Doctor Verified

एक्ने के निशान, झुर्रियों जैसी कई समस्याओं को दूर करती है डर्माप्लानिंग, जानें इस तकनीक के बारे में

Dermaplaning: डर्माप्लानिंग कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट है, जिसमें ब्लेड से त्वचा की ऊपरी मृत कोशिकाओं और छोटे बालों को हटाकर त्वचा को चमकदार बनाया जाता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
एक्ने के निशान, झुर्रियों जैसी कई समस्याओं को दूर करती है डर्माप्लानिंग, जानें इस तकनीक के बारे में


Dermaplaning Benefits: डर्माप्‍लान‍िंग (Dermaplaning) एक कॉस्मेटिक स्किन ट्रीटमेंट है जिसमें आपकी त्वचा की ऊपरी परत को बारीक ब्लेड की मदद से हटाया जाता है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मृत त्वचा कोशिकाओं और चेहरे पर मौजूद महीन बालों को निकालना है, जिससे आपकी त्वचा अधिक साफ और चमकदार दिखती है। डर्माप्लानिंग की मदद से त्‍वचा की बनावट में सुधार आता है, महीन बालों को हटाया जा सकता है, डेड स्‍क‍िन सेल्‍स न‍िकल जाते हैं, झुर्र‍ियों और फाइन लाइन्‍स की समस्‍या को दूर करने में भी मदद म‍िलती है। डर्माप्‍लान‍िंग तकनीक को पार्लर या क्लिनिक में प्रशिक्षित पेशेवर द्वारा किया जाता है। क्‍योंक‍ि इस तकनीक को सही ढंग से न करने पर त्‍वचा को नुकसान भी हो सकते हैं। इस लेख में जानेंगे डर्माप्‍लान‍िंग के फायदे, नुकसान और पूरी प्रक्र‍िया। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा (Dr. Devesh Mishra) से बात की।       

dermaplaning in hindi

डर्माप्लानिंग का प्रोसेस क्‍या है?- Dermaplaning Procedure 

  • डर्माप्लानिंग से पहले, त्वचा को पूरी तरह से साफ क‍िया जाता है। 
  • पहले स्‍टेप में मेकअप, अत‍िर‍िक्‍त ऑयल, गंदगी को क्‍लीनर से हटाया जाता है। 
  • डर्माप्लानिंग के लिए एक विशेष स्टेराइल सर्जिकल ब्लेड का इस्‍तेमाल क‍िया जाता है। 
  • यह ब्लेड त्वचा की ऊपरी परत या डेड स्‍क‍िन सेल्‍स को धीरे-धीरे हटाता है।
  • त्वचा पर ब्लेड को बहुत सावधानी से चलाया जाता है, ताकि मृत त्वचा कोशिकाएं और छोटे बाल हट जाएं।
  • यह प्रक्रिया चेहरे के अलग-अलग हिस्सों पर की जाती है, जिसमें माथे, गाल, ठुड्डी और नाक के चारों ओर के क्षेत्र शामिल होते हैं।
  • प्रक्रिया पूरी होने के बाद, त्वचा को एक बार फिर से साफ किया जाता है ताकि हटाए गए मृत कोशिकाओं और बालों के छोटे टुकड़ों को हटा दिया जाए। 
  • प्रक्रिया के बाद, त्वचा को आराम के लिए एक हल्का मॉइश्चराइजर या हाइड्रेटिंग सीरम लगाया जाता है। 
  • डर्माप्लानिंग के बाद, त्वचा की देखभाल के लिए कुछ बातों का ख्‍याल रखना होता है। जैसे- कुछ दिनों के लिए एक्सफोलिशन से बचें, धूप से बचें और त्‍वचा को हाइड्रेट रखें।

इसे भी पढ़ें- एक्‍सरसाइज करने से स्‍क‍िन पर क्‍या असर पड़ता है? एक्‍सपर्ट से जानें

डर्माप्लानिंग के फायदे- Dermaplaning Benefits 

  • डर्माप्लानिंग के सबसे बड़े फायदों में से एक है कि यह त्वचा की ऊपरी परत में मौजूद मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाता है। इस प्रक्र‍िया की मदद से त्वचा ज्‍यादा साफ और जवां नजर आती है।
  • डर्माप्लानिंग के दौरान, चेहरे पर मौजूद महीन बाल को भी हटा दिया जाता है। ये बाल अक्सर मेकअप के नीचे दिखाई देते हैं, जिससे चेहरा अनइवन दिखता है। डर्माप्लानिंग के बाद त्वचा पर बाल नहीं रहते, जिससे मेकअप अधिक स्मूथ और निखरा हुआ दिखता है।
  • डर्माप्लानिंग के बाद, फाउंडेशन और कंसीलर आसानी से ब्लेंड हो जाते हैं, जिससे मेकअप का फिनिश अधिक प्रोफेशनल और सुंदर लगता है।
  • जब त्वचा की ऊपरी परत की मृत कोशिकाएं हटा दी जाती हैं, तो स्किन केयर प्रोडक्ट्स जैसे सीरम, मॉइश्चराइज़र आद‍ि को त्वचा में गहराई से प्रवेश करने में आसानी होती है और त्‍वचा को ज्‍यादा हेल्‍दी बनाया जा सकता है। 
  • डर्माप्लानिंग से त्वचा की बनावट में सुधार होता है। यह प्रक्रिया स्किन को नरम, चिकना और आरामदायक बनाती है। 
  • डर्माप्लानिंग से त्वचा की सतह को ताजगी मिलती है, जो फाइन लाइन्स और झुर्रियों की मौजूदगी को कम करता है। 
  • डर्माप्लानिंग की मदद से हाइपरपिग्मेंटेशन, डार्क स्पॉट्स और एज़ स्पॉट्स जैसी समस्‍याएं दूर होती हैं। 

डर्माप्लानिंग के नुकसान- Dermaplaning Side Effects

  • डर्माप्लानिंग के बाद, त्वचा की बाहरी परत हट जाती है, जिससे त्वचा ज्‍यादा सेंस‍िट‍िव हो  सकती है। विशेष रूप से सूरज की किरणों के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है, जिससे सनबर्न या हाइपरपिग्मेंटेशन का खतरा हो सकता है। इसलिए, डर्माप्लानिंग के बाद सनस्क्रीन का इस्‍तेमाल करना जरूरी है।
  • डर्माप्लानिंग के दौरान त्वचा पर ब्लेड का इस्‍तेमाल किया जाता है, जो कुछ लोगों में जलन, रेडनेस या हल्की सूजन का कारण बन सकता है। 
  • ज‍िन लोगों की त्‍वचा सेंस‍िट‍िव होती है, उनको इस तकनीक का इस्‍तेमाल करने से बचना चाह‍िए। संवेदनशील त्‍वचा पर रैशेज या दाने हो सकते हैं।   
  • अगर डर्माप्लानिंग को सही तरीके से नहीं किया जाए, तो त्वचा में कट या खरोंच लगने से संक्रमण का खतरा हो सकता है। 
  • जो लोग एक्जिमा जैसी त्वचा समस्याओं से जूझ रहे हैं, उनके लिए डर्माप्लानिंग सही नहीं है। इस प्रक्रिया से त्वचा की स्थिति और भी खराब हो सकती है और त्‍वचा में जलन पैदा हो सकती है। 

उम्‍मीद करते हैं क‍ि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।

image credit: self.com

Read Next

स्किन को हेल्दी बनाएगा अनार के छिलकों का तेल, जानें घर पर बनाने का तरीका

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version