व्यस्त जीवनशैली ने लोगों के जीवन को असंतुलित कर दिया है। आगे बढ़ने और अलग करने की चाह ने लोगों को व्यक्तिगत जीवन के प्रति निरंकुश बना दिया है।
ऑफिस के काम के कारण लोग अपनों से दूर हो रहे हैं। ऐसे में प्रोफेशनल और पर्सनल लाइफ में तालमेल बिठाना मुश्किल हो रहा है। लेकिन ये न तो आपके स्वास्थ्य के लिए सही है और न ही आपके संबंधों के लिए। इसलिए व्यस्त समय के साथ जीवन के अन्य कामों के बीच संतुलन बनाना जरूरी है। इस लेख में जानिए काम की व्यस्तता के साथ पर्सनल लाइफ में संतुलन कैसे बनायें।
ऑफिस का काम आफिस में
कभी भी अपने काम को घर पर न लायें, कोशिश यह करें की कार्यालय में आपको जो भी टास्क दिया जाये उसे वहीं निपटा लें। ऐसे में जब आप घर लौटेंगे तो आपके पास खुद के लिए और घरवालों के लिए भी समय होगा। यदि आप जीवन को फिर से मस्ती की पटरी पर लाना चाहते हैं तो इसकी शुरूआत यहीं से कीजिए।
समय का निर्धारण
समय का बेहतर तरीके से प्रबंधन करके आप अपने जीवन में संतुलन बना सकते हैं। समय के बीच असंतुलन के कारण ही आपकी जिंदगी में समस्यायें होती हैं। यदि आप ऑफिस और घर के बीच संतुलन बनाना चाहते हैं तो टाइम मैनेजमेंट कीजिए। समय का सही प्रयोग आपके काम और जीवन अन्य कामों के बीच कभी भी झगड़े का कारण नहीं बनेगा।
पुराने शौक
आप काम और भागदौड़ के चलते अपने पुराने शौक और पसंद को भूल चुके हैं। तो अब टाइम आ गया है उनको दोबारा जगाने का। आप पहले जो भी करते थे उसे फिर से करना शुरू कीजिए। यदि आपका शौक गाना-बजाना है तो उसे पूरा कीजिए। इस समय अपनी उन आदतों को दोहराइए जिसके कारण आपको बचपन में डांट पड़ती थी।
ट्रिप पर जायें
लगातार काम करने से बोर हो चुके हैं तो समय है छुट्टियों पर जाने का। दोस्तों या परिवार वालों के साथ किसी हिल स्टेशन, या फिर समुंदर की सैर करने निकल जाइए। इससे आपके दिमाग को आराम मिलेगा और आप फिर से तरोताजा हो जायेंगे।
मेडिटेशन कीजिए
ध्यान और योग व्यक्ति के दिमाग को शांति प्रदान कर तनाव से निकालते हैं। यदि आप भी काम के बोझ से दब गये हैं और अपनी जिंदगी में सुकून चाहते हैं तो नियमित रूप से ध्यान करना शुरू कर दीजिए। ध्यान करने से आपको आराम मिलेगा और तनाव नहीं होगा।
परिवार के साथ
आदमी जब परिवार के साथ होता है तो दुनिया की सारी बातों को भूल जाता है। आप भी थोड़ा सा समय अपने परिवार के साथ बिताइये। अपने दोस्तों के साथ थोड़ा समय बिताइये, बच्चों का होमवर्क कराइए, दोस्तों और घरवालों के लिए खाना पकाइए। पुराने दोस्तों से मिलिए, उन जगहों पर जाइए जहां आप मस्ती करते थे, फिर देखिये आपकी वही जिंदगी वापिस आ जायेगी जिसे सालों पहले छोड़कर आप आगे बढ़े थे।
आप ऑफिस के काम में व्यस्त हो गये इसका मतलब यह नहीं कि आप दोबारा से पुरानी लाइफस्टाइल नहीं अपना सकते। सकारात्मक सोच और इच्छाशक्ति के साथ किया गया काम हमेशा ही आसान हो जाता है।