हमारे देश में प्राचीन काल से ही स्वस्थ रहने और बीमारियों के इलाज के लिए आयुर्वेद का इस्तेमाल होता आया है। आयुर्वेद में शरीर को स्वस्थ रखने के लिए कई तरह की चिकित्सा की जाती है। आयुर्वेद में यह माना जाता है कि इलाज के जरिए सिर्फ शरीर से समस्याओं को दूर करने का काम ही नहीं किया जाता है बल्कि इसकी सहायता से शरीर से बीमारियों को जड़ से दूर किया जाता है। शरीर को मानसिक और शारीरिक रूप से हेल्दी रखने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। आयुर्वेद के मुताबिक शरीर में कफ, पित्त और वात दोष मौजूद होते हैं जिसके असंतुलन के बाद आपका शरीर अस्वस्थ हो सकता है। आयुर्वेद में शरीर को हेल्दी रखने और बीमारियों से मुक्त रखने के लिए आप विरेचन कर्म (Virechana Karma in Hindi) का सहारा ले सकते हैं। विरेचन कर्म दरअसल आयुर्वेद के पंच कर्म थेरेपी का ही एक तरीका है जिसमें शरीर डिटॉक्सीफिकेशन का काम किया जाता है। आइये विस्तार से जानते हैं विरेचन कर्म के बारे में।
क्या है विरेचन कर्म? (What is Virechana Karma Therapy?)
आयुर्वेद में पंच कर्म थेरेपी का बड़ा महत्व है। विरेचन कर्म इसी पंच कर्म थेरेपी का एक पार्ट है। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के आयुर्वेदाचार्य डॉ एस के पांडेय के मुताबिक विरेचन कर्म में पित्त दोष को संतुलित करने पर काम किया जाता है। इस थेरेपी की सहायता से आपके शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स यानी विषाक्त पदार्थ निकलाने में फायदा मिलता है। विरेचन थेरेपी का इस्तेमाल करने से आपके पेट और आंतों में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने के लिए बहुत उपयोगी है। इसकी वजह से न सिर्फ आपका पेट सही रहता है बल्कि आपके शरीर की कई बीमारियां भी दूर होती हैं। विरेचन कर्म आपको स्किन से जुड़ी समस्याओं में भी फायदेमंद होता है। इसके इस्तेमाल से आपके शरीर में मौजूद ब्लड को भी साफ करने के में मदद मिलती है।
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विरेचन कर्म के फायदे (Virechana Karma Therapy Benefits in Hindi)
शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को दूर करने से आपके शरीर से कई गंभीर बीमारियां दूर हो जाती हैं। इसके इस्तेमाल से आपके पेट और आंतों में मौजूद गंदगी दूर होती है साथ ही इससे आपके शरीर में मौजूद ब्लड भी पूरी तरह से साफ होता है। विरेचन कर्म थेरेपी हमेशा एक्सपर्ट की देखरेख में की जाती है। विरेचन कर्म थेरेपी लेने के कुछ प्रमुख फायदे इस प्रकार से हैं।
- शरीर में पित्त दोष की अधिकता होने पर आपको कई गंभीर समस्याएं होती हैं, इन समस्याओं से बचने के लिए विरेचन कर्म थेरेपी कराना बहुत उपयोगी होता है।
- अगर आपको लगातार सिरदर्द बना रहता है तो इससे निजात पाने के लिए आप विरेचन कर्म थेरेपी का सहारा ले सकते हैं।
- हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से लोगों में कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं, शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर संतुलित करने के लिए विरेचन कर्म थेरेपी का प्रयोग बहुत उपयोगी होता है।
- स्किन से जुड़ी समस्या हो या चर्म रोग हो इन सभी समस्याओं को दूर करने के लिए विरेचन कर्म का इस्तेमाल किया जाता है।
- बालों के सफेद होने की समस्या को दूर करने के लिए अभी तक कोई सटीक आर प्रभावी इलाज नहीं आया है। आप इस समस्या को दूर करने के लिए विरेचन कर्म थेरेपी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- मोटापे की समस्या को दूर करने के लिए भी विरेचन कर्म थेरेपी का सहारा लिया जा सकता है।
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विरेचन कर्म थेरेपी एक तरह से शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए बहुत उपयोगी मानी जाती है। यह आयुर्वेद की एक प्रसिद्द और प्रभावी थेरेपी है जिसका सबसे ज्यादा इस्तेमाल दक्षिण भारत में किया जाता है। इस थेरेपी के कई अलग-अलग तरीके हैं और औषधीय तेलों के इस्तेमाल से यह थेरेपी की जाती है। शरीर में मौजूद पित्त, वात और कफ दोष को संतुलित कर शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए विरेचन कर्म थेरेपी बहुत फायदेमंद होती है। अगर आप किसी गंभीर बीमारी या समस्या में इस थेरेपी का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो इसके लिए आयुर्वेदिक एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
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