
हमारी दिनचर्या ऐसी हो चुकी है न चाहते हुए भी हम घंटों इससे चिपके रहते हैं। कुछ लोग मजबूरी में तो कुछ काम के दौरान लगातार घंटों कुर्सी पर बिताते हैं। लेकिन जो लोग कुर्सी पर घंटों बिताते हैं उनके लिए यह अच्छी खबर है। हाल ही में हुए एक शोध में यह बात सामने आयी है कि घंटों कुर्सी पर बैठने से जान को कोई जोखिम नहीं होता है।

एक्सेटर और यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन ने यह शोध कार्य किया है। इस शोध में पिछले अध्ययनों में किए गए इन दावों को चुनौती दी है कि देर तक बैठे रहना जल्दी मौत होने के खतरे को बढ़ाता है, भले ही आप शारीरिक रूप से सक्रिय ही क्यों न रहते हों। यह अध्ययन 5,000 से ज्यादा प्रतिभागियों पर 16 वर्ष तक किया गया। यह शोध के इस क्षेत्र में सबसे लंबे फॉलो-अप में से एक है।
खेल और स्वास्थ्य विज्ञान विभाग में कार्यरत डॉ. मेल्विन हिलस्डन ने कहा कि 'हमारा शोध बैठने से होने वाले स्वास्थ्य खतरों की मौजूदा सोच के विपरित है और संकेत देता है कि समस्या लगातार बैठे रहने में नहीं बल्कि गतिविधि नहीं होने के कारण होती है। कोई भी स्थिर मुद्रा जहां एनर्जी कम खर्च होती है सेहत के लिए नुकसानदेह है, चाहे बैठे रहना हो या खड़े रहना।'
इस शोध में शामिल प्रतिभागियों ने अपने बैठने के कुल समय के बारे में जानकारी मुहैया कराई और बैठने के विशिष्ट तरीकों के बारे में बताया, ऑफिस में बैठना, खाली वक्त के दौरान बैठना, टीवी देखने के दौरान बैठना और टीवी नहीं देखने के दौरान खाली वक्त में बैठना, आदि। साथ ही रोजाना चलने की गतिविधियों की जानकारी दी और शारीरिक सक्रियता के बारे में भी बताया।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version