विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में विश्व के 100 सबसे प्रदुषित शहरों की सूची जारी की है जिसमें भारत के कुल 34 शहर शामिल है, जिनमें 34 शहरों में भारत के 17 स्मार्ट शहर भी शामिल हैं। इसमें भी टॉप 50 में 22 भारत के शहर हैं। इस लिस्ट में दक्षिण भारत के राज्यों का कोई भी शहर नहीं है। सारे शहर पश्चिम और उत्तरी राज्यों से शामिल है।
प्रदुषित शहरों की रैंकिंग 2.5 माइक्रोमीटर (पीएम 2.5) के प्रदुषित कणों की उच्च सघनता पर आधारित है। डब्ल्यूएचओ के अनुासर प्रदुषित कणों की उच्च सघनता ही दिल की बीमारियों और दमा की परेशानियों के लिए जिम्मेदार होती है। पीएम 2.5 के स्तर के आधार पर न्यू यॉर्क और लंदन का पीएम 9 और पीएम 15 है। जबकि दिल्ली का पीएम 122 है।
दिल्ली के स्तर में हुआ सुधार
दिल्ली वालों के लिए अच्छी खबर है। दिल्ली अब विश्व का सबसे प्रदुषित शहर नहीं है। लेकिन अभी भी ये टॉप 10 प्रदुषित शहरों की लिस्ट से निकल नहीं पाया है। 2014 में दिल्ली पीएम 153 के साथ विश्व की सबसे प्रदुषित शहर बना था। जबकि 2016 में दिल्ली ने अपने स्तर में सुधार करते हुए अपने प्रदुषण का स्तर पीएम 122 कर लिया है जिससे वो पहले स्थान से सीधे 09वें स्थान पर चला गया है।
टॉप 5 प्रदुषित शहर में 4 भारते के
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से जारी की गई प्रदुषित शहरों की लिस्ट में टॉप 5 प्रदुषित शहर में 4 भारत के शहर हैं। ये 4 शहर हैं ग्वालियर, इलाहाबाद, पटना, रायपुर।
शहर पीएम 2.5 का स्तर रैंकिंग
ग्वालियर 76 02
इलाहाबाद 170 03
पटना 149 04
रायपुर 144 05
डब्ल्यूओ ने की भारत की तारीफ
दिल्ली के प्रदुषण के स्तर में हुए सुधार को देखते हुए डब्ल्यूएचओ ने भी भारत की तारीफ की है। डब्ल्यूएचओ की सालाना रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली ने प्रदूषण से निपटने के लिए जो कदम उठाए थे, उसमें भारत ने काफी कामयाबी हासिल की है। साल 2014 में दिल्ली दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर था जबकि दो साल में ही दिल्ली ने अपने में सुधार करते हुए 9वां स्थान हासिल किया है। डब्ल्यूएचओ ने भारत की ओर से पर्यावरण का स्तर सुधारने के लिए किए जा रहे स्मार्ट सिटी, ऑड-इवेन, सीएनजी योजना पर जोर दिए जाने की खास तौर पर तारीफ की।
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