कोरोनावायरस संक्रमण का कहर दुनियाभर में लगातार बना हुआ है। डेल्टा वैरिएंट के बाद अब कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट को अधिक संक्रामक और खतरनाक माना जा रहा है। दुनियाभर में 55 से अधिक देशों में ओमिक्रोन वैरिएंट का संक्रमण पहुंच चुका है और इसके मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यूरोप और अफ्रीका जैसे देशों में ओमिक्रोन वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़े हैं। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन के यूरोप यूनिट की तरफ से कहा गया था कि ओमिक्रोन वैरिएंट का संक्रमण बच्चों के लिए काफी खतरनाक माना जा रहा है। बच्चों में ओमिक्रोन वैरिएंट के लक्षण दिखाई देने पर इनकी तुरंत जांच की जानी चाहिए। दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन वैरिएंट (Omicron Variant) से संक्रमित बच्चों में कुछ गंभीर और हल्के लक्षण देखे गए हैं जिसको लेकर स्वास्थ्य संगठनों और एक्सपर्ट्स ने लोगों को चेताया है।
बच्चों में ओमिक्रोन वैरिएंट के लक्षण ( Omicron Symptoms In Kids )
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इस साल की शुरुआत में कोरोना वायरस के डेल्टा वैरिएंट का कहर पूरी दुनिया ने देखा था लेकिन अब साल के अंत में ओमिक्रोन वैरिएंट को लेकर लोगों की चिंता बढ़ गयी है। कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट को अधिक संक्रामक और खतरनाक बताया जा रहा है और इस वैरिएंट से बच्चों के संक्रमित होने का खतरा भी बना हुआ है। दक्षिण अफ्रीका में 26 नवंबर को मिले ओमिक्रोन के पहले मामले से लेकर अब तक की स्थिति के मुताबिक बच्चों में ओमिक्रोन के संक्रमण का खतरा बढ़ा है। दक्षिण अफ्रीका के पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट नत्साकिसी मालुलेके ने एक न्यूज एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा है कि पिछली लहरों की तुलना में इस बार बच्चों में कोविड का संक्रमण और उनके अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। बच्चों ओमिक्रोन के लक्षण दिखाई देने पर उन्हें तुरंत उपचार की जरूरत होती है। बच्चों में अगर ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत उनकी कोरोना की जांच जरूर करानी चाहिए।
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1. लगातार रहने वाला तेज बुखार।
2. लगातार खांसी आना।
3. गले में खराश।
4. भूख न लगना।
5. सिरदर्द बना रहना।
6. शरीर में दर्द और थकान।
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बच्चों में ओमिक्रोन का ज्यादा खतरा ( Omicron More Dangerous For Kids )
अमेरिका के नेशनल हेल्थ सर्विस ने भी कहा है कि बच्चों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के कुछ खास लक्षण देखे गए हैं। इन लक्षणों में बच्चों में तेज बुखार और खांसी व थकान जैसे लक्षण शामिल हैं। इसके अलावा कुछ बच्चों में ओमिक्रोन संक्रमण के बहुत हल्के लक्षण भी देखने को मिले हैं। चूंकि दुनिया की एक बड़ी आबादी कोरोना के खिलाफ लगने वाली वैक्सीन का डोज ले चुकी है लेकिन बच्चों का वैक्सीनेशन अभी बहुत जगहों पर शुरू भी नहीं हुआ है। एक वजह ये भी है कि एक्सपर्ट्स ओमिक्रोन संक्रमण का खतरा बच्चों के लिए ज्यादा है ऐसा कह रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका जो कि ओमिक्रोन वैरिएंट का केंद्र बना हुआ है वहां पर बच्चों में इसके संक्रमण की संख्या ज्यादा है। इन बच्चों में मध्यम और गंभीर लक्षण देखे गए हैं। बच्चों में गंभीर संक्रमण होने पर इन्हें ऑक्सीजन, सपोर्टिव थेरेपी और अस्पताल में भर्ती रहना पड़ रहा है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि अगर इसके मामले तेजी से फैले तो दुनियाभर में ओमिक्रोन बच्चों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है।
बच्चों का ओमिक्रोन से बचाव (How To Prevent Omicron In Kids)
अफ्रीका जैसे देशों में बच्चों में ओमिक्रोन वैरिएंट के संक्रमण को देखते हुए एक्सपर्ट यह मां रहे हैं कि अगर ये वैरिएंट तेजी से फैला तो दुनियाभर में बच्चों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। बच्चों में ओमिक्रोन के लक्षण दिखने पर तुरंत उनकी जांच होनी चाहिए और बच्चों को इस खतरनाक वैरिएंट के संक्रमण की चपेट में आने से बचाने के लिए पेरेंट्स को अधिक सतर्क रहना चाहिए। बच्चों में ओमिक्रोन वैरिएंट के खतरे को कम करने के लिए आप इन बातों का ध्यान जरूर रखें।
- बच्चों मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग और हाथ को साफ रखने के बारे में बताएं।
- किसी भी जगह पर जाने के बाद हाथ से आंख, मुहं और नाक को न छुएं।
- बच्चों के खानपान और पोषण का उचित ध्यान रखें।
- बच्चों में फ्लू का टीका जरूर लगवाएं।
- अगर बच्चों में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत जांच कराएं।
- बच्चों के साथ भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
ऊपर बताई गयी बातों को ध्यान में रखकर सतर्कता बरतने से आप बच्चों को ओमिक्रोन वैरिएंट की चपेट में आने से बचा सकते हैं। इसके अलावा आप बच्चों में ओमिक्रोन के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क जरूर करें। सावधानियों का पालन करके ही बच्चों में संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।
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