आजकल शरीर से अनचाहे बालों को हटवाने के लिए लोग लेजर तकनीक का सहारा लेते हैं। यह प्रक्रिया तेजी से बढ़ती जा रही है, खासकर शहरी इलाकों में, जो लोग वैक्सिंग और शेविंग से छुटकारा पाना चाहते हैं वे लेजर हेयर रिमूवल तकनीक का उपयोग करते हैं। इसमें एक खास प्रकार की लेजर किरणों का उपयोग किया जाता है, जो बालों को स्थाई रूप से खत्म करने में सहायक होती हैं। इस प्रक्रिया की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे लोगों को लंबे समय तक बालों से छुटकारा मिल जाता है, जिससे लोगों को बार-बार बाल हटाने की परेशानी से मुक्ति मिलती है। हालांकि, इस प्रक्रिया के प्रति लोगों में कुछ भ्रांतियां भी हैं, जैसे कि क्या लेजर उपचार से कैंसर का खतरा हो सकता है। यह सवाल अक्सर लोगों के मन में उठता है, विशेषकर जब वे इस तकनीक को अपनाने पर विचार कर रहे होते हैं। इस लेख में, डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर अनु जैन से जानिए, कि क्या हेयर रिमूवल के लिए इस्तेमाल होने वाली लेजर तकनीक से कैंसर का खतरा होता है?
लेजर तकनीक क्या है?
लेजर तकनीक विशेष रूप से बालों को हटाने, त्वचा को टाइट करने, झुर्रियों को कम करने और दाग-धब्बों को मिटाने के लिए डिजाइन की गई है। इस तकनीक में, लेजर किरणें त्वचा की ऊपरी परतों पर प्रभावी होती हैं, जिससे गहरी त्वचा के स्तर में कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
लेजर तकनीक से जुड़ी भ्रांतियां
डॉक्टर अनु जैन के अनुसार, 16 वर्षों के अनुभव के बाद, उन्होंने यह पाया है कि लेजर ट्रीटमेंट के दौरान कैंसर के होने का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। वास्तव में, लेजर का उपयोग विशेष रूप से उन त्वचा की समस्याओं को हल करने के लिए किया जाता है, जो गहरी परतों में नहीं होते हैं जहां कैंसर विकसित हो सकता है। लेजर उपचार से पहले यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि आप किसी मान्यता प्राप्त क्लिनिक से उपचार करवा रहे हैं जहां पर अनुभवी पेशेवर डॉक्टर हों।
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लेजर तकनीक के फायदे
1. त्वचा की क्वालिटी में सुधार
लेजर तकनीक त्वचा की क्वालिटी में सुधार करती है, जिससे त्वचा की रंगत में निखार आता है।
2. बालों की स्थायी कमी
लेजर हेयर रिमूवल से बालों की स्थायी कमी होती है, जिससे बार-बार वैक्सिंग या शेविंग की जरूरत नहीं पड़ती।
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3. जल्दी और प्रभावी प्रक्रिया
इस प्रक्रिया में ज्यादा समय नहीं लगता है और इसके परिणाम आमतौर पर लंबे समय तक बने रहते हैं।
संभावित दुष्प्रभाव
जैसे कि हर चिकित्सा प्रक्रिया के कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं, लेजर उपचार के दौरान भी कुछ अस्थायी दुष्प्रभाव हो सकते हैं। जैसे कि त्वचा पर लालिमा, सूजन और जलन आदि। हालांकि, ये दुष्प्रभाव आमतौर पर कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाते हैं।
निष्कर्ष
लेजर हेयर रिमूवल एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है और इसके कैंसर से जुड़े खतरे के बारे में चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर अनु जैन के अनुसार, चिकित्सा विज्ञान में कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है जो लेजर प्रक्रियाओं को कैंसर से जोड़ता हो। इसके बजाय, यह प्रक्रिया आपको त्वचा की क्वालिटी में सुधार और बालों की स्थायी कमी प्रदान करती है। इसलिए, यदि आप हेयर रिमूवल के लिए लेजर तकनीक पर विचार कर रहे हैं, तो बिना किसी डर के इसका लाभ उठा सकते हैं।
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