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टाइप 1.5 डायबिटीज क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव

What is Type 1.5 Diabetes: टाइप 1.5 डायबिटीज भी डायबिटीज का एक प्रकार है, जिसे 'लेटेन्ट ऑटोइम्यून डायबिटीज़ इन अडल्ट्स' (LADA) के नाम से जानते हैं।
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टाइप 1.5 डायबिटीज क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और बचाव


What is Type 1.5 Diabetes: डायबिटीज खानपान और जीवनशैली से जुड़ी गंभीर बीमारी है। असंतुलित दिनचर्या और अनहेल्दी खानपान के कारण डायबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। डायबिटीज की बीमारी कई तरह की होती है और इसके लिए अलग-अलग कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। ज्यादातर लोगों को टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज के बारे में पता है। टाइप 1 डायबिटीज जेनेटिक कारणों से ज्यादा होती है। वहीं टाइप 2 डायबिटीज का खतरा खानपान में गड़बड़ी और खराब जीवनशैली के कारण रहता है। लेकिन क्या आपने टाइप 1.5 डायबिटीज के बारे में सुना है? टाइप 1.5 डायबिटीज भी डायबिटीज का एक प्रकार है, जिसका खतरा युवाओं में सबसे ज्यादा है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं टाइप 1.5 डायबिटीज के बारे में।

टाइप 1.5 डायबिटीज क्या है?- What is Type 1.5 Diabetes in Hindi

बीते कुछ सालों से टाइप 1.5 डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। टाइप 1.5 डायबिटीज का सबसे ज्यादा खतरा युवाओं को है। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लिनिकल डाइटिशियन डॉ समीर कहते हैं, "टाइप 1.5 डायबिटीज भी डायबिटीज का एक प्रकार है, जिसे मेडिकल में 'लेटेन्ट ऑटोइम्यून डायबिटीज़ इन अडल्ट्स' (LADA) के नाम से जानते हैं।" इस तरह की डायबिटीज का पता भी आसानी से नहीं चलता है। टाइप 1.5 डायबिटीज का सीधा असर आंखों और हार्ट पर होता है। खासतौर से 20 से 30 साल के युवाओं में इस तरह के डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है।

What is Type 1.5 Diabetes

इसे भी पढ़ें: डायबिटीज क्या है और क्यों होता है? जानें ये बीमारी शरीर को कैसे करती है प्रभावित

टाइप 1.5 डायबिटीज के लक्षण- Type 1.5 Diabetes Symptoms in Hindi

टाइप 1.5 डायबिटीज का पता आसानी से नहीं चल पाता है, जिसका मुख्य कारण इस बीमारी में दिखने वाले लक्षण हैं। इस बीमारी में दिखने वाले ज्यादातर लक्षण कंफ्यूज करने वाले होते हैं। टाइप 1.5 डायबिटीज में दिखने वाले मुख्य लक्षण इस तरह से हैं-

  • बार-बार पेशाब आना
  • तेजी से वजन कम होना
  • रात के समय में पेशाब ज्यादा आना
  • आंखों की रोशनी कम होना
  • बहुत ज्यादा प्यास लगना
  • नींद कम आना

टाइप 1.5 डायबिटीज के कारण- What Causes Type 1.5 Diabetes in Hindi

टाइप 1.5 डायबिटीज भी खानपान और खराब जीवनशैली के कारण होती है। लंबे समय तक अनहेल्दी डाइट और निष्क्रिय जीवनशैली अपनाने वाले लोगों में इस तरह की डायबिटीज का खतरा ज्यादा रहता है। दरअसल, टाइप 1.5 डायबिटीज में शरीर के बीटा सेल्स काम करना बंद कर देते हैं। बीटा सेल्स अग्नाशय में मौजूद कोशिकाएं हैं, जो इन्सुलिन प्रोडक्शन में मदद करती हैं। बीटा सेल्स का काम प्रभावित होने से शरीर में इन्सुलिन प्रोडक्शन कम होने लगता है और ब्लड शुगर तेजी से बढ़ता है। आज के समय में टाइप 1.5 डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।

टाइप 1.5 डायबिटीज से बचाव- Type 1.5 Diabetes Prevention in Hindi

टाइप 1.5 डायबिटीज का पता चलने के बाद डॉक्टर मरीजों को खानपान और जीवनशैली में सुधार करने की सलाह देते हैं। इस बीमारी में लापरवाही बरतने पर जीवनभर इन्सुलिन का इंजेक्शन लेना पड़ सकता है। टाइप 1.5 डायबिटीज से बचने के लिए ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना चाहिए। इसके अलावा नियमित रूप से योग या एक्सरसाइज का अभ्यास करने से टाइप 1.5 डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है।

टाइप 1.5 डायबिटीज से बचने के लिए डाइट में सब्जियां, फल और साबुत अनाज को शामिल करना फायदेमंद होता है। इसके अलावा नियमित रूप से शारीरिक श्रम या व्यायाम करने वाले लोगों में भी डायबिटीज का खतरा कम रहता है। अगर आपको भी डायबिटीज के लक्षण दिखाई देते हैं तो सबसे पहले खानपान और लाइफस्टाइल में सुधार करें और डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

(Image Courtesy: Freepik.com)

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