Kidney Transplant Real Story: जब जीवन में सब कुछ अच्छा चल रहा हो, जिंदगी अपनी पूरी रफ्तार में हो, लेकिन अचानक एक स्पीड ब्रेकर आ जाने पर जो झटका लगता है। ठीक वैसा ही झटका महसूस किया अंकित कुमार ने जब उन्हें उनकी दोनों किडनी फेल होने के बारे में पता चला। एक नौजवान, युवा, एनर्जेटिक और खेलकूद में एक्टिव रहने वाले अंकित की जिंदगी 2023 में अचानक बदल गई। खेलकूद में अपना करियर बनाने का सपना देखने वाले व्यक्ति के लिए ये कितना बड़ा सदमा हो सकता है, इस बारे में सोच पाना भी हमारे लिए मुश्किल हो सकता है।
किडनी हमारे शरीर का एक बहुत ही अहम अंग है, जो शरीर से टॉक्सिक पदार्थो को छानकर यूरिन से मदद से बाहर निकालने में मदद करती है। इसके अलावा, यह ब्लड में पानी, लवण और मिनरल्स के संतुलन को भी बनाए रखने के साथ ब्लड प्रेशर और कुछ हार्मोन्स के उत्पादन का भी काम करती है। लेकिन, जब यहीं किडनी काम करना बंद कर दें तो व्यक्ति के लिए रोजमर्रा के हल्के काम करना भी बहुत भारी लग सकता है। ऐसे में खेलकूद में रुचि रखने वाले अंकित के लिए भी उनके किडनी फेल होने की खबर पैरों तले जमीन हटाने वाली थी। लेकिन, सफल किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उन्हें नया जीवन मिला और वे दोबारा स्पोर्ट में अपने करियर को जीने का सपना जी पा रहे हैं। आइए जानते हैं अंकित कुमार के किडनी फेल होने से लेकर दोबारा खेलकूद में हिस्सा लेने तक का सफर -
बीमारी की शुरुआत और किडनी फेलियर
अंकित बताते हैं कि, शुरुआत में उन्हें थकान, भूख में कमी और शरीर में सूजन जैसे हल्के लक्षण दिखाई देते थे, जिन्हें उन्होने नजरअंदाज किया। लेकिन, जब उनकी हालत बहुत ज्यादा खराब हुई तो उन्होने डॉक्टर को दिखाया, जहां टेस्ट से पता चला कि उनकी किडनी पूरी तरह फेल हो चुकी है। इतना ही नहीं, उनकी हालत इतनी ज्यादा खराब थी कि डॉक्टर ने तुरंत किडनी ट्रांसप्लांट करवाने की सलाह दी। अंकित बताते हैं कि, "किडनी फेल होने की खबर मेरे लिए न सिर्फ शारीरिक तौर पर बल्कि मानसिक रूप से भी काफी चुनौतीपूर्ण था। मैं हर वक्त मानसिक रूप से थका हुआ महसीस करता था और हर दिन मेरे लिए काफी मुश्किल हो रहा था।"
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फैमिली और डॉक्टर्स का मिला सपोर्ट
मार्च 2023 में अंकित को किडनी डोनर मिला, जिसके बाद उनकी किडनी ट्रांसप्लांट की गई। अंकित ने बताया कि, "किडनी मिलने के बाद मेरी सर्जरी भी सफलतापूर्वक हो गई। शारीरिक तौर पर भी यह प्रक्रिया ज्यादा मुश्किल नहीं थी, लेकिन मानसिक रूप से मैं काफी समय तक परेशान रहा। ऐसी स्थिति में परिवार के सपोर्ट के साथ मेरे डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ ने भी जल्दी ठीक होने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में काफी मदद की। हर किसी ने मेरा आत्मविश्वास बढ़ाया और मुझे यकीन दिलाया कि मैं फिर से पहले की तरह अपनी लाइफ जी पाउंगा।"
"मानसिक रूप से खूद को मजबूत बनाया"
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद अंकित के लिए शारीरिक रूप से ठीक होना आसान थी, लेकिन उन्हें मानसिक तौर ठीक होने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। अंकित कहते हैं कि, मुझे खुद को हर दिन मानसिक रूप से मजबूत बनाए रखना था। इसलिए, मैंने नकारात्मक सोच से दूरी बनाई और एक सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया। मैं अपने लक्ष्य, फिर से दौड़ने और खेल में लौटने को लेकर साफ था।"
ट्रांसप्लांट के बाद रिकवरी का सफर
किडनी ट्रांसप्लांट के बाद अंकित की रिकवरी काफी तेजी से हुई। अंकित बताते हैं कि ट्रांसप्लांट के सिर्फ दो हफ्ते के बाद ही वे चलना शुरू कर चुके थे। इतना ही नहीं, 2 महीने के अंदर उन्होने फिर से दौड़ना शुरू कर दिया। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद 2 महीने में वापस दौड़ना शुरू करा उनके लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं था। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद न सिर्फ उन्होने फिजिकल थेरेपी को गंभीरता से लिया, बल्कि अपने खानपान, आराम और रूटीन को पूरी तरह से बदला और हेल्दी रखने की कोशिश की।
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स्पोर्ट्स में की वापसी
अंकित बताते हैं कि अपनी किडनी ट्रांसप्लांट के बाद उन्होने स्पोर्ट्स में वापसी करने का फैसला किया। इस दौरान वे ऑर्गन इंडिया (Organ India) से जुड़े, जो ऑर्गन डोनेशन जागरुकता और सपोर्ट को बढ़ावा देते हैं। अपने ट्रांसप्लांट के बाद वर्तमान समय अंकित जर्मनी के ड्रेसडेन में होने वाले वर्ल्ड ट्रांसप्लांट गैम्स 2025 में जैविलन, लॉग जंप और 100 मीटर दौड़ की प्रतियोगिता में भाग लेने जा रहे हैं। किडनी फेल होने की खबर से विदेश में खेल में भाग लेना उनके लिए किसी सपने से कम नहीं है।
निष्कर्ष
अंकित कुमार की किडनी फेल होने से लेकर ट्रांसप्लांट और दोबारा खेलकूद में हिस्सा लेने की ये कहानी न सिर्फ उन लिए बड़ी उपलब्धि है, बल्कि ये उन लोगों के लिए भी एक बड़ी प्रेरणा है, जो स्वास्थ्य से जुड़ी गंभीर समस्या का सामना कर रहे हैं, या ऑर्गन ट्रांसप्लांट के बाद अपने जीवन को वापस पहले जैसा न जी पाने के खौफ में रहते हैं।
FAQ
किडनी फेल होने की लास्ट स्टेज में क्या होता है?
किडनी फेल होने की लास्ट स्टेज में, किडनी पूरी तरह से काम करना बंद कर देती है, जिसके कारण शरीर में टॉक्सिक और ज्यादा तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं। इससे कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।किडनी खराब होने पर चेहरे पर क्या होता है?
किडनी खराब होने पर चेहरे पर सूजन आ सकती है, खासकर आंखों के आसपास। इसके अलावा, स्किन ड्राई और खुजलीदार हो सकती है।किडनी खराब होने पर कहां दर्द होता है?
किडनी खराब होने पर दर्द आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से, पसलियों के नीचे या पेट के साइड में होता है।