मोजे के बिना जूते पहनना शायद आजकल के लोगों को बहुत अच्छा लगता है क्योंकि यह इन दिनों का नया फैशन समझा जाता है, लेकिन ऐसा करने वाले लोग शायद नहीं जानते कि इस तरह पैरों में फंफूद के संक्रमण को न्योता दे रहे हैं।
विशेषज्ञों ने यह चेतावनी दी है कि फैशन के चक्कर में सेहत को नजरअंदाज करने के नतीजे बुरे हो सकते हैं। उन्होंने अगाह किया है कि मोजे के बिना जूते पहनने से पैरों में दुर्गध और एथलीट फुट या पैरों की दाद जैसी बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं। हाल के आंकड़ों से पता चला हे कि इन समस्याओं से निपटने वाली दवाओं की बिक्री में दस फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है।
विशेषज्ञों का कहना है कि मोजे के बगैर सिर्फ जूता पहनने से पैरों से निकलने वाला पसीना जूते के चमड़े में पहुंचता है। इससे चमड़े में बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इस स्थिति में यदि उच्च नमी भी मिल जाए तो पैरों में न सिर्फ दुर्गध पैदा होती है, बल्कि फफूंद का संक्रमण भी हो जाता है। इस संक्रमण से पैरों में खुजली और बिवाई फटने जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं।
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