देश में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार लगतार तेजी से बढ़ रही है। इसके साथ ही दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने स्थिति गंभीर बना रखी है। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले और स्थिति को गंभीर होते देखकर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी लगातार लोगों को आगाह कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से कहा गया है कि ओमिक्रोन वैरिएंट को 'मामूली सर्दी-जुकाम' समझना लोगों पर भारी पड़ सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोविड टेक्निकल हेड प्रमुख मारिया मारिया वैन केरखोव ने कहा है कि, "ओमिक्रोन संक्रमण से पैदा हुई स्थिति और गंभीर हो सकती है। भले ही डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रोन से संक्रमित होने वाले लोग अस्पताल में कम भर्ती हो रहे हैं लेकिन इसके हल्की बीमारी समझना जोखिम भरा होगा।" गौरतलब हो कि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन वैरिएंट की पुष्टि होने के बाद ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे वैरिएंट ऑफ कंसर्न करार दिया था। दुनिया के कई देशों में ओमिक्रोन वैरिएंट का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है और कई देशों में स्थिति गंभीर बनी हुई है।
ओमिक्रोन को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी (WHO Warning Amid Omicron Variant Spread)
दुनियाभर के कई देशों में जिस रफ्तार से कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का संक्रमण फैल रहा है उसको लेकर हर कोई खौफ में है। ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और इसकी चपेट में पूरी दुनिया के कई देश आ चुके हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया के 128 देशों में ओमिक्रोन संक्रमण की पुष्टि की है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से समय-समय पर ओमिक्रोन संक्रमण की स्थिति को लेकर लोगों को आगाह किया जा रहा है।
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दुनियाभर में ओमिक्रोन को लेकर उत्पन्न हुई स्थिति के बाद भी तमाम लोग इसे सामान्य फ्लू और सर्दी से जोड़कर देख रहे हैं। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन की कोविड टेक्निकल कमेटी की हेड मारिया वैन केरखोव ने कहा है कि इसे सामान्य फ्लू और हल्की बीमारी समझना बहुत खतरनाक हो सकता है। ट्विटर पर एक ट्वीट में जारी वीडियो में बातचीत करते हुए मारिया ने कहा है कि ओमिक्रोन से संक्रमित लोग भले ही डेल्टा वैरिएंट की तुलना में अस्पताल में कम भर्ती हो रहे हैं लेकिन इसे सामान्य या हल्की बीमारी नहीं समझना चाहिए। इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ सौम्या स्वामीनाथन (Soumya Swaminathan) ने भी दुनिया को आगाह करते हुए ओमिक्रोन के बारे में कहा है कि यह वैरिएंट कमजोर नहीं है। ओमिक्रोन बहुत तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है ऐसे में इसे हल्की बीमारी या फ्लू नहीं समझना चाहिए। इसके संक्रमण से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा असर हो सकता है।
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Yes, oversimplified narratives can be dangerous. While we see lower risk of hospitalisation compared to Delta, to suggest that Omicron is “just a mild” disease is dangerous.
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ओमिक्रोन नेचुरल वैक्सीन या बूस्टर नहीं (Omicron Natural Vaccine?)
दुनियाभर में कई लोगों का यह मानना है कि ओमिक्रोन वैरिएंट का संक्रमण एक सामान्य संक्रमण है और इससे घबराने की जरूरत नहीं है। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से भी यह बयान आया था कि ओमिक्रोन वैरिएंट का संक्रमण एक सामान्य सर्दी-फ्लू की तरह है। लेकिन इसको लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह कोरोना के पिछले वैरिएंट डेल्टा से भी अधिक खतरनाक हो सकता है। कुछ लोगों का यह कहना है कि ओमिक्रोन कोरोना के खिलाफ नेचुरल वैक्सीन की तरह से काम करेगा जबकि ऐसा बिलकुल भी नहीं है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि अब तक इसको लेकर जितनी भी स्टडी हुई है इसके मुताबिक इसे हल्का वैरिएंट या सामान्य संक्रमण नहीं कहा जा सकता है।
दुनियाभर में ओमिक्रोन संक्रमण की स्थिति (Omciro Variant Cases In World)
दुनियाभर के 128 से अधिक देशों में ओमिक्रोन का संक्रमण फैल चुका है। ओमिक्रोन संक्रमण के लक्षण भले ही मरीजों में हल्के या कम गंभीर देखे जा रहे हैं लेकिन इससे संक्रमित लोगों की संख्या लगतार बढ़ रही है। भारत में ओमिक्रोन का संक्रमण 26 राज्यों में फैल चुका है और इसके कुल मामले बढ़कर 2630 हो चुके हैं। इसके अलावा दुनिया के कई देशों में भारी संख्या में ओमिक्रोन के मामले सामने आ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में ओमिक्रोन संक्रमण के मामले कोरोना वायरस की पिछली लहर की तुलना में तीन गुना अधिक सामने आये हैं। सोमवार को अमेरिका में 10 लाख से अधिक नए मामले दर्ज किये गए हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह में अमेरिका में हर 100 में से 1 व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की आशंका है। इसके अलावा ब्रिटेन और अफ्रीकी देखों में ओमिक्रोन का संक्रमण तेजी से फैल चुका है।
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गौरतलब हो कि पिछले साल नवंबर महीने में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन का पता चला था। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना के इस नए वैरिएंट को वैरिएंट ऑफ कंसर्न घोषित किया था। अब यह वैरिएंट दुनिया के 128 देशों तक पहुंच चुका है और इसका संक्रमण लगातार तेजी से बढ़ रहा है। भारत में ओमिक्रोन संक्रमण को देखते हुए कई राज्यों में सख्त पाबंदियां लगाई गयी हैं और यह माना जा रहा है कि अगर कोरोना का संक्रमण ऐसे ही बढ़ता रहा तो देश दोबारा लॉकडाउन की स्थिति में जा सकता है। देश में 3 जनवरी से 15 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए टीकाकरण अभियान भी शुरू किया गया है। एक्सपर्ट्स लगातार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाने, मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने की सलाह दे रहे हैं।
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