प्रसव के लिए अपनाई जाने वाली ब्रैडली तकनीक के फायदे

ब्रैडली तकनीक प्राकृतिक प्रसव के लिए प्रेरित करता है, इस तकनीके बारे में जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
  • SHARE
  • FOLLOW
प्रसव के लिए अपनाई जाने वाली ब्रैडली तकनीक के फायदे


मां बनना किसी महिला के लिए इस दुनिया का सबसे खूबसूरत अहसास है। वर्तमान में तकनीक बहुत विकसित हो चुकी है, इसलिए गर्भावस्था की योजना बनाने से लेकर प्रसव तक सबकुछ विशेषज्ञों की नजर में हो रहा है। गर्भावस्था और प्रसव को लेकर नित नये आयाम सामने आ रहे हैं। आजकल ज्यादातर महिलाएं प्रसव के लिए सी-सेक्शन का सहारा अधिक ले रही हैं, जो कि नुकसानदेह है। ऐसे में महिलाओं को प्राकृतिक प्रसव पर जोर देने वाली तकनीक ब्रैडली तकनीक के बारे में जरूर जानना चाहिए। इस लेख में ब्रैडली तकनीक के बारे में विस्तार से जानिए।

 

क्या है ब्रैडली तकनीक

यह तकनीक प्राकृतिक रूप से बच्चा पैदा करने की तकनीक है। इसकी खोज रॉबर्ट ब्रैडली ने 1940 में की थी। इनके नाम पर ही इस तकनीक का नाम ब्रैडली तकनीक पड़ा। इस तकनीक की प्रेरणा रॉबर्ट ब्रैडली को पशुओं से मिली। जोकि बिना किसी सहायता के और बिना किसी दर्द निवारक दवा के प्राकृतिक प्रसव करते हैं। ब्रैडली ने ऐसी ही ट्रेनिंग की प्रक्रिया शुरू की जिससे प्राकृतिक प्रसव हो। इस ट्रेनिंग के जरिये महिला का शरीर बच्चे के समरूप बनाना था जिससे प्रसव के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो।

क्या है यह प्रक्रिया

प्रसव गर्भावस्था का अंतिम चरण होता है, जो कि सबसे महत्वपूर्ण है। ब्रैडली तकनीक इस दौरान होने वाली समस्याओं को कम करने की ट्रेनिंग प्रदान करता है और इसका लक्ष्य यह भी है कि इस दौरान कम से कम दवाओं का प्रयोग हो ताकि इसका बुरा असर बच्चे पर न पड़े। यह निम्न बिंदुओं पर आश्रित है –

 

  • डॉक्टरों की मौजदूगी के बावजूद महिलायें प्राकृतिक रूप से प्रसव कर सकती हैं, यह उसी तकनीक पर आधारित है।
  • इस प्रक्रिया का उद्देश्य प्रसव के दौरान होने वाले दवाओं के प्रयोग को कम या न के बराबर करना है। यह उस दौरान होने वाले दर्द और तनाव को भी काबू में लाता है।
  • इस तकनीक में मां को प्रसव की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि मां को किसी तरह की समस्या न हो।
  • इस दौरान पार्टनर का साथ होना जरूरी है, क्योंकि वही इस मुश्किल में महिला को सहारा दे सकता है और उसके दर्द को समझ सकता है।

 

क्या हैं फायदे

इस प्रक्रिया का सबसे अधिक फायदा है प्राकृतिक प्रसव का होना। क्योंकि प्राकृतिक प्रसव के दौरान भले ही दर्द हो लेकिन यह क्षणिक होता है और इससे मां और बच्चा दोनों सुरक्षित रहते हैं। इस ट्रेनिंग में पार्टनर को भी शामिल किया जाता है जिससे उसे भी एक मां की भावनाओं का अहसास होता है और दोनों का रिश्ता और प्रगाढ़ होता है। यह मां को प्राकृतिक प्रसव के लिए शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से तैयार करता है।


ब्रैडली तकनीक प्रसव का सुरक्षित तरीका है, चिकित्सिक से सलाह ले‍कर आप भी इसे आजमा सकती हैं।

 

Read more articles on Pregnancy in hindi.

Read Next

प्रेग्नेंसी होती हैं कई तरह की, जानिए कौन-कौन सी

Disclaimer