बारिश के मौसम में नमी हमारे पास न चाहते हुए भी जमा रहती है। घर की दीवारों से लेकर आपके कपड़ों तक आप इस नमी को महसूस कर सकते हैं। इसी कड़ी में हर सामान की तरह यह नमी आपको अपने जूतों चप्पलों में भी महसूस हो सकती है। ऐसी स्थिति में नम जूतों की वजह से आपको पैरों में इंफेक्शन हो सकता है और लंबे समय तक बनी रहने वाली बीमारियां हो सकती हैं। आज हम Ms. Lalita Arya, CEO , Dermalogy Care से इसी बारे में बात करेंगे और जानेंगे कि नम जूतों के कारण पैरों की बीमारी से कैसे बचें। इसके लिए आप कौन से टिप्स अपना सकते हैं, लेकिन उससे पहले जान लेते हैं नम जूतों के कारण आपको पैरों की कौन-कौन सी बीमारियों का सामना (What can wet shoes cause) करना पड़ सकता है।
नम जूतों के कारण पैरों की बीमारी
एथलीट फुट
लंबे समय तक नम जूतों की वजह से आपको एथलीट फुट (gile juta se kya hota hai) की समस्या हो सकती है, जिसे टिनिया पेडिस (tinea pedis) भी कहा जाता है। यह एक संक्रामक फंगल इंफेक्शन है जो पैरों की त्वचा को प्रभावित करता है और धीमे-धीमे नाखूनों और कभी-कभी हाथों तक भी फैल सकता है। इसलिए नम जूतों को इसलिए भी पहनने से बचें।
ट्रेंच फुट
ट्रेंच फुट (Trench foot), एक ऐसी स्थिति है जो लंबे समय तक ठंडे और गीले जूतों को पहनने से होती है। इसमें आपके पैरों में झुझुनी और खुजली हो सकती है। इतना ही नहीं पैरों का रंग नीला पड़ सकता है और स्किन में सूजन आ सकती है। इसके अलावा आपके पैरों की स्किन डैमेज हो सकती है।
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नम जूतों के कारण पैरों की बीमारी से कैसे बचें?
ललिता बताती हैं कि अगर आपने कभी लंबे, पसीने से भरे दिन के बाद अपने जूते उतार दिए हैं और अपने पैर की उंगलियों के बीच खुजली और जलन महसूस की है, तो आप अकेले नहीं हैं। एथलीट फुट, या फुट फंगस, सबसे आम त्वचा संक्रमणों में से एक है, खासकर मानसून के दौरान या नम वातावरण में जहां मोजे और जूतों में नमी फंस जाती है। ऐसे में आप इन टिप्स (how to prevent foot infection) को अपना सकते हैं।
1. रोज मोजे बदलें और खुले पैरों वाले चप्पल पहनें
फंगस गर्म, नम वातावरण में पनपता है। अगर आपके जूते अंदर से थोड़े भी गीले हैं, तो ये असल में फंगल इंफेक्शन को खुला निमंत्रण हैं। रोजाना मोजे बदलना इंफेक्शन से बटचा सकता है। इसके अलावा कोशिश करें कि बरसात में खुले पैरों वाले चप्पल पहनें जिसमें पानी न ठहरे और यह अपने आप हवा से सूखता रहे। लेकिन, फिर आप जूते पहनते हैं तो खुले जूते पहनें और घर आने के बाद इसे निकालकर धूप और हवा में रख दें।
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2. एंटीफंगल क्रीम या स्प्रे का इस्तेमाल करें
क्रीम, स्प्रे या पाउडर, जिनमें टेरबिनाफाइन या क्लोट्रिमेजोल जैसे तत्व होते हैं इस स्थिति में मददगार हो सकते हैं। इसलिए अपने जूतों में एंटीफंगल फूट पाउडर छिड़कें, खासकर अगर उन्हें सूखने में थोड़ा समय लगता है। इससे इंफेक्शन का खतरा कम होता है और आपके पैर हेल्दी रह सकते हैं।
3. सिर्फ पोंछें नहीं, पैर धोएं
कई लोग मानते हैं कि जूते उतारने के बाद पैर पोंछना ही काकी है। लेकिन इंफेक्शन से बचने के लिए पूरी सफाई जरूरी है। अपने पैरों को साबुन और गर्म पानी से धोएं खासकर उंगलियों के बीच। ध्यान दें कि फंगस तौलिये, चटाई और यहाँ तक कि साझा बाथरूम से भी फैल सकता है। अपनी निजी चीजो को अलग रखें और उन्हें सैनिटाइज करें।
एथलीट फूट सुनने में मामूली लग सकता है, लेकिन बिना इलाज के संक्रमण नाखूनों और उससे आगे तक फैल सकता है। इलाज से बचाव हमेशा आसान और सस्ता होता है। इसलिए जैसे ही मानसून आए आप पहले तो बंद चप्पल जूतों को पहनने से बचें जिनमें नमी लंबे समय तक रह सकती है या फिर पानी भर सकता है। इसके अलावा हर बार घर पहुंचकर अपने पैरों को साफ करते हुए इंफेक्शन की जांच जरूर करें। अगर स्किन में कोई बदलाव महसूस हो रहा हो तो डॉक्टर को दिखाएं और दवा लें ताकि इंफेक्शन न फैल जाए।
FAQ
ट्रेंच फुट कितने समय तक चल सकता है?
ट्रेंच फुट गंभीर समस्या है और ये फंगल इंफेक्शन की तरह ही 10 दिन से ज्यादा समय तक लग सकता है। बरसात में तो यह समस्या आपको बार-बार परेशान कर सकती है। तो इसके लक्षणों पर नजर रखें और डॉक्टर को दिखाएं।पैरों में फंगस होने पर क्या करें?
पैरों में फंगस इंफेक्शन हो जाए तो पहले गर्म पानी और नमक से अपने पैरों की सफाई करें और फिर इसके बाद पैरों में कोई एंटीफंगल पाउडर या जेल लगाएं। अगर कुछ नहीं है तो नारियल तेल में कपूर लगाकर पैरों में लगाएं।एथलीट फुट रोग किसकी वजह से होता है?
एथलीट फुट खिलाड़ियों की आम समस्या है। यह लॉकर रूम, स्विमिंग पूल और सॉना जैसी जगहों से फैल सकता है। इसके अलावा पसीने की वजह से लंबे समय तक जूतों में नमी बनी रहने के कारण भी आपको यह समस्या हो सकती है।