
Early Signs Of Rectal Cancer In Hindi: कैंसर एक घातक बीमारी है। अगर समय रहते इसके लक्षणों के बारे में नहीं पता चलता है, तो मरीज का स्वास्थ्य बुरी तरह बिगड़ सकता है। कुछ गंभीर मामलों में उसकी जान भी जा सकती हैं इसी तरह, रेक्टल कैंसर भी घातक बीमारी है। रेक्टर कैंसर रेक्टल यानी मलाशय में शुरू होता है। मलाशय, बड़ी आंत का आखिरी हिस्से को कहते हैं। रेक्टम में कैंसर हो, तो वह रेक्टल कैंसर कहलाता है, वहीं कोलोन यानी गूदा में कैंसर हो, तो उसे कोलोन कैंसर के नाम से जाना जाता है। आमतौर पर रेक्टल कैंसर होने पर शरीर में कई तरह के संकेत उभरने लगते हैं। इन्हें हम अर्ली सिम्पटम्स भी कह सकते हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इस संबंध में सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, एमबीबीएस, एमएस, एमसीएच, मेडिकवर हॉस्पिटल, नवी मुंबई के डॉ. शिशिर शेट्टी से विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
स्टूल में ब्लड आना (Blood In Stool)
रेक्टल कैंसर के शुरुआती संकेत या लक्षण के तौर पर स्टूल यनी मल में रक्त आने लगता है। साथ ही, रक्त का रंग बहुत ही ज्यादा गाढ़ा या मैरून होता है। हालांकि, स्टूल में ब्लड आना किसी अन्य बीमारी का भी संकेत हो सकता है। लेकिन अगर, आपके साथ ऐसा कुछ हो और लंबे समय तक यह समस्या बनी हुई हो, तो बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाएं और उपयुक्त इलाज करवाएं।
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मल त्यागने की आदत में परिवर्तन (Changes In Bowel Movement)
हम अक्सर कब्ज, डायरिया को पेट की छोटी-मोटी समस्या समझकर नजरंदाज कर बैठते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपको मल त्यागने की आदत में बार-बार परविर्तन हो रहा है, कभी कब्ज हो जाती है या फिर कभी बार-बार मल त्यागने जाना पड़ता है, तो यह सब रेक्टल कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। आपको इनकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
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पेट संबंधी समस्याएं (Stomach Problems)
रेक्टल कैंसर के शुरुआती लक्षणों के दौरान पेट में दर्द, पेट में भारीपन और पेट से संबंधित अन्य समस्याएं भी होने लगती है। यह चिंता का विषय तब बनता है, जब पेट दर्द या ब्लोटिंग की दवा खाने के बावजूद पेट में आराम नहीं आता है और समस्या बनी रहती है। अगर किसी हद तक पेट ददे से राहत मिल भी जाए, तो एक निश्चित समय बाद इस तरह की समस्या फिर से उभरने लगती है। कहने का मतलब यही है कि अगर आपको पेट दर्द हो या बार-बार ब्लोटिंग यानी पेट फूलने की दिक्कत हो, तो बेहतर होगा कि इन लक्षणों के प्रति लापरवाही न करें।
वजन कम होना (Sudden Weight Changes)
रेक्टल कैंसर होने पर एकाएक मरीज का वजन कम होने लगता है। यह भी शुरुआती लक्षणों में से एक है। इस बात को समझें कि बिना किसी फिजिकल एक्टिविटी किए या बिना डाइट किए, अगर आपका वजन कम हो रहा है, तो यह चिंता की बात हो सकती है। वैसे, भी अगर वजन कम हो रहा है, तो यह किसी और बीमारी का संकेत भी हो सकता है। इसलिए, वजन कम होने पर इसकी वजह का पता लगाएं और इसके बाद इसका अच्छी तरह इलाज करवाएं।
थकान महसूस करना (Feeling Tired)
किसी भी अन्य बीमारी की तरह, रेक्टल कैंसर होने पर भी मरीज खुद को हमेशा थका हुआ महसूस करता है। सामान्यतौर पर, अतिरिक्त काम करने से थकान होना लाजिमी है। लेकिन, अगर आप छोटे-छोटे काम में थकान महसूस कर रहे हैं, लंबे समय तक काम करने में असहज रहते हैं, तो इस स्थिति को हल्के में लेना सही नहीं होगा।
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