बेहतर स्वास्थ्य के लिए नींद बहुत जरूरी होती है। प्रेग्नेंसी के दौरान नींद और भी ज्यादा जरूरी हो जाती है। प्रेग्नेंसी का समय महिलाओं के जीवन का एक महत्वपूर्ण और संवेदनशील समय होता है। इस दौरान शरीर में कई शारीरिक और मानसिक बदलाव आते हैं, जिनका प्रभाव नींद पर भी पड़ता है। इस नाजुक दौर में अच्छी नींद लेने से न सिर्फ मां को शारीरिक तौर पर राहत मिलती है बल्कि यह शिशु के विकास में भी मददगार होती है। यूं एक स्वस्थ्य व्यक्ति को 8 घंटों की नींद की जरूरत होती है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान नींद की जरूरत और भी ज्यादा बढ़ जाती है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कितने घंटों की नींद लेनी चाहिए, इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने गुरुग्राम स्थित सीके बिड़ला अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. आस्था दयाल से बात की।
प्रेग्नेंट महिलाओं को कितने घंटे सोना चाहिए?
डॉ. आस्था दयाल के अनुसार, गर्भवती महिलाओं को दिन में कम से कम 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। यह समय हर महिला की शारीरिक स्थिति और ट्राइमेस्टर पर निर्भर करता है। पहले और तीसरे ट्राइमेस्टर में थकान अधिक होने की संभावना होती है, इसलिए अधिक आराम की आवश्यकता होती है।
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प्रेग्नेंसी में अच्छी नींद के फायदे
-गर्भावस्था में शरीर की ऊर्जा तेजी से खर्च होती है। अच्छी नींद से ऊर्जा स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है।
-पूरी नींद लेने से तनाव और चिंता को कम करने में सहायता मिलती है।
-नींद के दौरान शरीर की मरम्मत और विकास प्रक्रियाएं अधिक प्रभावी रूप से होती हैं, जो शिशु के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक हैं।
-अच्छी नींद से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जो गर्भावस्था के दौरान बीमारियों से बचाने में सहायक होता है।
-नींद की कमी से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ सकता है, जिससे प्रेग्नेंसी कॉम्प्लिकेशन्स का खतरा होता है।
प्रेग्नेंसी में सोने की सही पोजिशन क्या है?
गर्भवती महिलाओं के लिए नींद की सही पोजिशन अपनाना बहुत जरूरी है।
बाईं ओर करवट लेकर सोना (Left Side Sleeping): यह पोजिशन सबसे अधिक सलाह दी जाती है क्योंकि इससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है और शिशु को ऑक्सीजन और पोषक तत्व बेहतर तरीके से मिलते हैं।
तकिए का उपयोग: शरीर को सहारा देने के लिए घुटनों के बीच और पेट के नीचे तकिया रखना सहायक हो सकता है।
पीठ के बल सोने से बचें: प्रेग्नेंसी के आखिरी महीनों में पीठ के बल सोने से रीढ़ की हड्डी और रक्त प्रवाह पर दबाव पड़ सकता है।
नींद की गुणवत्ता सुधारने के टिप्स
सोने और जागने का एक नियमित समय निर्धारित करें।
सोने से पहले हल्का व्यायाम या स्ट्रेचिंग करें।
कैफीन और भारी भोजन से बचें।
शांत और आरामदायक वातावरण में सोने की कोशिश करें।
निष्कर्ष
प्रेग्नेंसी में अच्छी और पर्याप्त नींद लेना स्वस्थ प्रेग्नेंसी और सुरक्षित प्रसव के लिए बेहद जरूरी है। सही पोजिशन में सोना और पर्याप्त आराम करना, माँ और बच्चे दोनों की सेहत के लिए लाभदायक होता है।