कुछ लोग बिना किसी जानकारी के नवजात शिशुओं को एसी में सुलाते हैं। ऐसा करना कई बार उनकी सेहत के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। इस दौरान कमरे और एसी के तापमान का भी ध्यान रखना चाहिए। दरअसल, बच्चों की त्वचा थोड़ी संवेदनशील होती है, जो एसी की सीधी हवा को झेल पाने में कई बार कारगर साबित नहीं होती है। इसलिए शिशु को एसी में सुलाने से पहले आपको चिकित्सक की सलाह जरूर लेनी चाहिए। आइये बच्चों के डॉक्टर सईद मुजाहिद हुसैन (Drhifive) से जानते हैं इस बारे में।
शिशु को एयर कंडीशन में सुलाएं या नहीं?
डॉ. हुसैन के मुताबिक बच्चों को एसी में सुलाना नॉर्मल होने के साथ ही सुरक्षित भी है। लेकिन इस दौरान आपको कुछ बातों का विशेषतौर पर ख्याल रखना चाहिए। इस दौरान आपको कमरे के साथ ही बाहर के तापमान का भी ध्यान रखना है। ऐसे में आपके शहर या फिर घर के अंदर का तापमान कैसा है यह भी निर्भर करता है। हालांकि, आमतौर पर शिशु को सुलाने के समय आपको अपने कमरे के एसी का तापमान 23 से 27 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा नहीं रखना चाहिए।
इन बातों का रखें ध्यान
- बच्चों को एसी में सुलाने के समय आप बच्चे की शरीर को ढ़ककर रखना है। ऐसे में बच्चे की शरीर को किसी कपड़े से ढ़ककर रखें।
- इस दौरान आपको बच्चे पर एसी की सीधी हवा लगने से बचाना है। इस दौरान बच्चे के चेहरे और सिर पर हवा नहीं लगनी चाहिए।
- एसी में रहने से बच्चे को ह्यूमिडिटी भी हो सकती है, इसलिए ऐसे में बच्चे की शरीर पर मॉइश्चुराइजर लगाएं।
- एसी चलाने से पहले आपको उसकी सर्विसिंग का भी ध्यान रखना है, जिससे हवा ठीक आने के साथ ही धूल-मिट्टी न आए।
ज्यादा एसी में रहने के नुकसान
- ज्यादा एसी में रहने से कई बार डिहाइड्रेशन होने के साथ ही ड्राई स्किन भी हो सकती है।
- ज्यादा एसी में रहने से बच्चों को सांस लेने में कठिनाई का भी सामना करना पड़ सकता है।
- कई बार एसी की सीधी हवा लगने से बच्चों को सिर में दर्द भी हो सकता है।
- ऐसे में कई बार बच्चा फीजिकल एक्टिविटी भी कम करता है।
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