Effects Of Poor Menstrual Hygiene In Hindi: पीरियड्स के दौरान अक्सर महिलाओं को रैशेज, इचिंग जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पीरियड्स के दौरान सही तरह से हाइजीन का ध्यान नहीं रखा जाता है। जबकि, पीरियड्स हाइजीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। अगर ऐसा न किया जाए, तो इसकी वजह से कई तरह की गंभीर बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है। जी, हां! यह सच है। आमतौर पर लोगों को यही लगता है कि पीरियड्स के दौरान पेट दर्द, ऐंठन, मूड स्विंग जैसी कुछ समस्याएं होती हैं, जो ब्लीडिंग खत्म होने के बाद अपने आप ठीक भी हो जाती हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि अगर आपने पीरियड्स हाइजीन का ध्यान न रखा, तो कई गंभीर बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है? वास्तव में, पीरियड्स हाइजीन को हल्के में नहीं लेना चाहिए। इस लेख में आगे जानते हैं कि पीरियड्स हाइजीन का ध्यान न रखने पर किस तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की है।
पीरियड्स हाइजीन का ध्यान न रखने पर हो सकती हैं गंभीर बीमारियां- Effects Of Poor Menstrual Hygiene In Hindi
यूरिन इंफेक्शन हो सकता है
विशेषज्ञों की मानें, तो पीरियड्स के आसपास अक्सर महिलाओं को यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि पीरियड्स के दौरान कई महिलाएं सही तरह से साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखती हैं। इसके अलावा, कुछ महिलांए लंबे समय तक एक ही पैड को यूज करती हैं, जिससे इचिंग और रैशेज की समस्या हो जाती है। अगर लंबे समय तक इस तरह प्रक्रिया जारी रही, तो यूरिन इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
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वजाइनल यीस्ट इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है
जिस तरह पीरियड्स हाइजीन का ध्यान न रखने पर यूरिन इंफेक्शन हो सकता है, इसी तरह वजाइनल यीस्ट इंफेक्शन का खतरा भी इन दिनों काफी ज्यादा बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण है कि पीरियड्स के दौरान एक ही पैड को लंबे समय तक यूज करने के कारण योनि में बैड बैक्टीरिया बढ़ जाता है। ध्यान रखें कि योनि में बैड और गुड दोनों तरह के बैक्टीरिया होते हैं, जो योनि में हेल्दी रहने में मदद करते हैं। अगर इनके बीच संतुलन बिगड़ जाए, तो इससे योनि में एन्वायरमेंट खराब हो जाता है। ऐसे में यीस्ट इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। यीस्ट इंफेक्शन होने पर योनि में इचिंग, जलन जैसी समस्या हो सकती है।
असामान्य व्हाइट डिस्चार्ज हो सकता है
व्हाई डिस्चार्ज को हम किसी तरह की समस्या के रूप में नहीं लेते हैं। यह नॉर्मल और नेचुरल प्रक्रिया है। व्हाइट डिस्चार्ज योनि को लुब्रिकेंट रखता है और किसी तरह के संक्रमण का रिस्क भी कम करता है। वहीं, अगर आप पीरियड्स के दौरान हाइजीन का ध्यान नहीं रखते हैं, तो ऐसे में असामान्य व्हाइट डिस्चार्ज हो सकता है। वल्वा संक्रमण की वजह से ऐसी समस्या हो सकती है। इसलिए, अगर अपके साथ ऐसा हो, तो इसकी अनदेखी न करें। व्हाइट डिस्चार्ज के साथ-साथ इचिंग, इरिटेशन, पेशाब पास करने के दौरान असहजता हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज हो सकता है
शायद आपको यह जानकर हैरानी हो कि अगर आप सही तरह से मेंस्ट्रुअल हाइजीन का ध्यान नहीं रखती हैं, तो ऐसे में पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज यानी पीआईडी हो सकता है। असल में, पीरियड्स के दौरान योनि की साफ-सफाई की देखरेख न करने से हार्मफुल बैक्टीरिया जन्म ले सकते हैं। इन बैक्टीरिया के कारण पीआईडी हो सकता है। पीआईडी होने पर निचले पेट में दर्द, बुखार और असामान्य व्हाइट डिस्चार्ज जैसी समस्या देखने को मिलती है।
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