मानसिक बीमारी है पार्शियल सीजर, जानें कारण लक्षण और उपचार

पार्शियल सीजर दिमाग की बीमारी है। जानिए कैसे होता है इसका निदान।
  • SHARE
  • FOLLOW
मानसिक बीमारी है पार्शियल सीजर, जानें कारण लक्षण और उपचार

पार्शियल सीजर दिमाग की बीमारी है। अगर इसके लक्षण दिख रहे हैं तो इसका निदान कराना चाहिए, इससे यह निश्चित हो जाता है यह बीमारी पार्शियल सीजर है या नहीं। लेकिन इस बीमारी के निदान में दिक्‍कत बहुत होती है, क्‍योंकि लोगों में इसका लक्षण एक जैसा नही दिखता है। ये विभिन्न व्यक्तियों में भिन्न-भिन्न हो सकता है। इसके निदान के लिए पीडि़त व्‍यक्ति चिकित्‍सक को जिन लक्षणों के बारे में बताता है उससे इसके निदान में परेशानी नही होती है।

इसके बाद चिकित्‍सक कुछ टेस्‍ट के अलावा मेडिकल हिस्‍ट्री भी देखता है। इसके लिए चिकित्‍सक यह देखता है कि उसके घर में यह बीमारी किसी को थी या नहीं। मस्तिष्क में कोई चोट लगी हो, जन्म से पूर्व या लेबर के दौरान किसी प्रकार की परेशानी हुई हो।

न्‍यूरोलॉजिस्‍ट इसके लिए आदमी के दिमाग का टेस्‍ट करते हैं। उसी चोट का परीक्षण किया जाता है, जिसके कारण दौरे पड़ते हैं। इसके लिए सामान्यतः दिमाग के कार्यक्षमता की जांच के स्वरूप की जांच इलेक्ट्रोएनसीफेलोग्राम (ईईजी) से की जाती है। इससे यह देखा जाता है कि कहीं मस्तिष्क का कौन सा भाग अच्‍छे से काम कर रहा है या नहीं। अगर ईईजी असामान्य है तो ये इस निश्चित हो जाता है कि आदमी को यह आंशिक दौरे पड़ रहे हैं। लेकिन ईईजी के जरिए इस बीमारी की पहचान संभव नही है, क्‍योंकि बहुत से रोगियों में दौरों के दौरान भी सामान्य ईईजी हो सकते हैं।

इसे भी पढ़ें: ज्यादा एक्टिव होना भी सही नहीं, एडीएचडी रोग होने का रहता है खतरा

आदमी में दौरों की संभावना पाई जाती है तो यह मस्तिष्क में निशान ऊतक (स्‍कार टीश्‍यू) या स्‍ट्रक्‍चरल असामान्यताओ के कारण भी हो सकता है। इसके लिए दिमाग की एमआरआई (मैग्‍नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) की जाती है।

पार्शियल सीजर का पूर्वानुमान
अगर आपको आपके घर में किसी को मिरगी है या फिर आपके सिर में जन्‍म से पहले या बाद में किसी प्रकार  की चोट लगी है तो आपाको इस प्रकार के दौरे पड़ने की संभावना है। इसलिए अगर आपको दिमागी दौरा पड़े तो चिकित्‍सक से संपर्क करके इसका इलाज करायें।

इसे भी पढ़ें: अगर इन 2 चीजों से लगता है डर तो एगोराफोबिया के हैं लक्षण

डॉक्‍टर को कब संपर्क करें
अगर आप आंशिक दौरों से ग्रस्त किसी अन्य व्यक्ति को देखते हैं तो ये आवश्यक नहीं है कि आप डॉक्टर को तुरंत बुलाएं। अगर इसके अलावा भी आप कुछ  कदम उठा सकते हैं :
1.    व्यक्ति की पहुंच से तेज या गर्म वस्तुओं को हटा दें।
2.    व्यक्ति को यातायात और भीड़भाड़ से दूर रखें।
3.    अगर आप जानते हैं कि व्यक्ति को दौरा पड़ रहा है, तो आसपास के अन्य लोगों को इस बारे में बतायें।
4.    यदि व्यक्ति उत्तेजित है तो उससे निश्चित दूरी रखें।
5.    यदि व्यक्ति नीचे लेट रहा है तो एक तकिया या तह किया हुआ कपड़ा उसके सिर के नीचे रखें।
6     व्यक्ति को एक तरफ घुमाएं ताकि लार निकलने की वजह से दम घुटने से बचाया जा सके।
6.    व्यक्ति के मुंह में कोई भी वस्तु ना रखें।
7.    यदि व्यक्ति का दौरा समाप्त होने के बाद भ्रमित है तो उसे दौरे के बारे में आराम से बतायें।
दौरा जो पांच मिनट से अधिक समय के लिए रहता है, आसानी से अपनेआप ठीक नहीं हो सकता। गर्भवती महिलाओं या मधुमेय रोगियों को अगर ये दौरे आयें तो यह ज्‍यादा खतरनाक है। ऐसे में डॉक्‍टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए।

ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप

Read More Articles on Partial Seizure in Hindi

Read Next

एल्कोहल के ज्यादा सेवन से सिरोसिस ही नहीं, होता है इन 5 बीमारियों का खतरा

Disclaimer