याेग संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद हाेता है। यह शारीरिक और मानसिक रूप से व्यक्ति काे स्वस्थ रखने में मदद करता है। नियमित रूप से याेग करने से आप बीमारियाें से मुक्त रहते हैं और आयु में भी वृद्धि हाेती है। याेग हृदय स्वास्थ्य काे बेहतर बनाने, लिवर-किडनी काे स्वस्थ रखने, आंताें की साफ, फेफड़ाें की कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा याेग त्वचा और बालाें काे भी लाभ पहुंचाता है। जाे लाेग नियमित रूप से याेगाभ्यास करते हैं, वे अन्य लाेगाें की तुलना में अधिक फिट और हेल्दी रहते हैं। आजकल के बढ़ते तनाव, स्ट्रेस और चिंता काे कम करने में भी याेग बेहद अहम है। याेग करने से स्ट्रेस दूर हाेता है, नींद अच्छी आती है और आप मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं।
याेग महिलाओं काे हाेने वाले तरह-तरह की समस्याओं से भी बचाव करता है। लगातार और नियमित रूप से याेग करने से स्वास्थ्य काे कई लाभ मिलते हैं, लेकिन अगर इसे पूरी सावधानी और तरीके से किया जाए। याेग के दौरान गलती करने आपकाे इसका नुकसान भी हाे सकता है। कई बार गलत तरीके से याेग करने से हाथ-पैराे में दर्द की शिकायत हाेती है, ताे काेई पेट दर्द की शिकायत करता है। दरअसल, ऐसा तब हाेता है, जब याेग काे पूरी सावधानी से नहीं किया जाता है। इसलिए याेग करते समय आप कुछ खास बाताें का ध्यान जरूर रखें, ताकि आपकाे याेग के पूरे लाभ या फायदे मिल सके।
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1. शांत वातावरण में करें याेगा
याेग काे हमेशा शांत वातावरण में ही करना चाहिए। शांति का दूसरा नाम ही याेग हाेता है। दरअसल, याेग करते समय सांसाें पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। अगर ऐसे में इसे शाेर वाले वातावरण में किया जाएगा, ताे आप मानसिक रूप से अच्छा महसूस नहीं करेंगे। अगर किसी साफ-सुथरे और शांत वातावरण में याेग किया जाए, ताे तनाव या स्ट्रेस कम हाेता है। तन-मन काे शांति मिलती है और दिमागी रूप से फ्रेश महसूस हाेता है। याेग के दौरान आपकाे गाड़ियाें, लाेगाें के शाेर से बचना हाेता है। अगर चिड़ियाें की आवाज है, ताे इसमें आप याेग कर सकते हैं। इससे आप खुद काे प्रकृति के करीब महसूस करेंगे। साथ ही ऐसी जगह का चुनाव करें, जहां शुद्ध हवा का आगमन हाे रहा हाे।
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2. खाली पेट करें याेग
याेग के पूरे फायदे सिर्फ तभी मिलते हैं, जब इसे खाली पेट किया जाता है। खाली पेट का मतलब यह नहीं है कि आपकाे सिर्फ इसे सुबह-सुबह ही करना है। आप इसे शाम के समय भी कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि पिछले 3-4 घंटे से आपने कुछ खाया न हाे। खाना खाकर याेग करने से आपकाे पेट दर्द की शिकायत हाे सकती है। वहीं अगर खाली पेट याेगा किया जाए, ताे आपकाे इसके पूरे लाभ मिलेंगे।
3. टाइट कपड़े पहनने से बचें
याेग करते समय कभी भी टाइट या तंग कपड़े न पहनें। याेग करते समय हमेशा लूज या ढीले कपड़े ही पहनने चाहिए, जाे अंगाें से न चिपके हाे। दरअसल, अधिक तंग कपड़े याेग करते समय फेफड़ाें की गति काे प्रतिबंधित कर सकते हैं, जिसकी वजह से आपकाे सांस सही तरीके से लेने में परेशानी हाे सकती है। इसके लिए आप लूज लोअर और टी-शर्ट कैरी कर सकते हैं। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि याेग करते समय आप शूज या जूते न पहनें। याेग में ध्यान लगाया जाता है, इसलिए जूते पहनना सही नहीं माना जाता है।
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4. सांसाें पर ध्यान केंद्रित करें
याेग काे सांसाें से जाेड़कर देखा जाता है। याेग आसनाें, ध्यान और सांस से मिलकर बना है। ऐसे में आप काेई भी याेगासन करें, अपनी सांसाें पर ध्यान (ध्यान खाली पेट या खाकर लगाना चाहिए) लगाएं। सांसाें पर ध्यान लगाकर आप अपने याेग काे पूरा कर सकते हैं और इससे आपकाे पूरा लाभ भी मिलेगा।
5. थके हाेने पर न करें याेगासन
जब आप थके हाेते हैं, ताे इस स्थिति में आपकाे याेगाभ्यास करने से बचना चाहिए। याेग काे हमेशा शांत, तनावमुक्त और रिलैक्स हाेकर किया जाता है। ऐसे में आप थके हाेंगे, ताे आप किसी भी याेगासन काे अच्छे तरीके से नहीं कर पाएंगे, न ही आपकाे इसका पूरा लाभ मिलेगा। इसलिए थकान महसूस हाेने पर याेगाभ्यास करने से बचें। आप रिलैक्स हाेकर याेग कर सकते हैं। साथ ही बीमारी के दौरान भी आपकाे याेग करने से बचना चाहिए।
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6. याेग के तुरंत बाद न नहाएं
कई लाेग याेग करने के तुरंत बाद नहा लेते हैं, जाे सही नहीं है। याेग करने के बाद आए पसीने काे सामान्य रूप से सूखने देना चाहिए। जब पसीना पूरी तरह से सूख जाए, ताे आपकाे नहाना चाहिए। याेग के तुरंत बाद नहाने से शरीर के गर्मी कम हाे जाती है, जिससे उतना लाभ नहीं मिल पाता है। इसलिए पहले पसीना सूखने दें, उसके बाद नहाएं।
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7. पीरियड्स के दौरान याेग
मासिक धर्म के दौरान आसानी से याेग किया जा सकता है। लेकिन पीरियड्स के समय उल्टा या पैर ऊपर करने वाले आसनाें से बचना चाहिए। आप आरामदायक याेग और श्वांस तकनीक वाले याेगाभ्यास कर सकती हैं। साथ ही पीरियड्स के दौरान आपकाे हैवी याेगासन करने से भी बचना चाहिए।
8. पानी पीने से बचें
वैसे ताे शरीर काे हाइड्रेट रखने के लिए पानी पीना बहुत जरूरी हाेता है। पानी आपकाे शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है। लेकिन याेग के दौरान आपकाे बहुत अधिक पानी पीने से बचना चाहिए। याेग के दौरान प्यास लगना स्वाभाविक है, ऐसे में आप कम मात्रा में पानी पीकर खुद काे हाइड्रेट कर सकते हैं। याेग काे खाली पेट किया जाना फायदेमंद हाेता है। अगर याेग के दौरान बार-बार पानी पिया जाए, ताे इससे पेट दर्द की शिकायत हाे सकती है।
9. माेबाइल फाेन के इस्तेमाल से बचें
याेग करते समय कभी भी माेबाइल फाेन का इस्तेमाल न करें। इसके अलावा अन्य लाेगाें से भी बात करने से बचें। याेग में ध्यान लगाना बहुत जरूरी हाेता है। याेग के दौरान माेबाइल फाेन का इस्तेमाल शारीरिक और मानसिक दाेनाें रूप से प्रभावित कर सकता है।
किसी भी याेगासन का अभ्यास करने से पहले आपकाे याेग गुरु से सलाह जरूर लेनी चाहिए। साथ ही उनके ही दिशानिर्देशाें पर याेग का अभ्यास करना चाहिए। याेग गुरु की देखरेख में याेगा करने से आपकाे पूरे लाभ मिल सकते हैं। शुरुआत में आप किसी एक्सपर्ट की देखरेख में ही याेग करें। क्याेंकि गलत तरीके से याेगा करने से मांसपेशियाें में खिंचाव या बेचैनी महसूस हाे सकती है।