Digestive Gas Pain: पेट के दर्द को हर बार एसिडिटी से न जोड़े, जानें गैस के अलावा पेट दर्द के 5 बड़े कारण

बदलती लाइफस्टाइल और खानपान की बिगड़ती आदतों के कारण आजकल पेट से सम्बंधित स्वास्थ्य समस्याएं ज्यादा उभर रही हैं। 
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Digestive Gas Pain: पेट के दर्द को हर बार एसिडिटी से न जोड़े, जानें गैस के अलावा पेट दर्द के 5 बड़े कारण


नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डायबिटीज एंड डाइजेस्टिव एंड किडनी डिजीज के अनुसार, आमतौर पर पाचन तंत्र में गैस हवा (एरोफैगिया) को निगलने या आपकी बड़ी आंत में बैक्टीरिया के कारण कुछ खाद्य पदार्थों के ब्रेक होने पर होती है।यदि हवा वापस ऊपर नहीं उठती है, तो यह आपके गैस्ट्रोइंटेसटाइनल ट्रैक्ट में चली जाएगी और मलाशय यानी रेक्टम के माध्यम से बाहर निकल जाती है। गैस की समस्या खानपान की ख़राब आदतों के चलते भी बेहद आम है। हालांकि कौन से फूड उत्पाद गैस पैदा करेंगे, यह व्यक्ति दर व्यक्ति निर्भर करता है। कुछ कॉमन फूड आइटम्स हैं जिन्हें खाने से गैस होती ही है। वे हैं गोभी और ब्रोकोली,बीन्स और दाल,दूध के उत्पाद, जैसे कि पनीर, आइसक्रीम और दही,कार्बोनेटेड पेय पदार्थ।

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नियमित गैस एक संकेत है कि आप पर्याप्त मात्रा में फाइबर का सेवन कर रहे हैं और आपके पेट में स्वस्थ आंत रोगाणु हैं। लेकिन गैस के साथ आपको अन्य समस्याएं जैसे वजन कम होना, एनोरेक्सिया, अत्यधिक दस्त, उल्टी, बुखार, लंबे समय तक सूजन और पेट में दर्द हों तो यह किसी पाचन विकार या गैस्ट्रोइंटेसटाइनल स्थिति का संकेत हो सकती है। इन परेशानियों में शामिल हैं-

1. इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome)

यदि गैस गंभीर पेट दर्द, लगातार दस्त, और सूजन के साथ होती है, तो यह इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) का संकेत हो सकता है।इस बीमारी में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में तंत्रिकाएं वहां उत्पन्न गैस के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती हैं। इससे पीड़ित व्यक्ति को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है लेकिन यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट को कोई नुकसान नहीं पहुंचाती है। 

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2. लैक्टोज इंटोलेरेंस (Lactose intolerance)

यदि आपको कुछ खाद्य पदार्थ, जैसे डेयरी उत्पाद (जिसमें लैक्टोज होता है) खाने के बाद गैस होती है, तो इस अवस्था में आपको लैक्टोज इंटोलेरेंस की समस्या हो सकती है। इसमें शरीर इन खाद्य पदार्थों को पचाने में संघर्ष करता है और जब वह नहीं पचा पाता तो गैस और पेट दर्द होने लगता है।

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3. पैंक्रियाटाइटिस (Pancreatitis)

गैस के साथ अगर पेट में सूजन, बुखार, मतली और उल्टी हो तो ये पैंक्रियाटाइटिस के संकेत हो सकते हैं । पैंक्रियास पाचन प्रक्रिया में सहायता करता है जब इसमें सूजन आ जाए तो पाचन प्रक्रिया प्रभावित हो जाती है और व्यक्ति बेहद कमजोर महसूस करने लगता है।

4. पेप्टिक अल्सर Peptic (Ulcers)

पेप्टिक अल्सर बैक्टीरिया के कारण पनपता है, जिससे पेट में जलन होती है। इसमें दर्द आता है और चला जाता है, जो कि मिनटों या घंटों तक रहता है और आमतौर पर इसे तब महसूस किया जा सकता है जब आपका पेट खाली होता है। अन्य लक्षणों में उल्टी, सूजन, गैस दर्द और वजन कम होना शामिल हो सकते हैं।

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5. सीलिएक डिसीज (Celiac disease)

लगातर दस्त, असामान्य और दुर्गंधयुक्त मल के साथ वजन कम होना सीलिएक डिसीज के संभावित संकेत होते हैं। यह ग्लूटन, गेहूं के प्रोटीन के विरुद्ध एक प्रकार का रिएक्शन होता है। इसलिए इस बीमारी से बचने के लिए डाइट में ग्लूटन शामिल ना करने की सलाह दी जाती है।

पेट में दर्द एपेंडिसाइटिस का सबसे आम लक्षण है, जिससे एपेंडिक्स में सूजन हो जाती। अन्य संकेतों में गैस, कब्ज, उल्टी और बुखार शामिल हैं। यदि इसका इलाज ना किया जाए तो यह गंभीर रूप ले लेता है। आमतौर पर अपेंडिसाइटिस होने पर अपेंडिक्स को ऑपरेशन की मदद से शरीर से अलग कर दिया जाता है।

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