बीते कुछ वर्षों से शरीर में टैटू बनवाने का प्रचलन बढ़ा है। युवा हो या बुजुर्ग हर उम्र के व्यक्ति टैटू बनवाते हैं। यदि, आप भी टैटू बनवाना चाहते हैं और यह आपका पहला टैटू है तो आपको इसके कुछ नुकसान के बारे में भी पता होना चाहिए। बीते दिनों विदेशी विश्विद्यालय में हुई एक रिसर्च ने इस बात का खुलासा किया है कि टैटू बनाने वालों को लिमफोमा होने का जोखिम अधिक हो सकता है। लिम्फोमा एक प्रकार का कैंसर है, जो व्यक्ति की लिम्फेटिक प्रणाली के प्रभावित होने के कारण होती है। ऐसे में जो लोग टैटू बनवाना चाहते हैं तो उन्हें सर्तक रहने की आवश्यक हो सकती है। इस लेख में श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी डॉ विजय सिंघल से जानते हैं कि टैटू और लिम्फोमा के बीच क्या कनेक्शन (tattoo increase risk of lymphoma) हो सकता है?
टैटू से किस प्रकार बढ़ता है लिम्फोमा का जोखिम, जानें कनेक्शन - Connection Between Tattoo And Lymphoma In Hindi
बीते दिनों साइंसईडायरेक्ट में छपी एक स्टडी के अनुसार टैटू और लिम्फोमा के बीच कनेक्शन देखा गया है। इस अध्ययन में डेटा के आधार पर लिम्फोमा से पीड़ित व्यक्तियों और बिना लिम्फोमा वाले व्यक्तियों के आंकड़ों के अनुसार पाया गया कि टैटू वाले लोगों में टैटू न कराने वालों की तुलना में लिम्फोमा विकसित होने का जोखिम थोड़ा अधिक था। यह जोखिम उन लोगों में अधिक था, जिन्होंने बीते 2 साल में अपना पहला टैटू बनवाया था।
दिलचस्प बात यह है कि तीन से दस साल पहले टैटू बनवाने वालों में लिम्फोमा का जोखिम कुछ हद तक कम हुआ, फिर ग्यारह साल से अधिक समय पहले टैटू बनवाने वालों अंतर देखा गया। हालांकि इस स्टडी पर और रिसर्च की आवश्यकता है, क्योंकि इसके निश्चित कारणों का अभी पता नहीं लगाया जा सकता है। डॉक्टर के अनुसार शरीर में कई तरह के इंक इंजेक्ट की जाती हैं, ऐसे में शरीर किस तरह से प्रक्रिया करेगा यह कहना थोड़ा मुश्किल होता है। ऐसे में कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
लिम्फोमा क्या होता है? - What Is Lymphoma In Hindi
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट लिम्फोमा को एक कैंसर के रूप में परिभाषित करता है जो लसीका प्रणाली (लिम्फेटिक नोड्स) में उत्पन्न होता है। लिम्फेटिक प्रणाली संक्रमण से लड़ने के लिए जिम्मेदार नसों और टिश्यू का एक महत्वपूर्ण नेटवर्क है। वैसे, लिम्फोमा, हॉजकिन लिम्फोमा (Hodgkin lymphoma) और नॉन-हॉजकिन लिम्फोमा (Non-Hodgkin lymphoma - NHL) नाम के दो प्रकार होते हैं।
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हालांकि, टैटू के प्रभाव हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। इस जोखिम से बचने के लिए आप टैटू बनवाने से पहले डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। साथ ही, यदि आपको पहले से ही इम्यूनिटी से जुड़ी समस्या है तो डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। टैटू बनाने के बाद कई तरह की सावधानियां बरतने की आवश्यकता होती है। लेकिन, सही सावधानियों से टैटू के नुकसान से बचा जा सकता है।