Doctor Verified

Childhood Obesity: सही नहीं है चाइल्ड ओबेसिटी की अनदेखी? जानें क्यों जरूरी है समय पर इसका ट्रीटमेंट

Childhood Obesity: बच्चे के लिए चाइल्ड ओबेसिटी बिल्कुल सही नहीं है। इससे उन्हें कई तरह की मेडिकल हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
Childhood Obesity: सही नहीं है चाइल्ड ओबेसिटी की अनदेखी? जानें क्यों जरूरी है समय पर इसका ट्रीटमेंट

Why Treating Childhood Obesity Is Important In Hindi: ओबेसिटी अपने आप में एक गंभीर समस्या होती है। यह भले कोई अपने आप में कोई बीमारी न हो, लेकिन इसकी वजह से कई तरह की बीमारियां हो सकती है। इनमें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, थायराइड ही शामिल नहीं है। यहां तक कि हार्ट हेल्थ, सांस से जुड़ परेशानियां भी शामिल होती हैं। इसलिए, तमाम विशेषज्ञों का यह कहते सुना होगा कि अपने वजन को हमेशा संतुलित रखना चाहिए। खासकर, बच्चों की बात करें, तो उनके लिए मोटापा बिल्कुल सही नहीं है। कम उम्र में ओबेसिटी होने पर उन्हें अधेड़ों जैसी बीमारियां हो सकती हैं। इस लेख में हम आपको आगे बताएंगे कि आखिर चाइल्डहुड ओबेसिटी का सही समय पर ट्रीटमेंट क्यों जरूरी है? जानते हैं कि नवी मुंबई स्थित अपोलो अस्पताल के Lead consultant Pediatric Critical Care Specialist डॉ. नारजोहन मेश्राम से।

चाइल्ड ओबेसिटी का ट्रीटमेंट क्यों जरूरी है?- Why Treating Childhood Obesity Is Important In Hindi

Why Treating Childhood Obesity Is Important In Hindi

ओबेसिटी से बढ़ सकता है हार्ट डिजीज का रिस्क

अगर बच्चा चाइल्डहुड ओबेसिटी से गुजर रहा है, तो इसकी अनदेखी करना बिल्कुल सही नहीं है। चाइल्डहुड ओबेसिटी के कारण बच्चे का कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। यही नहीं, ब्लड प्रेशर के बढ़ने का जोखिम भी रहता है। ध्यान रखें कि अगर ब्लड प्रेशर का स्तर में इतनी कम उम्र में उतार-चढ़ाव आने लगेगा, तो इसका हार्ट हेल्थ पर बहुत बुरा असर पड़ सकता है। इससे बच्चे का भवष्यि में हार्ट डिजीज होने का खतरा भी रहता है।

इसे भी पढ़ें: Childhood Obesity: बच्चों का मोटापा कंट्रोल करने के लिए क्या करें? एक्सपर्ट से जानें खास टिप्स

ओबेसिटी के कारण हो सकता है ज्वाइंट पेन

आपने अक्सर सुना होगा कि बढ़ती उम्र के लोगों को ज्वाइंट पेन की समस्या की होती है। लेकिन, अगर आपका बच्चा चाइल्डहुड ओबेसिटी से गुजर रहा है, तो उसे भी ज्वाइंट पेन की दिक्कत हो सकती है। क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है? दरअसल, सब बच्चे का वजन बढ़ जाता है, तो उसके लिए चलना-फिरना मुश्किल हो जाता है। अपने ओवर बॉडी वेट के कारण वह ज्यादा हिल-डुल नहीं पाता और एक ही जगह बैठे रहने या कम फिजिकल एक्टिविटी के कारण हड्डियां लचीली नहीं रह जाती हैं। ऐसे में पैरों में दर्द, ज्वाइंट पेन बढ़ सकता है। वैसे भी बढ़ते बॉडी वेट के कारण लोअर ज्वाइंट्स पर काफी दबाव बनता है, जिससे कम उम्र में ही कार्टिलेज को नुकसान होने लगता है।

ओबेसिटी से नींद की समस्या हो सकती है

Why Treating Childhood Obesity Is Important In Hindi

आपने शायद ही कभी यह सुना हो कि बच्चे को रात के समय नींद नहीं आती है। ऐसा उन बच्चों के साथ होता है, जो फिजिकल एक्टिविटी कम करते हैं या फिर दिन भर फोन में समय बिताते हैं। वहीं, जो बच्चे चाइल्डहुड ओबेसिटी का शिकार हैं, उन्हें भी नींद की समस्या हो सकती है। विशेषज्ञों की मानें, तो ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि ओवर वेट अक्सर बच्चे को असहज रखता है, उसकी फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाती है। कई बार बच्चे अपने बॉडी वेट के कारण स्ट्रेस में आ जाते हैं। नतीजतन, उनकी नींद बाधित होने लगती है। इस तरह की सिचुएशन से बच्चे को बचाने के लिए आवश्यक है कि आप चाइल्डहुड ओबेसिटी का समय पर ट्रीटमेंट करवाएं।

इसे भी पढ़ें: बच्चों में तेजी से क्यों बढ़ रहा है मोटापा? जानें इसके कारण और वजन को कंट्रोल में रखने के टिप्स

ओबेसिटी से बढ़ सकता है स्ट्रेस

जैसा कि कुछ देर पहले ही जिक्र किया है कि कई बार बच्चे अपने बॉडी वेट के कारण स्ट्रेस में आ जाते हैं। असल में, जब बच्चे अपने आसपास हेल्दी और एक्टिव बच्चे देखते हैं, तो ऐसे में मोटे हो चुके बच्चे अपने दोस्तों के सर्कल से दूर हो जाते हैं। ज्यादातर समय अकेले रहने से उनका स्ट्रेस बढ़ने लगता है। कुछ बच्चे डिप्रेशन में भी आ जाते हैं। इससे उनकी मेंटल और फिजिकल हेल्थ पर भी निगेटिव असर पड़ता है। ऐसे में चाइल्डहुड ओबेसिटी का ट्रीटमेंट करवाया जाना बहुत जरूरी हो जाता है।

ओबेसिटी के कारण हो सकता है टाइप 2 डायबिटीज

यह बात हम सभी जानते हैं कि मोटापे के कारण टाइप 2 डायबिटीज हो सकता है। बच्चे भी इसके जोखिम से अछूते नहीं हैं। अगर बच्चा चाइल्डहुड ओबेसिटी से गुजर रहा है, तो उसे टाइप 2 डायबिटीज हो सकता है। ध्यान रखें कि डायबिटीज एक गंभीर मेडिकल कंडीशन है, जिसका कोई स्थाई इलाज नहीं है। टाइप 2 डायबिटीज के कारण बच्चे को जिंदगी भर बहुत सारी रिस्ट्रिक्शन से गुजरना पड़ सकता है। ऐसा न हो, इसलिए समय रहते बच्चे का चाइल्डहुड ओबेसिटी का ट्रीटमेंट करवाएं।

All Image Credit: Freepik

Read Next

आखिर बच्चों को मानसून में क्यों नहीं देना चाहिए स्ट्रीट फूड? एक्सपर्ट से जानें इसके 4 कारण

Disclaimer