फेफड़े के कार्सिनॉइड ट्यूमर्स को ''धीमी गति का कैंसर'' कहा जाता है, क्योंकि इसका विकास बहुत ही धीमी गति से होता है और अन्य ट्यूमर्स की अपेक्षा शरीर के अन्य भागों में इसके फैलने की सम्भावना भी बहुत कम होती है। हालांकि हमेशा ऐसा नहीं होता है। कभी-कभी इसका विकास और फैलाव अपेक्षाकृत जल्दी हो सकता है।
अधिकांश कार्सिनॉइड ट्यूमर्स की शुरूआत छोटी आंत में होती है, लेकिन लगभग 25 प्रतिशत फेफड़ों में शुरू होते है। कार्सिनॉइड ट्यूमर्स फेफड़ों के मध्य से शुरू होते हैं। कुछ कार्सिनॉइड ट्यूमर्स विशेषकर जो गैस्ट्रो इंटेस्टाईन ट्रैक्ट या अपेंडिक्स में पनपते हैं वे ऐसे हार्मोन होते हैं जिनसे अनेक लक्षण उत्पन्न होते हैं। जबकि फेफड़ों के कार्सिनॉइड ट्यूमर्स में कभी भी ऐसा नही होता हैं। हालांकि यह घातक होने की क्षमता रखता है लेकिन फिर भी धीरे धीरे बढ़ने के कारण कार्सिनॉइड ट्यूमर्स होने पर भी लोग आमतौर पर कई वर्षो तक जीवित रहते है और कभी-कभी तो एक सामान्य जीवन जीते हैं।
फेफड़ों के कार्सिनॉइड ट्यूमर्स के प्रकार
फेफड़ों के कार्सिनॉइड ट्यूमर्स के दो प्रकार होते हैं: विशिष्ट कार्सिनॉइड ट्यूमर्स और असामान्य कार्सिनॉइड ट्यूमर्स।
असामान्य कार्सिनॉइड ट्यूमर्स
विशिष्ट कार्सिनॉइड ट्यूमर्स की अपेक्षा असामान्य कार्सिनॉइड ट्यूमर्स लगभग नौ गुना ज्यादा पाए जाते हैं, इनकी फेफड़ों तक फैलने की सम्भावना बहुत कम होती है।
विशिष्ट कार्सिनॉइड ट्यूमर्स
विशिष्ट प्रकार के कार्सिनॉइड बहुत दुर्लभ होते हैं। वह असामान्य की तुलना में तेजी से बढ़ते है और इनके फेफड़ों से बाहर फैलने के ज्यादा मौके होते हैं।
- फेफड़ों के कार्सिनॉइड ट्यूमर्स अधिकतर 45 से 55 वर्ष की आयु के पुरूषों और महिलाओं में समान रूप से पाए जाते हैं। फेफड़ों के कार्सिनॉइड ट्यूमर्स को वर्गीकृत करने का एक और रास्ता भी है कि उसे उनके स्थान द्वारा वर्गीकृत किया जाए। केन्द्रीय कार्सिनॉइड फेफड़ों के बीच निकट बड़े वायुमार्ग की दीवारों में पाए जाते हैं। परिधीय कार्सिनॉइड संकरा वायु मार्ग में फेफड़ों के किनारों के करीब पाए जाते हैं। दोनों केंद्रीय और परिधीय कार्सिनॉइड आमतौर पर विशिष्ट कार्सिनॉइड हैं।
- दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि फेफड़ों के कार्सिनॉइड ट्यूमर्स ट्यूमर का एक असामान्य प्रकार है जो फेफड़ों में शुरू होता हैं और अन्य प्रकार के फेफड़ों के कैंसर की तुलना में धीमी वृद्धि करते हैं। फेफड़ों के कार्सिनॉइड ट्यूमर्स विशेष प्रकार की कोशिकाओं से बनते हैं जो न्यूरोएन्डोक्राइन कोशिका कहलाती हैं।
- न्यूरोएन्डोक्राइन कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि से कार्सिनॉइड ट्यूमर का विकास होता है। ज्यादातर कार्सिनॉइड ट्यूमर छोटी आंत से आरंभ होते हैं लेकिन कैंसराभ फेफड़ों ट्यूमर सभी कारसीनोइड ट्यूमर के बारे में 10% का प्रतिनिधित्व करते हैं। कार्सिनॉइड फेफड़ों ट्यूमर में 1%-6% सभी फेफड़ों के ट्यूमर शामिल हैं।
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