गर्भवती होना एक महिला के लिए सबसे बड़ी खुशियों में से एक है, और वह जैसे ही यह सोचती है कि वह बच्चे का पालन-पोषण करने के लिए तैयार नहीं है। तो यह खुशी एक दुःस्वप्न में बदल जाती है। खासकर तब, जब गर्भावस्था अवांछित या अप्रत्याशित हो। एक महिला को अनचाहे गर्भ को समाप्त करने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं, और ऐसा ही एक तरीका गर्भपात की गोलियाँ लेना है। हालांकि यह प्रक्रिया सर्जिकल प्रक्रिया की तुलना में कम आक्रामक है, लेकिन इससे कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। यदि आप अपनी गर्भावस्था को समाप्त करने के लिए गर्भपात की गोलियों का उपयोग करने पर विचार कर रही हैं, तो इससे पहले कि आप उन्हें गर्भपात की गोलियों के संभावित दुष्प्रभावों के बारे में पढ़ लें।
अबॉर्शन पिल्स के दुष्प्रभाव
अधिक मात्रा में ब्लीडिंग
गर्भपात कराने वाली गोलियां आपके शरीर में बन रहे प्रेग्नेंसी हॉर्मोन प्रोजेस्टेरॉन के उत्पादन को बंद कर देती हैं। इसका परिणाम यह है कि भ्रूण गर्भाशय से अलग होकर बाहर आने लगता है। गर्भाशय का संकुचन ब्लीडिंग को बढ़ा देता है। यह आपके पीरियड की ब्लीडिंग से ज्यादा मात्रा में हो सकती है। यह कुछ दिनों, हफ्तों से लेकर एक महीने तक हो सकती है।
पेट में दर्द और ऐंठन
इन गोलियों को खाने से पेट में दर्द और ऐंठन होता है। कुछ उसी तरह जैसे पीरियड्स के दौरान होता है। लेकिन यह उससे कहीं ज्यादा होता है। चूंकि शरीर भारी मात्रा में रक्त और दूसरे द्रव लगातार निकलते रहते हैं इसलिए पेट, पैरों और शरीर के कई हिस्सों में ऐंठन की शिकायत हो सकती है।
जी मिचलाना, दस्त
अबॉर्शन वाली गोलियों को खाने से जी मिचलाने और उल्टी की शिकायत होती है। कभी-कभी पेट में होने वाली मरोड़ों से दस्त भी लग सकते हैं।
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सिरदर्द और चक्कर आना
गोली लेने के बाद अकसर चक्कर आते हैं ये कुछ घंटों तक बने रह सकते हैं। लेकिन हालत ज्यादा खराब हो तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। चक्कर आने के साथ सिरदर्द की भी शिकायत होती है। सिरदर्द से निबटने के लिए आपको आराम और नींद लेने की आवश्यकता है। कभी-कभी बुखार भी आ सकता है। बुखार अगर दो-तीन दिन से लंबा चले तो भी डॉक्टर से मिलना जरूरी हो जाता है।
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पूरी तरह से गर्भपात न होना
कुछ मामलों में ऐसा होता है कि गोली के असर से भ्रूण पूरी तरह शरीर बाहर नहीं आ पाता। ऐसे हालात में सर्जरी करानी पड़ सकती है।
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