अक्सर बच्चों की परवरिश करते समय हम बेटे और बेटियों के लिए अलग-अलग नियम बना लेते हैं। कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों में कोई भेदभाव नहीं करते और उन्हें सही जानकारी देना जानते हैं जो उनके लिए बेहतर होती है। लेकिन कुछ पेरेंट्स के लिए बच्चों के लिए अलग नियम सही होते हैं। अपनी बेटी के लिए ऐसे नियम बनाते हैं जो उनको केवल घर तक सीमित रखते हैं। उन्हें बचपन से लड़कों से कम आंका जाता है उन्हें बताया जाता है कि लड़कियां लड़कों के बराबर नहीं होती है। लड़कों को अक्सर पूरी स्वतंत्रता मिलती है और उन्हें इस समाज में हमेशा बड़ा ही समझा जाता है। लड़कों को परिवार का महत्वपूर्ण हिस्सा समझा जाता है। इसलिए पेरेंट्स को अपने बेटे को कुछ बातें जरूर बतानी चाहिए। आइए जानते हैं वे कौन सी बातें हैं-
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दूसरों की मदद करें
ज्यादातर लड़के किसी की मदद करने में शर्मिंदगी महसूस करते हैं। लेकिन आप अपने बेटे को सिखाएं कि दूसरों की मदद करने में कोई बुराई नहीं है। हमेशा उन लोगों की भी मदद करें जिन्हें आप जानते नहीं है। किसी के लिए दरवाजा खोलना, किसी को सड़क पार कराना या किसी भी रुप से दूसरों की मदद करने से आप नई चीजें सीखते हैं और खुद को सभ्य बनाते हैं।
आपका जेंडर सुपीरियर नहीं है
अक्सर लड़के आसपास के माहौल को देखकर खुद को सुपीरियर समझने लगते हैं और लड़कियों को कमजोर मान कर उन्हें अपने जेंडर का घमंड दिखाते हैं। अपने बेटे को बताएं कि भले ही पुरुष फिजिकली स्ट्रांग हो सकते हैं लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि वे अपनी बहन से या किसी और लड़की से ज्यादा स्ट्रांग है।
दूसरों को नीचा ना दिखाएं
अक्सर हम लोग खुद को महान समझ कर दूसरों को नीचा दिखाने लगते हैं। अपने बेटे को सिखाएं कि आपका जेंडर या घमंड आप को महान नहीं बनाता है। इसलिए सभी लोगों के प्रति दया का भाव रखें, चाहे वह व्यक्ति अमीर हो या गरीब।
सभी का सम्मान करें
आजकल की जनरेशन समाज में लोगों का मजाक बनाती है, इसलिए अपने बेटे को बताएं कि जीवन में मिलने वाले हर व्यक्ति का सम्मान करना चाहिए। चाहे वह आप से छोटा हो या बड़ा। ऐसा करने से शायद समाज में रहने वाले लोग भी आपसे प्रेरणा ले सके।
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हमेशा जेंटल रहे
हमेशा सभी के साथ अच्छे से व्यवहार करना चाहिए। सॉरी, थैंक यू और प्लीज जैसे शब्दों को जरूरत आने पर उपयोग करें। इससे आप दूसरों के साथ कंफर्ट महसूस कर सकते हैं।
हमारे समाज में आज भी लड़कों को लड़कियों से ज्यादा समझा जाता है इसलिए पेरेंट्स को बचपन से ही अपने बेटों को कुछ बातें बतानी चाहिए जिससे समाज में सभी को बराबर समझा जाए।