Serious Mental Illnesses: आज के समय में मेंटल हेल्थ को पहले से ज्यादा महत्व दिया जाता है, इसके बावजूद भी बहुत कम लोग हैं जो गंभीर मानसिक बीमारियों के बारे में जानते हैं। हालांकि, तनाव, चिंता और डिप्रेशन के बारे में तो लोग खुलकर बात करते हैं। लेकिन कई गंभीर बीमारियों के बारे में कम लोग जानते हैं। इस विषय पर विस्तार से जानने के लिए हमने बेंगलुरु के एस्टर व्हाइटफील्ड अस्पताल के मनोचिकित्सक एस गिरिप्रसाद (Mr. S. Giriprasad, Psychologist, Aster Whitefield Hospital, Bengaluru) से विस्तार में बात की। आइए जानते हैं सबसे गंभीर मानसिक बीमारियों और इनके लक्षणों के बारे में। किसे गंभीर मानसिक बीमारी कहते हैं और इनके लक्षण कैसे पहचानें?
गंभीर मानसिक बीमारी क्या होती हैं-What is a serious mental illness?
गंभीर मानसिक बीमारी वो मानसिक या भावनात्मक स्थिति होती है जो व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन को बुरी तरह प्रभावित करती है। इससे काम, रिश्ते और खुद की देखभाल तक में परेशानी होने लगती है। सभी बीमारियों के बारे में एक-एक कर जानेंगे और क्या होते हैं इनके लक्षण।
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1. स्किजोफ्रेनिया (Schizophrenia)
स्किजोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक बीमारी है। इसमें व्यक्ति अपने ही बनाए कुछ कहानियों में जीने लगता है। इसी के साथ आपको यह बता दें कि यह बीमारी अक्सर किशोरावस्था के अंत या युवावस्था के दौरान शुरू होती है। समय पर इलाज न मिलने पर व्यक्ति हकीकत और कल्पना में फर्क करना भूल सकता है। हालांकि इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।
लक्षण
- ऐसी आवाजें सुनना या चीजें देखना जो असल में नहीं होतीं (हेलुसिनेशन)
- झूठे और अजीब विश्वास (डिल्यूजन)। कोई भी बात जो सच नहीं है, उस बात पर भरोसा कर लेता है और उसी में जीता रहता है।
- उलझे हुए विचार और जिन बातों का कोई मतलब नहीं है उन बातों को कहना
- सामाजिक दूरी बनाना, अकेला रहना, यानी लोगों से मिलना-जुलना कम कर देता है। व्यक्ति ऐसे में वह सिर्फ अकेले रहता है।
- अपनी देखभाल में लापरवाही और भावनाओं की कमी। इस स्थिति में व्यक्ति अपनी परवाह नहीं करता।

2. बाइपोलर डिसऑर्डर (Bipolar Disorder)
यह बीमारी सिर्फ मूडी होने से अलग है। यह जीवनभर साथ रह सकती है, लेकिन दवाइयों, थेरेपी और जीवनशैली में बदलाव से इसे संभाला जा सकता है।
लक्षण
- मूड का बहुत तेजी से बदलना यानी कि कभी बहुत खुश, कभी बहुत उदास होना।
- मैनिक फेज में जोखिम भरे काम करना जैसे कि बहुत खर्च करना, तेज़ गाड़ी चलाना आदि।
- डिप्रेशन के समय बहुत दुखी रहना, थकावट और आत्महत्या के विचार
- नौकरी या रिश्तों को निभा पाने में कठिनाई
3. मेजर डिप्रेशन (Major Depressive Disorder)
यह डिप्रेशन का गंभीर रूप है, जिसे इलाज की जरूरत होती है। भारत में ही करीब 5.6 करोड़ लोग डिप्रेशन से ग्रस्त हैं। इसी के साथ यह जान लें कि दवा और थेरेपी से इस पर काबू पाया जा सकता है।
लक्षण
- दो हफ्ते से अधिक समय तक दुखी या खालीपन का अनुभव करना
- किसी काम में रुचि न होना
- खाने-पीने या नींद के पैटर्न में परिवर्तन
- ज्यादा उत्तेजित होना और बहुत कम ऊर्जा
- आत्महत्या या खुद को नुकसान पहुंचाने के विचार आना।
4. ऑब्सेसिव-कम्पल्सिव डिसऑर्डर (OCD)
OCD एक गंभीर बीमारी है। इसका इलाज भी समय पर किया जाए, तो बेहतर होता है।
लक्षण
- बार-बार परेशान करने वाले विचार (जैसे गंदगी का डर)
- उन्हें कम करने के लिए दोहराए जाने वाले काम (जैसे बार-बार हाथ धोना, ताले चेक करना)
- पूरा दिन अपना समय बर्बाद करते रहना और अपनी लाइफ की परवाह न करना।
5. बॉर्डरलाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर (BPD)
BPD एक जटिल बीमारी है, जो डिप्रेशन और एंग्जायटी के साथ छिपकर देखी जाती है। डायलैक्टिकल बिहेवियर थेरेपी (DBT) से इसे बहुत हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
लक्षण
- अकेले फ्लाइट का बहुत डर
- रिलेशनशिप और अपनी इमेज के बारे में बहुत उतार-चढ़ाव
- भावनात्मक रूप से जल्दी बदलना और बिना कारण वाला गुस्सा
- आत्म-हानि या आत्महत्या के आइडिया
इसके बचाव के उपाय-Measures to prevent it
सबसे गंभीर मानसिक बीमारियों के लक्षण अगर किसी व्यक्ति में नजर आ रहे हैं, तो इसका सही समय पर इलाज बहुत जरूरी है। बता दें कि अगर इसे अनदेखा किया जाए, तो व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से बहुत नुकसान हो सकता है। कुछ मामलों में आत्महत्या या नशे की लत जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। इनके इलाज के लिए मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लें और सही समय पर अपना इलाज कराएं।
निष्कर्ष
आज भी भारत में कई लोगों के मन में मानसिक बीमारियों के बारे में बहुत शर्म और गलतफहमियां हैं, जिस वजह से लोग मदद लेने से हिचकते हैं। लोग चिंता, तनाव और डिप्रेशन की बात तो करते हैं, लेकिन कुछ मानसिक बीमारियां काफी गंभीर होती हैं, उनके बारे में भी पता होना जरूरी है। इन सभी गंभीर मानसिक बीमारियों के लक्षण अगर आप या आपके आसपास कोई महसूस करता है, तो उसे तुरंत मनोचिकित्सक से मिलना चाहिए। दरअसल, गंभीर मानसिक बीमारियां कोई कमजोरी नहीं होतीं। ये वैसी ही बीमारियां हैं जैसे डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर। समय पर डॉक्टर से सलाह, दवाइयां और थेरेपी से व्यक्ति एक सामान्य और संतुलित जीवन जी सकता है।
FAQ
सबसे खतरनाक मानसिक बीमारी कौन सी है?
स्किजोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक बीमारी है। इसमें व्यक्ति अपने ही बनाए कुछ कहानियों में जीने लगता है। इसी के साथ आपको यह बता दें कि यह बीमारी अक्सर किशोरावस्था के अंत या युवावस्था के दौरान शुरू होती है। समय पर इलाज न मिलने पर व्यक्ति हकीकत और कल्पना में फर्क करना भूल सकता है। हालांकि इलाज से इसे नियंत्रित किया जा सकता है।आपको कैसे पता चलेगा कि किसी को मानसिक बीमारी है?
मानसिक बीमारी होने पर व्यक्ति के व्यवहार में बदलाव आने लगता है। बदलाव अचानक से आ सकते हैं। वह परेशान, चिड़चिड़ा सा रहने लगता है। अगर ये लक्षण धीरे-धीरे लंबे समय तक रहते हैं, तो व्यक्ति को एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।क्या मानसिक बीमारी पागलपन है?
बिल्कुल नहीं, मानसिक बीमारी ऐसी ही बीमारी है जैसे शारीरिक बीमारी होती है। पागलपन एक अलग स्थिति है, जबकि मानसिक बीमारियों में समस्याएं कभी गंभीर होती हैं तो कभी हल्की। हालांकि, दोनों ही रूप में इलाज संभव है।