What is Best For Periods, Pads or Tampons Or Menstrual Cups: पीरियड साइकिल महिलाओं में होने वाली एक नेचुरल प्रक्रिया है, जो हर महिला के जीवन का एक अहम हिस्सा माना जाता है। पीरियड्स महिलाओं के बेहतर प्रजनन स्वास्थ्य का संकेत भी माना जाता है। लेकिन, इस दौरान महिलाओं को किसी भी तरह के इंफेक्शन, या बीमारी से बचाव के लिए मेंस्ट्रुअल हाइजीन का खास ध्यान रखना बहुत जरूरी है। ऐसे में पीरियड के दौरान साफ-सफाई का ध्यान रखने के लिए सही प्रोडक्ट को चुनने महिलाओं के लिए मुश्किल हो जाता है। आज के समय में मार्केट में कई तरह के मेंस्ट्रुअल प्रोडक्ट्स मिलते हैं, जिसका उपयोग महिलाओं के मेंस्ट्रुअल हाइजीन में अहम रोल अदा करता है। ऐसे में आइए आकाश हेल्थकेयर की एसोसिएट कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायनेकोलॉजी डॉ. संस्कृति बत्रा से जानते हैं कि पैड, टैम्पोन या पीरियड कप: मेंस्ट्रुअल हाइजीन के लिए क्या बेहतर है? लेकिन, इससे पहले आइए जानते हैं सैनेटरी पैड्स, टैम्पोन और मेंस्ट्रुअल कप के क्या फायदे और नुकसान हैं-
सैनेटरी पैड्स के फायदे और नुकसान
पीरियड्स के दौरान सैनेटरी पैड्स का उपयोग करना सबसे आसान होता है, खासकर टीनएजर्स और उन महिलाओं के लिए जिनके लिए पीरियड्स का अनुभव नया है। ये आसानी से बाजार में मिल जाते हैं और इन्हें लगाने के लिए शरीर के अंदर कुछ भी डालने की जरूरत नहीं होती है, जिससे डर या झिझक हो। अगर इन्हें हर 4–6 घंटे में बदला जाए, तो इंफेक्शन का खतरा कम होता है। लेकिन, इन्हें लंबे समय तक पहनने पर स्किन में जलन या रैशेज की समस्या हो सकती है, खासकर गर्मी के मौसम में। ये पर्यावरण के लिए हानिकारक होते हैं, क्योंकि इनमें प्लास्टिक होता है, जो बायोडिग्रेडेबल नहीं होते। साथ ही, स्विमिंग या किसी फिजिकल एक्टिविटी के दौरान इन्हें पहनना असुविधा देने वाला हो सकता है।
इसे भी पढ़ें: क्या पीरियड्स के दौरान गर्म पानी से नहाना ठीक है? जानें डॉक्टर से
टैम्पोन के फायदे और नुकसान
टैम्पोन उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है, जो स्पोर्ट्स, स्विमिंग या बहुत ज्यादा एक्टिव लाइफस्टाइल जीती हैं। ये शरीर के अंदर लगाए जाते हैं, जिससे रिसाव की संभावना कम होती है और गंध भी नहीं आती। इसे आप आसानी से अपने बैग में रखकर कहीं भी जा सकते हैं। लेकिन, टैम्पोन को सही तरीके से लगाने में शुरुआत में आपको दिक्कत हो सकती है। इन्हें हर 4 से 8 घंटे में बदलना जरूरी होता है। अगर लंबे समय तक टैम्पोन को न बदला जाए, तो टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (TSS) नाम की गंभीर समस्या हो सकती है, जो आपके लाइफ के लिए भी खतरनाक हो सकती है।
मेंस्ट्रुअल कप्स के फायदे और नुकसान
मेंस्ट्रुअल कप्स एक बार लगाने पर 8 से 12 घंटे तक काम करता है, जिससे बार-बार बदलने की जरूरत नहीं होती है। ये पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित होते हैं क्योंकि इन्हें 5 से 10 साल तक इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके इस्तेमाल से डिस्चार्ज की संभावना बहुत कम होती है, जिससे ये लंबे समय के लिए इस्तेमाल हो सकता है। हालांकि, शुरुआत में इसे सही तरीके से लगाना और निकालना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, इसलिए इसके लिए प्रेक्टिस करना बहुत जरूरी है। कप को साफ और स्टरलाइज करना बहुत जरूरी होता है, खासकर हर पीरियड साइकिल के बाद।
इसे भी पढ़ें: पहली बार पीरियड्स होने पर लड़कियों को क्या करना चाहिए? जानें इससे जुड़े 10 सवालों के जवाब डॉक्टर से
पीरियड्स में पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप क्या है बेहतर? - Which is Better Pads, Tampons Or Menstrual Cups in Hindi?
पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप, इन तीनों में से पीरियड्स के दौरान क्या इस्तेमाल करना बेहतर होता है, ये पूरी तरह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कब और किस स्थिति में किस चीज का उपयोग कर रहे हैं। अगर आपको पीरियड्स आना अभी शुरू हुए हैं तो पैड का उपयोग करना बेहतर रहेगा। अगर आप बहुत एक्टिव लाइफस्टाइल जीते हैं तो टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करना सही होता है। लेकिन, अगर आप पर्यावरण के प्रति जागरूक हैं और बार-बार खर्च नहीं करना चाहते तो भी मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल सही होता है। इतना ही नहीं, अगर आप लंबा ट्रैवल करने जा रही हैं और बार-बार पैड बदलाव संभव नहीं है तो भी मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग सही होता है। साथ ही, अगर आपकी स्किन सेंसिटिव है तो कॉटन पैड्स या मेंस्ट्रुअल कप का उपयोग करना सही हो सकता है।
निष्कर्ष
पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रुअल कप, क्या है बेहतर इस बात को लेकर गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. संस्कृति बत्रा का कहना है कि, "जिस भी विकल्प का उपयोग करें, साफ-सफाई और समय पर बदलाव बहुत जरूरी है। गलत उपयोग किसी भी प्रोडक्ट को संक्रमण का कारण बना सकता है।" इसलिए, आप अपने शरीर की बनावट, आराम और सुविधा के अनुसार किसी भी प्रोडक्ट का उपयोग कर सकती हैं, लेकिन हाइजीन का खास ध्यान रखें।
Image Credit: Freepik
FAQ
दिन में कितनी बार पैड बदलना चाहिए?
पीरियड्स के दौरान दिन में कम से कम 3 से 4 बार पैड बदलना चाहिए। लेकिन यह आपके ब्लड फ्लो पर भी निर्भर करता है। आमतौर पर आपको हर 4 से 8 घंटे में पैड बदलने की सलाह दी जाती है।पीरियड खुलकर आने के लिए क्या खाएं?
पीरियड्स खुलकर लाने के लिए आप कच्चे पपीते का सेवन कर सकते हैं। इससे आपके गर्भाशय में कोंट्रेक्शंस होने लगते हैं, जिससे पीरियड्स आ जाते हैं। इसके अलावा आप अदरक का सेवन भी कर सकते हैं।पीरियड्स में हाइजीन कैसे करें?
पीरियड्स के दौरान हाइजीन बनाए रखना सेहत के लिए बहुत जरूरी है। इसके लिए आप अपने प्राइवेट पार्ट की सही तरह से सफाई करें, नियमित रूप से सैनिटरी पैड या टैम्पोन को बदलें और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं।