
What To Do If Period Is Not Coming On Date In Hindi: आमतौर पर, महिलाओं को नियमित रूप से पीरियड्स होते हैं और मेनोपॉज के बाद यह पूरी तरह बंद हो जाते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि जिन महिलाओं को नियमित रूप से हर माह पीरियड्स यानी महावारी होते हैं, वे स्वास्थ्य की दृष्टि से पूरी तरह फिट होती है। वहीं, अगर महिलाओं के पीरियड्स में गैप हों या किसी-किसी माह पीरियड्स न आते हों, तो यह सही नहीं है। ऐसी स्थिति में महिलाओं या लड़कियों को डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा, पीरियड्स मिस होने पर महिलाएं और किस तरह की बातों पर गौर कर सकती हैं? इस संबंध में हमने शारदा अस्पताल की स्त्री रोग विभाग की विभागाध्यक्ष और प्रोफेसर डॉ. अर्चना मेहता और नई दिल्ली तथा वृंदावन स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ शोभा गुप्ता से विस्तार से बात की। पेश है, बातचीत के कुछ महत्वपूर्ण अंश।
प्रेग्नेंसी टेस्ट करें
पीरियड्स मिस होने पर शादीशुदा महिला को सबसे पहले यही सलाह दी है जाती है कि वे प्रेग्नेंसी टेस्ट करें। दरअसल, पीरियड्स न होने पर यानी कंसीव करने की स्थिति में महिलाओं के सबसे पहले पीरियड्स ही मिस होते हैं यह प्रेग्नेंसी का पहला संकेत होता है। इसलिए, अगर आप सेक्शुअली एक्टिव महिला हैं, तो पीरियड्स भी आपके नियमित होते हैं और किसी वजह से आपके पीरियड्स मिस हो गए हैं, तो बिना देरी किए प्रेग्नेंसी टेस्ट करना आपके लिए सही रहेगा।
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डाइट का रखें ध्यान
सही खानपान का आपके पीरियड्स पर बहुत गहरा असर पड़ता है। मौजूदा समय में ज्यादातर महिलाएं दुकान से खरीदा हुआ खाना खाना, प्रीजर्व्ड फूड और रेडी टू ईट किस्म के फूड आइटम्स खाना ज्यादा पसंद कर रही हैं। इस तरह के आहर में पोषक तत्वों की कमी होती है, जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। हेल्दी डाइट नहीं लेने की वजह से महिलाओं के पीरियड्स डिस्टर्ब हो सकते हैं। कहने का मतलब है, अगर आपके पीरियड्स मिस हो रहे हैं, तो अपने खानपान की आदतों में सुधार करें और पौष्टिक आहार शामिल करें।
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एक्सरसाइज-योगा करें
हर कोई जानता है कि आज की तारीख में ज्यादातर काम स्क्रीन के सामने बैठकर होता है। इस वजह से शारीरिक गतिविधियां कम हो गई हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो पीरियड्स मिस होने पर महिलाओं को अपनी फिजिकल एक्टिविटी पर नजर रखनी चाहिए। अगर आपका पूरा दिन बैठे-बैठे बीतता है, तो जरूरी है कि रोजाना कम से कम 30 से 40 मिनट एक्सरसाइज के लिए निकालें। विशेषज्ञों की राय है कि रोजाना एक्सरसाइज करने से पीरियड्स के रेगुलर होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आपको एक्सरसाइज करना पसंद नहीं है, तो आप योगा कर सकते हैं। कई आसन ऐसे हैं, जो पीरियड्स को बढ़ावा देते हैं। इनमें मत्स्यासन, अधोमुख आसन, उत्तरासन आदि शामिल हैं।
घरेलू उपाय आजमाएं
जब पीरियड्स रेगुलर न हों, तो आप कई तरह के घरेलू उपाय आजमा सकते हैं। कई ऐसे घरेलू उपाय हैं, जो आपको किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। जैसे, आपको पीरियड्स न हों, तो अपने पेट में गर्म पाना की सिंकाई करें। सिंकाई करने के लिए आप हॉट वॉटर बैग का यूज कर सकते हैं। इसके अलावा, अदरक की चाय, पपीता के सेवन आदि भी पीरियड्स को रेगुलर करने के लिए लाभकारी होते हैं। आपको बताते चलें कि पपीते में कैराटीन पाया जाता है, जो कि पीरियड्स को लाने में मदद करते हैं।
डॉक्टर को दिखाएं
अगर आपके पीरियड्स अक्सर मिस होते हैं यानी दो महीने नियमित होते हैं, वहीं तीसरे महीने पीरियड नहीं होते। लेकिन चौथे महीने फिर पीरियड्स होने लगते हैं। ध्यान रहे, ऐसी स्थिति भी सही नहीं है। अगर आपके साथ ऐसा हो रहा है, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें। वे आपकी सिचुएशन देखकर दवा देंगे और जरूरत पड़ने पर कुछ जरूरी टेस्ट की भी सलाह दे सकते हैं।
जरूरी सलाह
डॉक्टर शोभा गुप्ता सलाह देती हैं कि जीवनशैली को नियंत्रित कर व कुछ जरूरी बातों का ध्यान रख कर भी आप पीरियड्स को रेगुलर कर सकते हैं, जैसे-
- मोटापा न बढने दें। यह कई तरह की समस्याओं की मुख्य बजह है
- अत्यधिक तैलीय, मीठा, और फैटी फूड से दूर रहें।
- तनाव लेने से बचें।
- सही समय पर खाना खाएं। डाइट में संतुलित मात्रा में पोषक तत्वों को शामिल करें
- पर्याप्त मात्रा में नींद लें
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