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Jawline Fillers करवाना चाहते हैं, तो जान लें इससे होने वाले ये 3 गंभीर नुकसान

Side Effects Of Jawline Fillers In Hindi: जॉलाइन फिलर्स करवाने बाद कुछ स्थाई और कुछ अस्थाई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कैसे? जानने के लिए लेख पढ़ें-
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Jawline Fillers करवाना चाहते हैं, तो जान लें इससे होने वाले ये 3 गंभीर नुकसान

Side Effects Of Jawline Fillers In Hindi: हाल के सालों में आपने लिप फिलर्स, फोरहेड फिलर्स और चिन फिलर्स के बारे में खूब सुना होगा। पिछले दिनों उर्फी जावेद का यह वीडियो भी काफी वायरल हो रहा था जिसमें वह अपने चिन फिलर्स को रिमूव करवाने की बात कह रही थीं। फिलर्स अब कॉमन लोगों के बीच भी प्रचलित हो रहा है और लोग अपनी जरूरत अनुसार अपने लुक को बेहतर करने के लिए फिलर्स के विकल्प को चुन रहे हैं। इसी तरह, जॉलाइन फिलर्स को भी लोग खासा पसंद कर रहे हैं। चूंकि, एक तरह की तकनीकी प्रक्रिया है। ऐसे में इसके साथ कुछ नकारात्मक प्रभाव भी जुड़े हुए हैं। यहां हम आपको बता रहे हैं कि जॉलाइन फिलर्स करवाने से पहले इससे जुड़े नकारात्मक बातों पर जरूर गौर करें।इस बारे में हमने दिल्ली के राजौरी गार्डन में स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा से बात की।

जॉलाइन फिलर्स करवाने के नुकसान- Side Effects Of Jawline Fillers In Hindi

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अस्थाई नुकसान

हर फिलर के साथ कुछ बुनियादी साइड इफेक्ट जुड़े रहते हैं। ऐसा ही जॉलाइन फिलर के साथ भी है। जैसे जॉलाइन करवाने के दौरान इंजेक्शन का यूज किया जाता है। इसलिए, इंजेक्शन लगाने के तुरंत बाद प्रभावित त्वचा लाल हो सकती है, वहां सूजन हो सकती है, दर्द हो सकता है और कुछ देर के लिए वहां टेंडरनेस भी महसूस हो सकती है। आमतौर पर ऐसा कुछ घंटों के लिए ही महसूस होता है। धीरे-धीरे ये सभी समस्याएं अपने आप कम होने लगती हैं। अगर किसी वह से आपको जॉलाइन फिलर्स के बाद इचिंग हो रही है कई दिनों तक दर्द बना हुआ है, तो उसकी अनदेखी न करें। डॉक्टर से अपनी सिचुएशन के बारे में जरूर बताएं।

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गंभीर समस्याएं

वैसे तो जॉलाइन फिलर्स का कोई ठोस गंभीर समस्या नहीं होती है। हां, कुछ दुर्लभ मामलों में मरीज के साथ कुछ परेशानियां हो सकती हैं। इसमें एलर्जी, इंफेक्शन, गांठ बनना, स्किन के कलर बदलना और अपियरसेंस में बदलाव होना शामिल हैं। ये सभी समस्याएं गंभीर हैं और इनके ठीक होने की कितनी संभावना है, यह डॉक्टर मरीज की कंडीशन देखने के बाद ही तय कर सकता है। सामान्य तौर पर इस तरह की स्थिति की रिकवरी में एक सप्ताह से ज्यादा का समय लग जाता है।

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अंधापन या स्ट्रोक

जॉलाइन फिलर्स करवाने के बाद अंधापन या स्ट्रोक जैसी गंभीर दिक्कतें कम ही देखने को मिलती हैं। लेकिन, अगर किसी वजह से जॉलाइन फिलर्स के दौरान ब्लड वेसल्स में इंजेक्शन लग जाए, तो इससे ब्लड फ्लो प्रभावित हो सकता है। कई बार गलत जगह इंजेक्शन लगने से अंधापन या स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

जॉलाइन फिलर्स के जोखिम को कम कैसे करें

  • जॉलाइन फिलर्स के 48 घंटे तक किसी तरह की ब्लड थिनर मेडिसन न लें।
  • डॉक्टर की दी हुई दवा समय पर लें ताकि स्वेलिंग कम हो सके।
  • जॉलाइन फिलर्स करवाने के बाद कुछ दिनों के एक्सरसाइज न करें।
  • जॉलाइन फिलर्स करवाने के बाद प्रभावित हिस्से में मसाज करने या हाथ लगाने से बचें।
  • जॉलाइन फिलर्स के बाद कुछ दिनों तक सूरज के संपर्क में न आएं।
All Image Credit: Freepik

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