Menstrual Hygiene Importance In Hindi: पीरियड्स के दौरान अक्सर मलिहाएं पेट दर्द, क्रैंप्स, कमर दर्द जैसी तमाम समस्याओं से परेशान रहती हैं। इसके अलावा, दिन भर में बार-बार पैड चेंज करना, जेनिटल एरिया के आसपास इचिंग होना जैसी कई अन्य समस्याएं भी हो जाती हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो पीरियड्स के दौरान कई ऐसी परेशानियां हैं, जो हाइजीन का ध्यान न रखने की वजह से हो सकती हैं। यहां तक कि हाइजीन की कमी की वजह से गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। कल यानी 28 मई 2025 को मेंस्ट्रुअल हाइजीन डे है। कई सालों से इस दिन खासतौर पर इसलिए मनाया जा रहा है, ताकि महिलाएं पीरियड्स हाइजीन के प्रति जागरूक हों और इससे संबंधित तमाम बीमारियों के रिस्क को कम कर सकें। इस लेख में हम जानेंगे कि पीरियड्स के दौरान हाइजीन क्यों जरूरी होती है? इस संबंध में Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से बात की। (Period Me Hygiene Kaise Kare)
पीरियड्स के दौरान हाइजीन का महत्व- Why Is Period Hygiene Important In Hindi
संक्रमण का रिस्क कम होता है
पीरियड्स के दौरान अगर आप नियमित रूप से पैड चेंज नहीं करती हैं, तो इस वजह से वजाइनल एरिया में बैक्टीरिया और फंगस हो सकते हैं। ये स्थितियां इतनी खराब हैं कि समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो महिला को वजाइनल इंफेक्शन हो सकता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि वजाइनल इंफेक्शन रिप्रोडक्टिव ट्रैक्ट पर भी बुरा असर पड़ता है।
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रिप्रोडक्टिव हेल्थ सही रहती है
पीरियड्स के दिनों में जब आप नियमित रूप से साफ-सफाई का ध्यान रखती हैं, समय-समय पर पैड चेंज करती हैं और सादे पानी से वॉश करती हैं। ऐसे में, यूटीआई का रिस्क कम होता है। ध्यान रखें कि जब आप इन दिनों हाइजीन का ध्यान नहीं रखती हैं, तो इसकी वजह से यूरिन इंफेक्शन हो सकता है, पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज हो सकता है। कुल मिलाकर, कहने की बात ये है कि हाइजीन की कमी की वजह से फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ सकता है।
सर्वाइक कैंसर का जोखिम में कमी
क्या आप जानते हैं कि जब पीरियड हाइजीन का ध्यान नहीं रखा जाए, तो यह सर्वाइकल कैंसर का बड़ा कारण है। विशेषज्ञों के अनुसार, पीरियड्स के दौरान जब आप सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं, तो इसकी वजह से संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है। जब संक्रमण का प्रॉपर ट्रीटमेंट नहीं होता है, तो इसकी वजह से एचपीवी जैसी घातक बीमारियों का भी रिस्क बढ़ने लगता है। ऐसे में कई तरह के सर्वाइकल कैंसर के होने के चांस भी बढ़ जाते हैं।
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ओवर ऑल हेल्थ बेहतर होती है
जब आप अच्छी तरह से पीरियड हाइजीन का ध्यान रखती हैं, तो इसकी से पीरियड्स के कारण होने समस्याएं आपको परेशान नहीं करती हैं। आप फिट रहती हैं, कंफर्टेबल रहती हैं और पीरियड्स की यह जर्नी आराम से कट जाती है। इसका आपकी ओवर ऑल हेल्थ पर भी अच्छा असर पड़ता है। जब पीरियड्स स्मूद होते हैं, तो इसकी वजह से होने वाला तनाव में भी कमी आती है।
FAQ
पीरियड्स के दौरान हाइजीन का क्या ध्यान रखना चाहिए?
पीरियड्स के दौरान नियमित रूप से पैड बदलना चाहिए, कंफर्टेबल अंडरवियर पहनना चाहिए और समय-समय पर गुप्तांग की पानी से वॉश करना चाहिए। इसके अलावा, जब भी पैड ज्यादा गीला हो जाए या दुर्गंध आने लगे तो पैड चेंज कर लेना चाहिए।पीरियड के पांचवें दिन संबंध बनाने से क्या होता है?
पीरियड के पांचवें दिन संबंध बनाना चाहिए या नहीं, यह आपकी सेहत पर निर्भर करता है। अगर आप सहज हैं, स्वास्थ्य सही है, क्रैंप्स नहीं हो रहे हैं,तो संबंध बना सकते हैं। ध्यान रखें कि इन दिनों सेक्स करने से मूड एन्हैंस होता है और क्रैंप्स की दिक्कतें भी दूर होती हैं। हार्मोनल के बैलेंस रहने में भी मदद मिलती है।क्या पीरियड में नहाना चाहिए या नहीं?
पीरियड्स में नहाना बहुत जरूरी है। असल में, पीरियड्स हाइजीन का ध्यान न रखा जाए, तो संक्रमण सहित कई अन्य बीमारियां हो सकती हैं।