
ऑफिस में बैठकर काम करते हुए कई बार अचानक सीने में जलन, पेट में भारीपन या डकारें आने लगती हैं, तो समझ लीजिए कि यह एसिडिटी का संकेत हो सकता है। लगातार लैपटॉप के आगे झुककर बैठना, समय पर खाना न खाना, कॉफी और जंक फूड का ज्यादा सेवन, ये सब ऑफिस वर्किंग कल्चर के वो हिस्से हैं जो हमारी पाचन क्रिया को प्रभावित करते हैं। कई बार काम का तनाव भी पेट में एसिड बनने की प्रक्रिया को तेज कर देता है। अक्सर लोग इसे हल्के में लेते हैं और सिर्फ दवा खाकर राहत पाने की कोशिश करते हैं। लेकिन बार-बार एसिडिटी होना इस बात का संकेत है कि आपकी डेली लाइफस्टाइल में कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें तुरंत बदलने की जरूरत है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि लगातार एसिडिटी सिर्फ असहजता ही नहीं, आगे चलकर गैस्ट्राइटिस या अल्सर जैसी समस्याओं की जड़ बन सकती है। इसलिए एसिडिटी से तुरंत राहत के लिए सही उपाय अपनाना जरूरी है। ऐसे ही कुछ उपायों को आगे विस्तार से जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. खाने के बाद तुरंत बैठने या लेटने से बचें- Don’t Sit or Lie Down Immediately After Eating
खाने के बाद तुरंत बैठना या लेटना, पेट की पाचन क्रिया को धीमा कर देता है और एसिड रिफ्लक्स की संभावना बढ़ा देता है। ऑफिस में खाना खाने के बाद हल्का टहल लें या कम से कम सीधे खड़े होकर कुछ देर बैठ जाएं, तो एसिडिटी से बचाव संभव है।
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2. बार-बार चाय-कॉफी पीने से बचें- Limit Frequent Tea and Coffee Intake
कैफीन पेट में एसिड के प्रोडक्शन को बढ़ाता है। डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि दिन में 1-2 कप से ज्यादा चाय या कॉफी न लें, खासकर खाली पेट या भारी खाने के तुरंत बाद।
3. स्ट्रेस मैनेज करें- Manage Stress
स्ट्रेस सिर्फ मानसिक नहीं होता, ये पेट पर भी असर डालता है। लंबे समय तक स्ट्रेस में रहने से शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिससे एसिड ज्यादा बनता है। रोजाना 5-10 मिनट की डीप ब्रीदिंग या माइंडफुल मेडिटेशन की मदद ली जा सकती है।
4. छोटे-छोटे मील्स लें- Opt for Small Meals
एक साथ भारी भोजन करने की बजाय दिनभर में 4-5 बार थोड़ा-थोड़ा खाएं। इससे पाचन पर ज्यादा दबाव नहीं पड़ता और एसिड का लेवल कंट्रोल में रहता है।
5. पानी की मात्रा सही रखें- Stay Hydrated
कम पानी पीने से भी एसिडिटी बढ़ती है। लेकिन ध्यान रखें कि खाना खाते समय बहुत ज्यादा पानी भी न पिएं, इससे पेट के एसिड डाइल्यूट होकर पाचन बिगाड़ सकते हैं। खाने से 30 मिनट पहले या बाद में पानी पिएं।
6. मसालेदार और तले हुए खाने से दूरी बनाएं- Avoid Spicy and Fried Foods
ऑफिस में अगर मसालेदार या तली हुई चीजें खाते हैं, तो पेट की समस्या बढ़ सकती है। डॉक्टर्स सलाह देते हैं कि दोपहर के खाने में हल्का, फाइबर युक्त और कम मसालेदार भोजन चुनना चाहिए। हैवी मील्स से आपको काम के दौरान ज्यादा नींद भी आ सकती है।
ऊपर बताए गए उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करें और जरूरत हो, तो एसिडिटी से निजात के लिए डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
बहुत ज्यादा एसिडिटी होने पर क्या खाना चाहिए?
ज्यादा एसिडिटी होने पर केला, ठंडा दूध, नारियल पानी, ओट्स, खीरा और सादा दही खाना फायदेमंद होता है। ये खाद्य पदार्थ पेट को ठंडक देते हैं और एसिड के असर को कम करते हैं।पेट में एसिडिटी होने का मुख्य कारण क्या है?
गलत समय पर खाना, बार-बार चाय-कॉफी पीना, जंक फूड, देर रात तक जागना और स्ट्रेस एसिडिटी के प्रमुख कारण हैं। इससे पेट में एसिड का संतुलन बिगड़ जाता है और जलन या गैस की समस्या होती है।क्या चावल खाने से एसिडिटी बढ़ती है?
सादा, उबला या कम मसाले वाला चावल एसिडिटी नहीं बढ़ाता, बल्कि राहत देता है। लेकिन बहुत ज्यादा मसालेदार या तला-भुना पुलाव या फ्राइड राइस खाने से एसिडिटी की संभावना बढ़ जाती है।
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