
स्वस्थ शरीर के लिए शरीर के सभी अंगों का स्वस्थ रहना बहुत जरूरी होता है। आज के दौर में लोग खुद को स्वस्थ और फिट रखने के लिए तमाम तरह की दिनचर्या, डाइट और वर्कआउट टिप्स का पालन करते हैं। जब हमारे शरीर के सभी अंग स्वस्थ रहते हैं और सही ढंग से काम करते हैं तो शरीर में बीमारियां भी नहीं पनपती हैं। सही दिनचर्या का पालन करने और खानपान पर ध्यान देने से आप शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं। आज के दौर में अस्पताल के आईसीयू में भर्ती होने वाले ज्यादातर मरीजों की मौत ऑर्गन फेलियर के कारण होती है। इनमें से ज्यादातर लोगों को मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ती है। दरअसल जब हमारे शरीर के दो या दो से अधिक अंग एकसाथ काम करना बंद कर देते हैं तो इसे मल्टीपल ऑर्गन फेलियर कहा जाता है। इस स्थिति को मेडिकल इमरजेंसी माना जाता है और इसके लक्षण दिखने पर तुरंत अस्पताल जाने की जरूरत होती है। आइये जानते हैं इस समस्या के लक्षण, कारण और बचाव के बारे में।
क्या है मल्टीपल ऑर्गन फेलियर? (What is Multiple Organ Failure?)
शरीर में किसी इंफेक्शन, चोट, बीमारी या अन्य कारणों से दे या दो से आधिक अंग एक साथ काम करना बंद कर दें तो इस स्थिति को मल्टीपल ऑर्गन फेलियर कहते हैं। मेडिकल साइंस की भाषा में इसे मल्टीपल ऑर्गन डिसफंक्शन सिंड्रोम (MODS)भी कहा जाता है। शरीर के कई अंगों का एकसाथ काम न करना एक घातक स्थिति होती है और इस स्थिति में मरीज को अपनी जान गंवानी पड़ती है। हालांकि अगर समय रहते इसके लक्षणों को पहचान लिया जाए तो इस समस्या से बचाव मुमकिन है। ज्यादातर मामलों में मल्टीपल ऑर्गन फेलियर सेप्सिस की समस्या के कारण होता है। मल्टीपल ऑर्गन फेलियर में शरीर के हार्ट, किडनी, लिवर से लेकर कोई भी अंग काम करना बंद कर सकता है।
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मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के लक्षण (Multiple Organ Failure Symptoms)
मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की समस्या में शरीर के छह अंग प्रणालियों को ज्यादा नुकसान होता है। यह समस्या इनमें से किसी भी अंग को या इन सभी अंगों को एकसाथ प्रभावित कर सकती है। मल्टीपल ऑर्गन फेलियर में श्वसन, हृदय, किडनी, लिवर, नर्वस सिस्टम (तंत्रिका तंत्र) और हिमेटोलॉजी (ब्लड से जुड़ा तंत्र) अधिक प्रभावित होते हैं। शरीर के इन अंग प्रणालियों में मल्टीपल ऑर्गन फेलियर की समस्या से पहले ये लक्षण देखने को मिलते हैं।
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1. हृदय (Heart)
- दिल की मांसपेशियों द्वारा ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत।
- अनियमित दिल की धड़कन।
- अत्यधिक कमजोरी।
- छाती में तेज दर्द।
- हाई ब्लड प्रेशर।
2. फेफड़े या श्वसन प्रणाली (Lungs)
- सांस लेने में तकलीफ।
- स्किन का नीला पड़ना।
- अत्यधिक पसीना।
- सीने में तेज दर्द।

3. किडनी (Kidney)
- पेशाब के उत्पादन में कमी।
- मतली और उल्टी।
- किडनी में सूजन।
- सीने में दर्द।
4. लिवर (Liver)
- पेट में तेज दर्द।
- पेट में सूजन।
- आंख और स्किन का पीला पड़ना।
- पाचन तंत्र का खराब होना।
5. नर्वस सिस्टम या तंत्रिका तंत्र (Nervous System)
चेतना में कमी।
चक्कर आना।
आंखों के सामने धुंधला दिखना।
अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं।
6. हिमेटोलॉजिक (Hematologic)
- रक्तस्राव।
- सूजन और अन्य लक्षण।
मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के कारण (What Causes Multiple Organ Failure?)
मल्टीपल ऑर्गन फेलियर के पीछे शरीर के अंगों में चोट, बीमारी या अन्य कारण हो सकते हैं। हमारे शरीर में जब कोशिकाओं द्वारा साइटोकिन्स का उत्पादन किया जाता है, ये साइटोकिन्स शरीर में सूचना भेजने का काम करते हैं। शरीर के सेल्स के माध्यम से ये इम्यून सिस्टम को सूचना भेजते हैं। साइटोकिन्स और ब्रैडीकिनिन प्रोटीन की अधिकता होने के कारण शरीर का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है और इसकी वजह से शरीर के सभी अंगों को नुकसान होता है। प्रमुख रूप से यही स्थिति मल्टीपल ऑर्गन फेलियर का कारण बनती है।
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मल्टीपल ऑर्गन फेलियर से बचाव (Multiple Organ Failure Prevention Tips)
मल्टीपल ऑर्गन फेलियर से बचाव के लिए एक्सपर्ट्स संतुलित भोजन, स्वस्थ जीवनशैली और नियमित रूप से व्यायाम का अभ्यास करने की सलाह देते हैं। शरीर के सभी अंगों को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से पौष्टिक आहार का सेवन जरूरी है और उसके साथ रोजाना व्यायाम या योग का अभ्यास भी करें। इस समस्या के लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सक से संपर्क करने से स्थिति कंट्रोल में आ सकती है।
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