ये कैंसर गर्भाशय (यूटेरस) में होता है, जहां बच्चा विकसित होता है। गर्भाशय का कैंसर कई तरह का होता है। जैसे एन्डोमेट्रियल कैंसर व यूटेरियन सार्कोमस। एन्डोमेट्रीयल कैंसर सामान्य है और ये तब होता है, जब कैंसर का हमला गर्भाशय (यूटेरस) की परत पर होता है। यूटेरियन सार्कोमस के मामले काफी कम पाए जाते है। ये गर्भाशय (यूटेरस) की पेशियां या सहायक टिश्यूज़ में फैलता है। इसीलिए हर साल डॉक्टर से पेल्विक जांच कराना चाहिए।
गर्भाशय के कैंसर की आशंका किन महिलाओं को ज़्यादा होती है
- पचास साल से ज्यादा उम्र होने पर
- पहले कभी हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी करवाई गई हो
- अगर आपको एन्डोमेट्रीयल हायपरप्लेशिया है, यानी आपके गर्भाशय में कई परते हों
- मोटापा होने पर
- अगर आपको बड़ी आंत का कैंसर हो।
गर्भाशय के कैंसर के लक्षण क्या हैं
- अनियमित रूप से योनि से खून बहे
- मासिक चक्र के दौरान बहुत ज़्यादा खून का रिसाव हो
- पेशाब करते समय, या सेक्स के दौरान दर्द
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- मल या मूत्र से खून निकलना
ये लक्षण किसी व बीमारी के भी हो सकते है, इसीलिए डॉक्टर की सलाह लेना ही उचित है।
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