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PCOS वाली महिलाओं के लिए क्यों जरूरी है पर्याप्त नींद? एक्सपर्ट से जानें

Why Good Sleep Is Important During PCOS: अच्छी और पर्याप्त नींद पीसीओएस के उपचार में कैसे भूमिका निभा सकती है, इस लेख में एक्सपर्ट से जानें।
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PCOS वाली महिलाओं के लिए क्यों जरूरी है पर्याप्त नींद? एक्सपर्ट से जानें


Why Good Sleep Is Important In PCOS: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या पीसीओएस (PCOS) वाली महिलाओं के साथ नींद से जुड़ी समस्याएं काफी देखने को मिलती हैं। क्या आप जानते हैं पीसीओएस के सुधार और उपचार में एक अच्छी नींद बहुत अहम भूमिका निभाती है? पीसीओएस से पीड़ित ज्यादातर महिलाएं इसके लिए उपचार और आहार पर तो खूब ध्यान देती हैं, लेकिन इसके साथ कुछ अन्य जीवनशैली बदलाव, एक्सरसाइज करना और पर्याप्त नींद लेना भी बहुत जरूरी होता है। पीसीओएस महिलाओं द्वारा अक्सर अच्छी और पर्याप्त नींद को नजरअंदाज किया जाता है, जबकि संपूर्ण शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में यह बहुत अहम भूमिका निभाती है।

आयुर्वेद उपचार के 3 स्तंभों में नींद को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। आपकी नींद कैसी है और कितनी है, पीसीओएस के उपचार के लिए यह जानना  बहुत आवश्यक है। हालांकि, यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में शरीर की प्रकृति (Body Type) के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। इसलिए अगर आप पीसीओएस या पीसीओडी से जूझ रही हैं और इससे जल्द छुटकारा पाना चाहती हैं, तो आपको अपने शरीर की प्रकृति के बारे में पता होना बहुत जरूरी है। पीसीओएस के उपचार में नींद का क्या महत्व है और पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के लिए पर्याप्त नींद लेना क्यों जरूरी है, इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. नितिका कोहली (BAMS Ayurveda) से बात की। चलिए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

Why Good Sleep Is Important For PCOS in hindi

PCOS में अच्छी नींद लेना क्यों जरूरी है- Why Good Sleep Is Important For PCOS

डॉ. नितिका के अनुसार, "हार्मोन्स को संतुलित रखने के लिए एक अच्छी नींद लेना बहुत आवश्यक होता है। यह तनाव को कम करने में मदद करती है और शरीर की प्राकृतिक उपचार प्रक्रिया को बेहतर बनाने में योगदान देती है। अध्ययनों में पाया गया है कि  गहरी नींद लेने से शरीर में इंसुलिन लेवल को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है। को कंट् के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। यह शरीर में सूजन को कम करने पीसीओएस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।

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नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन (NIH) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, "न्यूरोहोर्मोन और सर्कैडियन रिदम के संबंध पर किए शोध के निष्कर्ष बताते हैं कि हार्मोन का संतुलन और उनके सर्कैडियन परिवर्तन नींद की गुणवत्ता और मात्रा से जुड़े होते हैं। ऐसे में नींद की गुणवत्ता में सुधार न्यूरोहार्मोनल रेगुलेशन और प्रबंधन में प्रभावी हो सकता है। वहीं इसके विपरीत खराब नींद के कारण मोपाटा और इंसुलिन रेजिस्टेंस की स्थिति पैदा हो सकती है, जो पीसीओएस को गंभीर बना सकते हैं। सिर्फ पीसीओएस ही नहीं जीवनशील से जुड़ी अन्य बीमारियों के उपचार में भी नींद का प्रबंधन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।"

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एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं?

फिटनेस कोच, न्यूट्रिशनिस्ट और सप्लीमेंट स्पेशलिस्ट विनीत कुमार के अनुसार, " नींद में सुधार के साथ पीसीओएस का जल्द इलाज करने में मदद मिल सकती है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि डॉक्टर के उपचार, डाइट में बदलाव और एक्सरसाइज के अलावा, आपको अपनी नींद की गुणवत्ता में भी सुधार करना चाहिए। इससे सिर्फ हार्मोन्स को संतुलित करने में ही नहीं, बल्कि कई अन्य स्वास्थ्य लाभ पाने में भी बहुत मदद मिलेगी।"

All Image Source: Freepik

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