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पल्मोनरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन में क्या अंतर है? जानें इनके लक्षण और बचाव

Pulmonary Hypertesion vs Hypertension: पल्मोनरी हाइपरटेंशन सामान्य हाई बीपी से अलग होता है, इसमें फेफड़ों से दिल तक जाने वाली धमनियों में बीपी बढ़ जाता है।
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पल्मोनरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन में क्या अंतर है? जानें इनके लक्षण और बचाव

Pulmonary Hypertension vs Hypertension: हाइपरटेंशन यानि हाई ब्लड प्रेशर एक गंभीर समस्या है। खानपान में गड़बड़ी, खराब जीवनशैली और स्वास्थ्य से जुड़े कारणों की वजह से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है। तनाव और मानसिक स्वास्थ्य का भी असर हाई ब्लड प्रेशर पर पड़ता है। हाइपरटेंशन का एक रूप पल्मोनरी हाइपरटेंशन (Pulmonary Hypertension) भी है। हालांकि पल्मोनरी हाइपरटेंशन और सामान्य हाइपरटेंशन दोनों ही अलग-अलग चीजें हैं और इन दोनों ही स्थितियों में हार्ट को गंभीर नुकसान पहुंचता है। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं पल्मोनरी हाइपरटेंशन और सामान्य हाइपरटेंशन में अंतर और बचाव के उपाय।

पल्मोनरी हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन में अंतर- Difference Between Pulmonary Hypertension & Hypertension in Hindi

हाइपरटेंशन (उच्च रक्तचाप) और पल्मोनरी हाइपरटेंशन (फेफड़ों में उच्च रक्तचाप) दो अलग-अलग स्थितियां हैं जिनके लक्षण, कारण और उपचार के तरीके भी अलग होते हैं। लखनऊ स्थित कपूर हार्ट सेंटर के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ केके कपूर कहते हैं, "पल्मोनरी हाइपरटेंशन सामान्य हाई बीपी से अलग होता है। इस समस्या में आपके फेफड़ों से दिल तक जाने वाली धमनियों में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। इसके अलावा आपके फेफड़ों की धमनियां और हार्ट का दाहिना हिस्सा प्रभावित होता है।"

Difference Between Pulmonary Hypertension & Hypertension in Hindi

पल्मोनरी हाइपरटेंशन को समझने के लिए आपको सबसे पहले सामान्य हाइपरटेंशन के बारे में समझ लेना चाहिए-

हाइपरटेंशन क्या है?- What is Hypertension in Hindi

हाइपरटेंशन, जिसे आमतौर पर हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप कहा जाता है, एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त वाहिकाओं में ब्लड का दबाव लगातार बढ़ता रहता है। 120/80 मिमी एचजी दबाव को सामान्य ब्लड प्रेशर माना जाता है। यदि किसी व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 140/90 मिमी एचजी या इससे अधिक होता है, तो उसे हाइपरटेंशन माना जाता है।

हाइपरटेंशन के कारण

  • वजन बढ़ना
  • ज्यादा नमक का सेवन
  • असंतुलित डाइट
  • शारीरिक गतिविधि की कमी
  • धूम्रपान और शराब का सेवन
  • तनाव

हाइपरटेंशन के लक्षण

  • सिरदर्द
  • चक्कर आना
  • धुंधली दृष्टि
  • नाक से खून आना

पल्मोनरी हाइपरटेंशन क्या है?- What is Pulmonary Hypertension in Hindi

पल्मोनरी हाइपरटेंशन एक गंभीर स्थिति है जिसमें फेफड़ों की धमनियों में ब्लड का दबाव बढ़ जाता है। यह हृदय और फेफड़ों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है और समय पर इलाज न होने से यह जानलेवा भी हो सकता है। इस समस्या के लक्षण अक्सर ब्लड प्रेशर के लक्षण जैसे ही होते हैं।

पल्मोनरी हाइपरटेंशन के कारण- What Causes Pulmonary Hypertension in Hindi

  • हृदय रोग
  • फेफड़ों की बीमारियां (जैसे कि COPD)
  • जेनेटिक कारण
  • ब्लड का थक्का जमना

पल्मोनरी हाइपरटेंशन के लक्षण- Pulmonary Hypertension Symptoms in Hindi

  • सांस फूलना
  • थकान
  • सीने में दर्द
  • बेहोशी

पल्मोनरी हाइपरटेंशन से बचाव के टिप्स- How To Prevent Pulmonary Hypertension in Hindi

पल्मोनरी हाइपरटेंशन से बचाव के लिए इन बातों का ध्यान रखें-

  • समय-समय पर फेफड़े और हार्ट की जांच कराएं
  • हृदय और फेफड़ों को मजबूत बनाने वाले व्यायाम करें
  • स्मोकिंग छोड़ें और धुएं से बचें
  • फेफड़ों को प्रभावित करने वाले संक्रमणों से बचें
  • संतुलित और पौष्टिक आहार लें

पल्मोनरी हाइपरटेंशन में विशेष रूप से फेफड़ों की धमनियों में ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। यह समस्या भी आमतौर पर जीवनशैली, डाइट और जेनेटिक कारणों से होती है। इसके अलावा हार्ट और फेफड़े से जुड़ी पुरानी बीमारियों के कारण भी इस समस्या का खतरा रहता है। पल्मोनरी हाइपरटेंशन के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित इलाज लें।

(Image Courtesy: freepik.com)

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