
सर्वाइकल पेन में व्यक्ति को मुख्य रूप से गर्दन में दर्द होता है। सर्वाइकल पेन में दर्द आपकी रीढ़ी की हड्डी और इससे जुड़ी मांसपेशियों में होता है। कई बार ये दर्द इतना होता है कि इसकी वजह से व्यक्ति को चक्कर तक आने लगते हैं। आपके द्वारा किये जाने वाले कामों में गलत तरह से बैठने या उठने के क्रम में ये समस्या आपको किसी भी समय हो सकती है। इस समस्या में गर्दन के आसपास की मांसपेशियों में दर्द होता है और उसे जकड़न भी महसूस होती है। सर्वाइकल का पेन कई बार इतना तेज होता है कि व्यक्ति को अपनी गर्दन हिलाने तक में परेशानी होने लगती है। इस समस्या में अधिकतर लोग पेन किलर लेने लगते हैं। लेकिन इस समस्या में पेन किलर लेने की जगह पर लोगों को अपनी रोजाना की आदतों में बदलाव करना होता है। इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कि सर्वाइकल का दर्द कितने प्रकार का होता है और इसके बचाव के लिए आपको क्या करना चाहिए।
सर्वाइकल का दर्द कितने प्रकार का होता है? How Many Types of Cervical Pain in Hindi
आज के समय में गर्दन में दर्द होना एक आम समस्या बन चुका है। पहले इस समस्या को केवल अधिक उम्र के लोगों से ही जोड़कर देखा जाता था, लेकिन आज ये समस्या किसी भी उम्र के लोगों में देखी जाने लगी है। इस समस्या को समझने के लिए आपको इसके प्रकार को भी समझना होगा, तभी आप इस समस्या का इलाज के लिए डॉक्टर से मिलेंगे। इस समस्या को इलाज खुद से ना करें।
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मांसपेशियों में ऐंठन होना
इस स्थिति में व्यक्ति को मांसपेशियों में दर्द महसूस होता है। जब ये दर्द आपकी गर्दन में होता है तो मरीज को गर्दन हिलाने में दर्द होता है। इसके साथ ही वह गर्दन को किसी भी दिशा में नहीं घूमा पाता है। ये दर्द मुख्य रूप से सुबह के समय होता है। इस समस्या में स्पाइनल कोर्ड व नसों में चोट लगने की वजह से व्यक्ति को दर्द महसूस होने लगता है।
तेज सिर दर्द
सर्वाइकल पेन में जब आपकी दर्द और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता है तो इसकी वजह से आपके दिमाग की नसों में भी प्रभाव पड़ने लगता है। ऐसे में व्यक्ति को तेज सिर दर्द होता है। इसमें व्यक्ति को पीछे की ओर ऊपरी गर्दन में मांसपेशियों में ऐंठन महसूस होती है। जिसकी वजह से दर्द सिर तक होने लगता है।
नसों में दर्द होना
नसों में दर्द होने की वजह से व्यक्ति के कंधे व हाथ में हल्की सूजन भी आने लगती है। इस स्थिति में व्यक्ति को कंधे से दर्द पूरे हाथ में होने लगता है। कई व्यक्ति को इस स्थिति में भारी चीज उठाने में भी असमर्थ हो जाते हैं। लोगों को इस समय हाथ को ऊपर की ओर उठाने में भी दर्द महसूस होने लगता है।
जोड़ में दर्द होना
गर्दन और सिर के जोड़ में तेज दर्द होना। दरअसल जब रीढ़ की हड्डी में चोट गहराई में लगी होती है तो इससे व्यक्ति को गर्दन और सिर के जोड़े के स्थान पर दर्द महसूस होने लगता है।
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सर्वाइकल पेन से कैसे बचाव करें - Prevention Tips Of Cervical Pain in Hindi
- इस समस्या से बचाव के लिए आपको सही मुद्रा यानी पॉइश्चर में बैठना चाहिए।
- लंबे समय तक एक ही पोजीशन में बैठकर काम करने से बचें और थोड़ी-थोड़ी देर में ब्रेक लें।
- गर्दन और पीठ को झुकाकर ज्यादा देर तक कंप्यूटर के आगे न बैठें।
- कंधों में किसी भी भारी चीज को ज्यादा देर तक न उठाएं।
- सही पॉइश्चर में सोएं। गर्दन में ज्यादा तकिए लेना या गलत तरीके से सोने से भी सर्वाइकल पेन होने की संभावना बढ़ जाती है।