बहुत से लोग यह मानते हैं कि अगर समझदार होने के बाद उनके बच्चे उनसे दूर रहने लगते हैं, तो वे काफी एहसान फरामोश हैं और उन्हें अपने मां बाप की कदर नहीं। लेकिन जो दिखता है जरूरी नहीं कि वह असल में हो। बच्चों के युवावस्था में कदम रखने के बाद मां-बाप से दूरी बनाने लगने के कई कारण हो सकते हैं। हो सकता है मां बाप उनके जीवन में कुछ ज्यादा ही हस्तक्षेप कर रहे हों या फिर मां-बाप टॉक्सिक हों। ऐसा कई मामलों में होता है कि युवावस्था आते-आते बच्चे को मां-बाप की बातों पर गुस्सा आने लगता है या वो अपनी फैमिली से ज्यादा अपने दोस्तों पर भरोसा करने लगता है। ऐसे में मां-बाप को बेवजह बच्चे को कुछ कहने के बजाय इसके कारण का पता लगाना चाहिए। आइए जानते हैं युवावस्था में आने के बाद बच्चे अपने मां बाप से दूरी क्यों बना लेते हैं।
मां बाप बच्चे को कर देते हैं मैनिपुलेट
मां बाप जब इनसिक्योर महसूस करते हैं, तो वे बच्चे को मैनिपुलेट करने लगते हैं,ताकि बच्चा उनके पास ही रह सके। कई मां-बाप बच्चे को अपने नियंत्रण में रखने के लिए इमोशनल रूप से ब्लैक मेल करते हैं, जो बिल्कुल भी सही नहीं है। कई मां बाप बच्चे से रिक्वेस्ट भी करने लगते हैं, ताकि बच्चा इमोशनल रूप से उनके साथ जुड़ कर उनके पास ही रह सके।
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बच्चों को अपनी तरह बनाने की कोशिश करते हैं
मां-बाप बच्चे को अपनी ही तरह समझने लगते हैं। हर किसी की पसंद और विश्वास अलग-अलग होते हैं। अगर वह आपका बच्चा है तो कोई जरूरी नहीं है कि उसमें सारे गुण और आदतें आपकी ही आएंगी। बदलते हुए जमाने के हिसाब से खुद को बदलना भी जरूरी है। कई मां बाप बच्चे को बिल्कुल अपनी ही तरह बिहेव करने को बोलने लगते हैं और उनसे यह उम्मीद रखते हैं कि जो फैसला मां बाप को सही लगता है वही बच्चे की भी मर्जी होगी। इस स्थिति में बच्चा मां बाप से दूरी बनाना ही सही समझता है।
बच्चे को फैसला नहीं लेने देते
मां बाप अपनी गलती मानने से इंकार कर देते हैं। मां बाप अपनी गलती बच्चे के सामने कभी भी स्वीकार नहीं करते। अगर वह बच्चे के साथ कोई बार बुरा बर्ताव करते हैं, या फिर बच्चे को उसकी मर्जी का फैसला नहीं लेने देते हैं, तो वह गलती स्वीकार करने की बजाए ऐसे बोलने लग जाते हैं कि यह सब तुम्हारी भलाई के लिए ही है जिस कारण बच्चा काफी परेशान हो जाता है।
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बच्चे की इमोशनल जरूरत को समझने में असमर्थ
कई बार बच्चा अपने मन की बातें या फिर इमोशनल जरूरतों के बारे में मां बाप से बात करता है, तो वे उसे समझ नहीं पाते हैं कि वह चाहता क्या है और हंसी मजाक में ही बात को टाल देते हैं। जब बच्चे को यह महसूस होता है कि उसके मां बाप उसे नहीं समझ पा रहे हैं, तो वह अगली बार से उन्हें बताना ही बंद कर देता है और धीरे-धीरे मां बाप से दूरी बनाने लगता है।
मां बाप बच्चे की इज्जत नहीं करते
कई बार ऐसा होता है कि कहीं भी पब्लिक में या बच्चे के दोस्तों के सामने भी मां बाप उसकी बातों को काट कर अपनी बातें आगे रखने लगते हैं जिससे बच्चे को बेज्जती महसूस होती है। अगर आपके अंदर भी ऐसी आदतें हैं तो उन्हें बदलने की कोशिश करें।
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