
तोदरी का इस्तेमाल आयुर्वेद में अलग-अलग तरीके से किया जाता है। अब आप सोच रहे होंगे की आखिर तोदरी है क्या ? तो हम आपको बता दें ये एक पीले बीज वाली आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है। हालांकि, यह दो अन्य रंगों में भी मिलती है, लेकिन पीले रंग वाली तोदरी का इस्तेमाल अधिक किया जाता है। हमारे लिए तोदरी कई तरह से काम आ सकती है। खासकर जो लोग बीमारियों से ग्रसित है उनके लिए तो तोदरी वरदान साबित हो सकती है। आइए आयुर्वेदिक एक्सपर्ट से जानते हैं तोदरी क्या है? किन-किन बीमारियों के लिए काम आता है?
क्या है तोदरी? (What is Tondari)
गाजियाबाद स्वरण जयंती के आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर राहुल चतुर्वेदी का कहना है कि तोदरी सफेद, लाल और पीले रंग का बीज है, जो कई बीमारियों को ठीक करने के काम आता हैं। ये 30 सेमी बड़ा और लघु आकरीय कांटे शाकीय पौधा होता है। इसके पत्ते लंबे और संकीर्ण होते हैं। इसके फूल उभयलिंगी, छोटे, सफेद रंग के सहपत्र होते है, इसके बीज मसूर के दाने के जैसे दिखते है, लेकिन छोटे और चपटे होते है, इसकी फलियां बहुत छोटी होती हैं। तोदरी ज्यादातर अप्रैल के महीने में देखने को मिलते है।
किन बीमारियों में फायदेमंद है तोदरी (Health Benefits of Tondari)
1. दस्त से दिलाए राहत
एक्सपर्ट बताते हैं कि तोदरी दस्त से राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकता है। दस्त होने पर इसका काढ़ा बनाकर पिएं। तोदरी का काढ़ा बनाकर 10-20 मिली मात्रा में सेवन करने से आपको लाभ मिलेगा। साथ ही दस्त में होने वाली कमजोरी दूर हो जाएगी।
2. आयरन और यूरीन की परेशानी होगी दूर
यूरीन की समस्याओं को दूर करने में भी यह फायदेमंद है। इसके साथ शरीर में होने वाली खून की कमी से राहत दिलाने में भी यह फायदेमंद हो सकता है। अगर आपके शरीर में आयरन की कमी है, तो तोदरी काढ़ा बनाकर नियमित रूप से 10-20 मिली का सेवन करें। इससे शरीर में रक्त की कमी दूर होगी।
3. ब्रेस्ट साइज बढ़ाने में मददगार
बहुत सी लड़कियों को ब्रेस्ट साइज कम होने की शिकायत होती है। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ है, तो ब्रेस्ट का साइज बढ़ाने में तोदरी कारगार साबित हो सकती है। ब्रेस्ट की साइज बढ़ाने के लिए 2-3 ग्राम तोदरी चूर्ण के साथ समान मात्रा में शतावरी चूर्ण लें। इस मिश्रण को गर्म दूध के साथ सेवन करें। इससे आपकी ब्रेस्ट साइज बढ़ेगी।
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4. गठिया दर्द करे दूर
गठिया रोगियों के लिए तोदरी काफी फायदेमंद होता है। इससे आपको गठिया में होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है। गठिया की परेशानियों से राहत पाने के लिए तोदरी के फूलों को ऑलिव ऑयल में पकाएं। इस तेल को छान लें। अब इस तेल से प्रभावित हिस्से पर मालिश करें। इससे आपको काफी राहत मिलेगा।
5. अस्थमा की परेशानी होगी दूर
अस्थमा रोगियों के लिए तोदरी असरकारी साबित हो सकता है। अस्थमा के रोगियों को तोदरी का बीज दें। यह उनकी परेशानी दूर करेगी। नियमित रूप से अस्थमा रोगियों को 10-20 मिली ग्राम तोदरी के बीजों का सेवन कराएं। इससे अस्थमा की परेशानी से राहत मिलेगी।
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6. शारीरिक कमजोरी होगी दूर
अगर आप शारीरिक रूप से कमजोर हैं, तो तोदरी के बीजों का इस्तेमाल करें। इसके लिए 2-3 ग्राम तोदरी चूर्ण लें। इसमें समान मात्रा में मिश्री मिलाएं। अब इस मिश्रण का सेवन 1 गिलास दूध के साथ करें। इससे आपके शरीर की सारी कमजोरी दूर होगी।
7. जोड़ों में दर्द से मिलेगी राहत
जोड़ों में होने वाले दर्द से राहत दिलाने में तोदरी फायदेमंद हो सकता है। इसके लिए तोदरी के कुछ पत्ते लें। इसमें नीम के 2-4 फल, अर्क के पत्ते मिलाएं। अब इन्हें तिल के तेल या फिर जैतून के तेल में भूरा होने तक पकाएं। ठंडा होने पर इसे छान लें और एक कांच की शीशी में रखें। जोड़ों में दर्द होने पर इससे मालिश करें।
8. सूजन से दिलाए राहत
सूजन को कम करने में लाभकारी होती है तोदरी, सूजन को कम करने के लिए तोदरी को पीसकर लेप करने से सूजन और घाव को ठीक करने में मदद मिलती है।
तोदरी के सेवन से आपके स्वास्थ्य को कई अन्य फायदे हो सकते हैं। लेकिन ध्यान रहे कि बिना किसी एक्सपर्ट के संपर्क के वगैर आयुर्वेदिक दवाईयों का सेवन भी ना करें। इससे आपके स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ सकता है। आयुर्वेद एक्सपर्ट की सलाहनुसार ही आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी का सेवन करें।
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