अब टीबी और डायबिटीज का एक साथ एक ही टीके से इलाज संभव है। हाल ही में किए गए एक क्लिनिकल ट्रायल में सामने आए परिणाम के मुताबिक, जो लोग type-1 डायबीटीज़ से पीड़ित हैं, उनमें यह वैक्सीन ब्लड शुगर लेवल कम करने में काफी प्रभावी हो सकता है। टाइप-वन डायबीटीज वह डायबीटीज़ है, जिसमें पैनक्रियाज़ बिल्कुल भी इंसुलिन नहीं बनाता और अगर बनाता भी है, तो उसकी मात्रा बेहद कम होती है। इस ट्रायल में सामने आया कि 4 हफ्तों के अंतराल पर दो बार टीबी वैक्सीन यानी बीसीजी का वैक्सीन दिए जाने के 3 साल बाद दिखा कि टाइप-वन डायबीटीज़ से पीड़ित लोगों में एग्लीकेटिड हीमोग्लोबिन की मात्रा सही निकली और उनके शुगर लेवल में भी कुछ सुधार दिखा।
इसे भी पढ़ें : गर्भवती को हो डायबिटीज, तो बच्चे में हो सकता है आॅटिज्म का खतरा
अमेरिका की मैसचूसिट्स जनरल हॉस्पिटल इम्यूनोबायलॉजी लैबरेटरी के डायरेक्टर डेनिस फॉस्टमेन ने कहा कि जो लोग लंबे समय से डायबीटीज़ से पीड़ित हैं, उनमें भी इस वैक्सीन के ज़रिए शुगर लेवल को सुधारा जा सकता है और यह क्लिनिकल ट्रायल इस बात का प्रमाण है। इस स्टडी के दौरान टीम ने 282 लोगों को शामिल किया, जिनमें से 52 लोग टाइप-वन डायबीटीज़ से पीड़ित थे और बीसीजी वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल में भाग लिया।
इसे भी पढ़ें : दिल की धड़कन को असामान्य करता है मोटापा, हो सकता है हार्ट फेल्योर
वहीं 230 ने मेकनिस्टिक स्टडीज़ के लिए ब्लड सैंपल दिए। रिजल्ट में सामने आया है कि डायबीटीज़ से पीड़ित जिन लोगों को बीसीजी वैक्सीन दिया गया, उनमें तीन साल के ट्रीटमेंट के बाद HbA1c का लेवल 10 पर्सेंट तक कम हो गया। निष्कर्ष निकाला गया कि इस क्लिनिकल रिजल्ट को टाइप-वन डायबीटीज़ के इलाज में इस्तेमाल किया जा सकता है।
ऐसे अन्य स्टोरीज के लिए डाउनलोड करें: ओनलीमायहेल्थ ऐप
Read More Article on Health News in Hindi
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version