क्या आप भी चाबियां रख कर भूल जाती हैं कि आपने उन्हें कहां रख छोड़ा है, या आपको याद नहीं रहता कि आप क्या बोलने वाली थीं। यही नहीं क्या कभी-कभी आप कमरे में जाने के बाद ये अनुभव करती हैं कि आप वहां क्यों गईं थी। अगर ऐसा है तो इसका मतलब ये नहीं कि यह अल्जाइमर के प्रारंभिक लक्षण हैं, अकस्मात भूल जाने की समस्या (Fuzzy Thinking) और भ्रम की यह स्थिति जीवन के बीच के पड़ाव में होने वाले हार्मोनल असंतुलन के साथ भी होती है।
यदि आपने बच्चे को जन्म दिया है तो आपको याद होगा कि बच्चे के जन्म के बाद के पहले कुछ हफ्तों में आप आपकी सोच में परिवर्तन और गड़बड़ होती थी। उस समय भी आपका शरीर एक हार्मोन परिवर्तन से गुजर रहा था। जिस कारण आपकी स्मृति प्रभावित हुई थी और आप उलझन महसूस कर रहीं थीं। बेशक, इसके पीछे नींद की कमी भी एक कारण हो सकता है।
जब आप रजोनिवृत्ति से गुजर रही होती हैं तो आपका शरीर को एक बार फिर से अपना हार्मोनल बैलेंस रीसैट करना पड़ता है। नींद पूरी न होना और अस्वास्थ्यकर आहार भी भुलक्कड़पन और अल्पकालिक स्मृति हानि का कारण बन सकते हैं। लेकिन घबराएं नहीं, कुछ ऐसे तरीके हैं जिनकी मदद से आप अपने दिमाग को साफ कर वापस नॉर्मल ट्रैक पर वापस आ सकते हैं।
समाधान: आप अपने लक्षणों को कम करने के लिए क्या कर सकते हैं।
आप बेहतर महसूस करने, तनाव को कम करने और अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए कई चीजें कर सकते हैं। इसके लिए आप निम्न बाताए जा रहे जीवनशैली में कुछ सरल परिवर्तन या अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के द्वारा बताए गए विकल्प चुन सकते हैं।
प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ की बजाए स्वस्थ आहार खाएं। खरीदने से पहले लेबल की जांच करें और उच्च फ्रक्टोज़ कॉर्न सिरप (एचएफसी), परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट और सोडियम (नमक) खाद्य पदार्थों से बचें। ये सभी समस्या के लक्षणों को बढ़ाते हैं।
प्रत्येक दिन सब्जियां और फल के दो सर्विंग्स के कम से कम खाएं ही। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, गोभी और ब्रोकली आदि के सेवन से याद्दाश्त बढ़ाती है तथा मानसिक कार्यों में मदद मिलती है।