Cervical Cancer: सर्वाइकल कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा की कोशिकाओं में शुरू होता है। आपको बता दें कि गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय का निचला और संकीर्ण सिरा है। गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय को योनि से जोड़ती है। सर्वाइकल कैंसर ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के कारण होता है। एचपीवी एक संक्रमण है, जो यौन क्रिया के दौरान फैलता है। सर्वाइकल कैंसर होने से पहले गर्भाशय ग्रीवी की कोशिकाओं को डिसप्लेसिया नामक बदलावों से गुजरना पड़ता है। इसमें गर्भाशय ग्रीवा के ऊतकों में असामान्य कोशिकाएं दिखाई देने लगती हैं। फिर अगर समय के साथ इन बढ़ती हुई कोशिकाओं को नष्ट नहीं किया जाता है, तो ये असामान्य कोशिकाएं कैंसर का रूप से सकती हैं। यह कैंसर गर्भाशय ग्रीवा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में फैल सकता है। ऐसे में इस कैंसर से बचने के लिए समय पर निदान बहुत जरूरी होता है। आइए, नारायण हेल्थ सिटी के हाईपेक सुपरस्पेशलिस्ट और कंसल्टेंट स्त्री रोग डॉ. रोहित रानाडे से जानते हैं सर्वाइकल कैंसर का जल्दी पता लगाना क्यों जरूरी है-
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण- Cervical Cancer Symptoms in Hindi
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण इस प्रकार हैं-
- संबंध बनाने के बाद दर्द या रक्तस्त्राव होना
- पीरियड्स के दौरान तेज दर्द
- मेनोपॉज के बाद भी योनि से रक्तस्त्राव
- संबंध बनाने के दौरान पेल्विर एरिया में दर्द होना

सर्वाइकल कैंसर का जल्दी पता लगाना क्यों जरूरी है?
डॉ. रोहित रानाडे बताते हैं, 'सर्वाइकल कैंसर का जल्दी पता लगाना बहुत जरूरी है, क्योंकि इससे उपचार जल्दी मिलेगा। इससे रिकवर होने की दर में भी सुधार होता है। नियमित जांच, जैसे- पैप स्मीयर या एचपीवी परीक्षण के माध्यम से कैंसर के प्रारंभिक चरण का पता लगाने में मदद मिल सकती है। ऐसे में अगर सर्वाइकल कैंसर का पता चलता है, तो समय पर सर्जरी, कीमोथेरेपी या रेडिएशन थेरेपी देना शुरू किया जा सकता है। इससे सर्वाइकल या गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर को फैलने या बढ़ने या फैलने से रोका जा सकता है। सर्वाइकल कैंसर का जल्दी पता लगाने से जीवन को भी बचाया जा सकता है।'
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अगर सर्वाइकल कैंसर का प्रारंभिक अवस्था में ही निदान और उपचार किया जाए, तो इस रोग को ठीक किया जा सकता है। ऐसे में लक्षणों को पहचान कर तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए और जरूर टेस्ट और स्क्रीनिंग करवानी चाहिए।
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सर्वाइकल कैंसर से बचने के उपाय- Prevention Tips for Cervical Cancer in Hindi
- सीडीसी के अनुसार सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए आपको एचपीवी की वैक्सीन जरूर लगानी चाहिए। अगर आपकी उम्र 26 वर्ष या इससे कम है, तो टीका जरूर लगाएं।
- सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए धूम्रपान का सेवन बिल्कुल न करें। धूम्रपान, सर्वाइकल कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है।
- सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए आपको सुरक्षित यौन संबंध बनाना चाहिए। क्योंकि यह कैंसर यौन क्रिया के दौरान फैलता है।
आपको भी समय-समय पर सर्वाइकल कैंसर की जांच करवाते रहना चाहिए। साथ ही, इस कैंसर से बचने के लिए टीका भी जरूर लगवाना चाहिए।