आज दुनिया इंटरनैशनल लेफ्ट हैंडर्स डे मना रही है। लेफ्ट हैंडर्स यानी बाएं हाथ से काम करने वाले लोग। ऐसे लोगों की संख्या दुनिया में बहुत कम है। राइट हैंडड (Righty) यानी दाहिने हाथ से काम करने वाले लोगों की संख्या हमेशा से ही बहुत ज्यादा है। शोधकर्ताओं ने प्राचीन काल के कंकालों (ancient skeletons) के हाथ की हड्डियों और उस काल के दौरान पहने जाने वाले हथियारों के कपड़ों का आकलन कर इस बात का पता लगाया है। पश्चिमी देशों में केवल 10 फीसदी ही लोग लेफ्टी यानी बाएं हाथ से काम करना पसंद करते हैं। इसके साथ ही अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग हाथों का प्रयोग करने वाले या समान कौशल के साथ दोनों हाथों का उपयोग करने वाले लोग असामान्य हैं। अगर आप भी लेफ्टी हैं या राइटी तो यह खबर आपके लिए है। वैज्ञानिकों ने इस बात पर से पर्दा उठाया है कि इन दोनों में से कौन से लोग अधिक बेहतर होते हैं।
वैज्ञानिक लंबे अरसे से जानते हैं कि हैंडेडनेस (दाएं और बाएं हाथ का प्रयोग करने वाले लोग) आंशिक रूप से जीन द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। लेकिन 2019 तक उन्होंने लेफ्ट और राइट हैंडर्स के डीएनए के भागों में अंतर नहीं पहचाना था। Journal of the International Neuropsychological Society में छपे अध्ययन के अनुसार रिसर्च में पाया गया कि लेफ्टी लोगों के मस्तिष्क का दाहिना और बायां हिस्सा एक के साथ एक मिलकर बेहतर तरीके से काम करता है। यह दोनों हिस्से भाषा के कार्य की प्रक्रिया को चलाने का काम करते हैं। लेकिन अभी इस बात की तसदीक नहीं हो पाई है कि क्या लेफ्ट हैंडर्स राइट हैंडर्स के मुकाबले अधिक धाराप्रवाह तरीके से बोलने में सक्षम होते हैं।
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अध्ययन में यह भी बात सामने आई है कि लेफ्ट हैंडर्स छात्र स्कूल में अधिक संघर्ष करते हैं और उनमें अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिस्ऑर्डर (ADHD)के लक्षण पाए जाते हैं। यह बात उन लोगों के लिए विशेषरूप से सच हो सकती है, जो काम करते वक्त दोनों हाथों का प्रयोग करते हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि वे बच्चे, जो बार-बार अपने दोनों हाथ आगे-पीछे करते रहते हैं उनमें डिसलेक्सिया होने की संभावना भी दोगुनी हो जाती है। शोधकर्ता अभी इस बात का पता नहीं लगा पाए हैं। लेकिन उन्हें संदेह है कि दोनों हाथों का प्रयोग करने वाले लोग जब ज्यादा बार एक ही हाथ का प्रयोग करते हैं तो उनमें निरंतर लेफ्ट हैंड का प्रयोग करने वालों की तुलना में ज्यादा दिक्कत झेलनी पड़ती है।
क्या लेफ्ट हैंडर्स होते हैं ज्यादातर बेहतर?
American Journal of Psychology के अनुसार लेफ्ट हैंडर्स कुछ मामलों में ज्यादा बेहतर होते हैं। दरअसल लेफ्ट हैंडर्स के मस्तिष्क का दाहिना हिस्सा आपके शरीर के बाएं हिस्से की मांसपेशियों को कंट्रोल करता है और काफी हद तक आपकी संगीत और स्थानिक क्षमताओं को बढ़ाता है। यही कारण है कि लेफ्ट हैंडर्स लोग अक्सर रचनात्मक प्रोफेशन का हिस्सा होते हैं। मिरर राइटिंग, जिसमें अक्षर पलट जाते हैं और उन्हें पीछे की तरफ से लिखा जाता है यह लगभग लेफ्ट हैंड वाले लोग ही कर पाते हैं। कुछ अध्ययनों में यह बताया गया है कि लेफ्ट हैंड वाले बच्चे मुंह से पूछे गए सवालों में अधिक अंक लाते हैं। जबकि कुछ अध्ययन में यह गलत पाया गया है।
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इतिहास राइट हैंडर्स को मानता है शक्तिशाली
विज्ञान भले ही लेफ्टी को सुपरियर मानता हो लेकिन साहित्य लेफ्ट हैंडर्स के हमेशा खिलाफ रहा है। मध्य युग में दानवों को लेफ्टी माना जाता था। जापान, चीन और अन्य एशियाई देशों में लेफ्ट हैंडर्स की संख्या पश्चिमी देशों के मुकाबले बहुत कम है। 1900 की शुरुआत में अमेरिकी शिक्षकों और डॉक्टर्स का मानना था कि लेफ्ट हैंडर्स में मानसिक विकारों से ग्रस्त होने की संभावना अधिक होती है और इसलिए वहां छात्रों को सीधे हाथ के बजाए उल्टे हाथ का प्रयोग करने के लिए कहा जाता था।
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