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इर्रेगुलर पीरियड्स से परेशान हैं? फॉलो करें एक्सपर्ट के बताए ये 6 टिप्स, नियमित होगा मासिक धर्म

How To Get Regular Periods Naturally: बार-बार पीरियड्स की डेट बदलते रहना अनियमित मासिक धर्म के कारण हो सकता है। जानें इसे नियमित करने की कुछ टिप्स।   
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इर्रेगुलर पीरियड्स से परेशान हैं? फॉलो करें एक्सपर्ट के बताए ये 6 टिप्स, नियमित होगा मासिक धर्म


Tips To Get Regular Periods Naturally: कोई महिला आंतरिक रूप से कितनी स्वस्थ है, इस बात का पता उसकी पीरियड साइकिल से भी लगाया जाता है। अगर आपको हर महीने हेल्दी पीरियड्स आ रहे हैं, तो यह आपके स्वस्थ होने का संकेत होता है। पीरियड्स हर बार 21 से 35 दिन में आना जरूरी होता है। लेकिन अगर आपकी पीरियड साइकिल 28 दिन की है, तो आपको 30 वें दिन पीरियड्स आ सकते हैं। कई महिलाओं को अनियमित पीरियड्स की समस्या होती है, यानी हर माह उनकी पीरियड्स डेट बदलती रहती है। ऐसे में महिला पीसीओएस, इंफेक्शन, हार्मोनल बदलाव से पीड़ित हो सकती है। लेकिन कुछ कारणों में यह खराब लाइफस्टाइल के कारण भी हो सकता है। इस समस्या पर बात करते हुए ऑरा स्पेशलिटी क्लिनिक (गुड़गांव) की डॉयरेक्टर और क्लाउड नाइन अस्पताल की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रितु सेठी ने हमसे पीरियड्स रेगुलर करने की टिप्स साझा की हैं। आइये इस लेख में जानें इस बारे में। 

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पीरियड रेगुलर लाने के लिए क्या करें- How To Get Regular Periods Naturally

हेल्दी डाइट की बनाएं आदत

शरीर में पोषक तत्वों की कमी अनियमित पीरियड्स का कारण बन सकती है। इसलिए अपनी डाइट में सभी खाद्य पदार्थो के साथ फलों, सब्जियों, लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट्स जरूर शामिल करें। पोषक तत्वों की कमी, विशेष रूप से आयरन, जिंक और विटामिन-बी की कमी के कारण पीरियड्स साइकिल डिस्टर्ब हो सकती है। शरीर में हार्मोन संतुलित करने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, ड्राई फ्रूटस, सीड्स और साबुत अनाज जैसे खाद्य पदार्थों को जरूर शामिल करें। 

खुद को हाइड्रेटेड रखें

अगर आप आंतरिक रूप से डिहाइड्रेटेड हैं, तो  पीरियड्स अनियमित होने की संभावना हो सकती है। शरीर में हार्मोन्स बैलेंस करने के लिए हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। पर्याप्त रूप से हाइड्रेटेड रहने के लिए तरल पदार्थों का सेवन करना जरूरी है। दिनभर पर्याप्त पानी पियें और हेल्दी डाइट की आदत बनाएं।

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तनाव से बनाएं दूरी

लंबे समय तक तनाव की समस्या होने से हार्मोन प्रोडक्टशन में कमी आ सकती है। इसके कारण पीरियड्स साइकिल पर असर पड़ सकता है, जो अनियमित पीरियड्स का कारण बन सकता है। इसके लिए ध्यान, माइंडफुलनेस और मनपसंद कार्यो पर ध्यान लगाने जैसी गतिविधियां फायदेमंद हो सकती हैं। 

 

पर्याप्त नींद जरूर लें

अधूरी नींद पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती है। इसके कारण बॉडी के फंक्शन्स इंबैलेंस हो सकते हैं। इसलिए हेल्दी स्लीपिंग हैबिट को अपनी आदत बनाएं। हर रात 7 से 8 घंटे की नींद जरूर लें। स्लीप पैटर्न हेल्दी बनाए रखने और हार्मोन को बैलेंस रखने के लिए पर्याप्त नींद लें। 

अपना वेट मेंटेन रखें

बहुत कम या बहुत ज्यादा वजन भी पीरियड्स साइकिल को प्रभावित कर सकता है। इसलिए रेगुलर एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट के जरिये वेट मेंटेन करने की कोशिश करें। वजन में ज्यादा उतार-चढ़ाव भी हार्मोनल इंबैलेंस का कारण बन सकता है।

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हानिकारक पदार्थों से परहेज रखें

हानिकारक पदार्थ जैसे कि शराब, कैफीन और तंबाकू का सेवन न करें, क्योंकि ये चीजें हार्मोन के लेवल को प्रभावित कर सकती हैं और आपकी पीरियड साइकिल को रोक सकती हैं। 

 

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