बच्चे की अच्छी सेहत के लिए उसका सुकून से सोना जरूरी है और सुकून भरी नींद तभी आती है जब आसपास का वातावरण ठीक हो। अगर आपके घर में भी छोटा बच्चा है तो आपको उसे सुलाते समय कुछ सुरक्षा नियमों का ध्यान रखना चाहिए जिसमें सबसे जरूरी बात तो यही है कि बच्चे को बेड से गिरने से बचाएं इसके लिए आप बच्चे के साथ सोएं या उसके आसपास कुशन लगाएं इसके साथ ही अगर कमरे में ज्यादा गैजेट्स या इलेक्ट्रोनिक सामान है तो ये बच्चे के लिए सही कमरा नहीं है, आपको उसे वहां से शिफ्ट कर देना चाहिए। जरूरत से ज्यादा गैजेट्स और इलेक्ट्रिक उपकरण सेहत पर बुरा असर डालते हैं, ऐसे ही अन्य नियमों को जानते हैं आगे विस्तार से।
image source:google
1. बच्चे के लिए सही गद्दा चुनें (Choose right mattress for baby)
आपको अपने बच्चे के लिए सही गद्दे का चुनाव करना चाहिए। बच्चे की हड्डियां कमजोर होती हैं, अगर गद्दा ज्यादा पतला होगा या उसका मटेरियल अच्छा नहीं होगा तो बच्चे की स्किन पर रैशेज, खुजली की समस्या हो सकती है वहीं गद्दा ज्यादा पतला होने से बच्चे की पसलियों पर जोर पड़ सकता है इसलिए बच्चे के वजन और साइज के मुताबिक बेड और गद्दे का चुनाव करें। इसके साथ ही आप जिस गद्दे पर बच्चे को सुलाएं उस पर वॉटरप्रूफ शीट बिछा दें ताकि बच्चे को गीलेपन की समस्या न हो।
इसे भी पढ़ें- क्या है बेबी सकिंग रिफ्लेक्स (चूसने की आदत)? डॉक्टर से जानें शिशु में ये कब और क्यों होता है
2. बच्चे को ज्यादा कवर करके न सुलाएं (Don’t wrap your baby)
अगर आप बच्चे को ज्यादा कवर करके सुलाएंगी तो बच्चे को घबराहट या सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। ज्यादातर माता-पिता बच्चे को ठंड के दिनों में हवा के दुष्प्रभाव से बचाने के लिए कई लेयर में कवर करके सुलाते हैं जिससे बच्चे को सांस लेने में परेशानी हो सकती है। जो बच्चे करवट नहीं लेते हैं उन्हें परेशानी हो सकती है इसलिए आपको बच्चे को ज्यादा लेयर्स में कवर करके सुलाने के बजाय कमरे को गरम रखना चाहिए। बच्चे को जिस कमरे में सुलाएं वहां की खिड़की बंद करके रखें, इसके अलावा आप जब तक बच्चा कमरे में रहें वॉर्मर का इस्तेमाल न करें इससे बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
3. बच्चे को अकेले न सुलाएं (Never left your baby alone in room)
image source:google
आज के समय में ज्यादातर माता-पिता बच्चे के लिए जन्म से ही अलग कमरा बना देते हैं और बच्चे को अकेले वहां सुला देते हैं पर आपको छोटे बच्चे को अलग कमरे में सुलाने से बचना चाहिए। शुरूआत के छह महीने आपको बच्चे को अकेले सुलाने से बचना चाहिए, चाहे दिन हो या रात जन्म के बाद आपको हर समय बच्चे की निगरानी करने की जरूरत होती है इसलिए आप बच्चे को अकेले न सुलाएं। अगर आपका बेड छोटा है तो आप बच्चे को पालने में सुला सकते हैं पर उसे अपने साथ कमरे में ही रखें।
4. कमरे में स्मोकिंग पूरी तरह से अवॉइड करें (Keep your baby in smoke free room)
जिस रूम में बच्चा रहता है खासकर उस कमरे में स्मोकिंग बिल्कुल न करें। धूम्रपान का सेवन करने से धुआं बच्चे के गले में जा सकता है जिससे उसे परेशानी हो सकती है इसलिए अगर आपके घर में मेहमान आए हैं जो धूम्रपान का सेवन करते हैं तो उन्हें बच्चे के कमरे या जिस कमरे में बच्चा है उससे दूर रखें। इसके साथ ही ये भी जरूरी है कि जिस कमरे में आप बच्चे को सुलाते हैं वहां ज्यादा इलेक्ट्रिक मशीन मौजूद न हों क्योंकि फ्रिज, एसी या टीवी जैसी चीजों में शॉर्ट सर्किट का डर रहता है जिससे बच्चे की जान को खतरा हो सकता है।
इसे भी पढ़ें- ऑनलाइन क्लासेज के कारण बच्चों की आंखों में है जलन और दर्द, तो अपनाएं ये 5 टिप्स
5. बच्चे को सोफा या ऑर्मचेयर पर न सुलाएं (Never make your baby sleep on sofa)
बच्चा सोफा या ऑर्मचेयर से नीचे गिर सकता है इसलिए उसे इस पर न सुलाएं। कुशन के बीच बने गैप से बच्चे अक्सर नीचे गिर जाते हैं इसलिए उन्हें बेड पर ही सुलाएं और दोनों तरफ कुशन या तकिया लगा दें जिससे बच्चा बेड से नीचे न गिर जाए।
बच्चे को सुलाने के लिए इन आसान टिप्स को फॉलो करें अगर इसके बावजूद बच्चे को सोने में परेशानी हो रही है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
main image source:google