What To Do If You Suspect Dengue Fever In Hindi: देशभर में डेंगू के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि इन लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। हालांकि, लेकिन बारिश के मौसम में लोगों के साथ यह समस्या काफी देखने को मिलती है कि इन दिनों कई अन्य वायरल संक्रमण, फ्लू या बुखार, मलेरिया आदि की चपेट में भी बहुत जल्दी आ जाते हैं। ऐसे में कई बार लोग यह नहीं समझ पाते हैं कि उन्हें डेंगू है या कोई अन्य वायरल संक्रमण। कई बार लोगों को डेंगू का संदेह तो होता है, लेकिन वे इसे सामान्य संक्रमण समझकर इसकी पुष्टि के लिए डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं। लेकिन ऐसा करना काफी खतरनाक हो सकता है। क्योंकि डेंगू की जांच और पुष्टि समय रहते न की जाए, तो यह स्थिति जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में अक्सर लोग पूछते हैं क डेंगू का संदेह होने पर उन्हें क्या करना चाहिए? क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए और डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने सनर इंटरनेशनल हॉस्पिटल के इंटरनल मेडिसिन एंड डायबिटोलॉजी के प्रमुख और सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर स्फूर्ति मान से बात की। इस लेख में हम आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहे हैं।
डेंगू का संदेह होने पर क्या करना चाहिए- What To Do If You Suspect Dengue Fever In Hindi
डॉक्टर स्फूर्ति मान के अनुसार, "अगर किसी व्यक्ति को यह संदेह होता है कि उसे या उसके परिवार में किसी को डेंगू है, तो वह कुछ संकेत और लक्षणों को पहचानकर डेंगू की पुष्टि कर सकता है। डेंगू बुखार के लक्षण मामूली और गंभीर दोनों तरह के हो सकते हैं, इनमें तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, उल्टियां होना, चक्कर आना, भूख कम या न लगना आदि शामिल हैं।"
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"यहां यह भी समझना जरूरी है कि कुछ गंभीर मामलों में बुखार ठीक हो जाने के बाद भी कुछ गंभीर लक्षण रोगी में रह सकते हैं, जिनमें पेट में दर्द, प्लाज्मा लीकेज जिसे आम भाषा में पेट और फेफड़ों में पानी जमा होना कहा जाता है, नाक या मसूड़ों से खून आना, मल में खून आना, बेवजह थकान रहना, बेहोशी आना आदि शामिल हैं। अगर आप इन लक्षणों को नोटिस करते हैं, तो ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।"
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डॉक्टर क्या सलाह देते हैं
डॉक्टर के पास जाने से पहले खुद भी कुछ जरूरी सावधानियां बरतें। कोशिश करें कि रोगी को लगातार तरल पदार्थ देते रहें। इसके अलावा, लगातार लिवर फंक्शन टेस्ट, ब्लड काउंट टेस्ट आदि करवाते रहें, ताकि रोग की स्थिति का लगातार पता चलते रहे। यदि ऊपर लिखे वार्निंग सिम्पटम्स यानी बेहद गंभीर लक्षण देखने को मिलें, तो तुरंत अस्पताल की इमरजेंसी से संपर्क करें, क्योंकि डेंगू के गंभीर होने पर इमरजेंसी इलाज की ज़रूरत होती है।
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