरों में किस तरह के लक्षण (Blood Circulation Kharab Hone Ke Lakshan) नजर आ सकते हैं और इनमें सुधार कैसे किया जा सकता है।
पैरों में खराब ब्लड सर्कुलेशन के लक्षण- Signs Of Poor Circulation In Feet In Hindi
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पैरों में सूजन
जब पैरों में सही तरह से ब्लड सर्कुलेशन नहीं होता है, तो पैरों में सूजन जैसी समस्या देखने को मिल सकती है। यह खराब ब्लड सर्कुलेशन का एक लक्षण है। कई बार खराब ब्लड सर्कुलेशन के कारण पैरों में विशेष किस्म का फ्लूइड भर जाता है, जिससे पैरों में सूजन हो जाता है। यह एडिमा का संकेत हो सकता है। ऐसा आपके एक या दोनों पैरों में देखने को मिल सकता है।
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पैरों के बाल झड़ना
आमतौर पर लोग पैरों के बालों की ओर ध्यान नहीं देते हैं। जबकि, ऐसा नहीं करना चाहिए। ब्लड सर्कुलेशन सही न हो, तो शरीर को पर्याप्त न्यूट्रिएंट्स नहीं मिलते हैं। ऐसा होने पर कई बार पैरों में बालों की ग्रोथ कम हो जाती है या फिर बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं। हालांकि, खराब ब्लड सर्कुलेशन का असर पैरों की त्वचा पर भी पड़ता है। स्किन खुरदुरी और ड्राई होने लगती है। यह भी खराब ब्लड सर्कुलेशन की निशानी है।
पैरां का ठंडा या नीला पड़ना
खराब ब्लड सर्कुलेशन की वजह से पैरों का रंग नीला पड़ जाता है। दरअसल, जब सही तरह से ब्लड सर्कुलेशन नहीं होता है, तो पैरों में मौजूद टिश्यूज तक पर्यापत पोषक तत्व नहीं पहुंचते हैं। पोषक तत्वों की कमी के कारण पैर ठंडे पड़ सकते हैं और उनका रंग भी बदल सकता है। हालांकि, यह खास किस्म की कंडीशन होती है और कई बार किसी बीमारी के कारण भी ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकती है।
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पैरों का सुन्न होना
जब ब्लड सर्कुलेशन सही तरह से नहीं होता है, तो सबसे पहले पैरों में सुन्नपन का अहसास होता है। ऐसा अक्सर लंबे समय तक एक ही पोजिशन में बैठे रहने के कारण महसूस किया जा सकता है। हालांकि, यह कोई समस्या नहीं होती है। लेकिन, जिन्हें डायबिटीज जैसी मेडिकल कंडीशन, उन्हें भी पैरों सुन्नपन की समस्या हो जाती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि डायबिटीज के कारण नसें कमजोर हो जाती हैं और ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। कई बार ब्लड सर्कुलेशन कम होने के कारण पैरों में झनझनाहट की समस्या भी देखी जा सकती है।
पैरों के नाखूनों की ग्रोथ कम होना
जिस तरह सही तरह से ब्लड सर्कुलेशन नहीं होने पर पैरों की स्किन की कलर बदल सकता है, पैरों के बाल झड़ सकते हैं या उनकी ग्रोथ कमजोर हो सकती है। इसी तरह, पैरों के नाखूनों पर भी खराब ब्लड सर्कुलेशन का असर पड़ता है। पैरों के नाखून कमजोर हो जाते हैं और उनकी ग्रोथ हेल्दी लोगों की तुलना में कम होती है। यही नहीं, कुछ गंभीर मामलो में ब्लड सर्कुलेशन की कमी के कारण पैरों के नाखून ग्रो करना बंद कर देते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन सुधार कैसे करें- Tips To Boost Poor Circulation In Feet In Hindi
- नियमित रूप से फिजिकली एक्टिव रहें। अपनी डेली लाइफस्टाइल में स्ट्रेचेस एक्सरसाइज शामिल करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार (Blood Circulation Kaise Badhaye) दिखने लगेगा।
- रिलैक्सिंग तकनीक, जैसे योगा और मेडिटेशन करें। इनकी मदद से बॉडी में ब्लड फ्लो सही बना रहता है।
- कैफीन और नशीले पदार्थों का सेवन कम से कम करना चाहिए।
- अपने बॉडी टेंप्रेचर सामान्य रखें और बीमारियों के रिस्क को कम करने की कोशिश करें।
- पैरों की मसाज भी कर सकते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।
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